अगर पार्टनर कर रहा मानसिक बिमारी का सामना, इस तरह दें उसका साथ

वर्तमान समय की जीवनशैली में तनाव और चिंता सभी के साथी बन चुके हैं जिसका असर मानसिक सेहत पर पड़ना बेहद आम बात हैं। शरीर से मजबूत और सेहतमंद दिखने वाला आदमी भी मानसिक रूप से बीमार हो सकता हैं। अगर आपका पार्टनर ऐसी परेशानी का सामना कर रहा हो तो आपको जरूरत हैं कि आप उसका इससे उभरने में साथ दें ताकि वह अकेलापन महसूस ना करें। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं कि किस तरह आपको अपने पार्टनर की मानसिक बिमारी को दूर करने में साथ देना चाहिए।

समझें पार्टनर की स्थिति

पार्टनर की मेंटल हेल्थ का अंदाजा लगाने के लिए जरूरी है कि इसकी स्थिति समझी जाए। कई बार मेंटल प्रॉब्लम कुछ देर के लिए किसी मुद्दे से जुड़ी होती हैं। जबकि कई बार मेंटल प्रॉब्लम कई सारी परेशानियों की वजह से होती है और लम्बे समय तक रहती है। आपको इन दोनों में ही अंतर समझना होगा। ताकि समस्या का हल सही तरीके से निकाला जा सके। याद रखिए, इसमें लक्षण आसानी से समझ नहीं आते हैं। ये मामूली व्यवहार लगता है।

खुद को संभालें

इस वक्त जब आप अपने पार्टनर की मेंटल हेल्थ को लेकर परेशान हैं तो खुद का ख्याल रखना भी जरूरी है। क्योंकि पार्टनर की बीमारी की टेंशन आपको भी बीमार कर सकती है। ऐसे में अपनी सारी जिम्मेदारियों को याद कीजिए। याद कीजिए कि जब पार्टनर कोई जिम्मेदारी निभाने की स्थिति में नहीं है तो आपको ही इसका भर अकेले सहना होगा। अगर अकेले सहना है तो खुद को मजबूत रखना भी जरूरी होगा। बस ये सोचते हुए खुद का ध्यान रखिए।

माइंडफुल होना है जरूरी

माइंडफुल होने का मतलब है कि आप मेंटल प्रॉब्लम से जुड़ी जानकारी जुटाएं। जानें कि कब स्थिति डिप्रेशन की होती है और कब नहीं। कुल मिलाकर आपको खुद को इस बारे में शिक्षित करना होगा। आज के समय में ये आसान भी है। इंटरनेट पर कई अच्छी वेबसाइट हैं जहां से आप सारी बातें अच्छे से समझ पाएंगी। और आपके लिए पति की मेंटल प्रॉब्लम को हैंडल करना आसान जो जाएगा।

सुनना है जरूरी

पार्टनर के व्यवहार पर नाराज हो जाना आसान है लेकिन उसके अजीब बिहेवियर के बाद भी उसे सुनना आसान नहीं है। लेकिन आप आगे अपने पार्टनर से प्यार करती हैं और उसे सुधारना चाहती हैं तो आपको ये करना ही होगा। अपने पार्टनर के कहे को सुनिए जरूर। उसके बारे में जजमेंट देने से भी अच्छा है कि उसकी बातें सुनकर दुःख का अंदाजा लगाया जाए। देखिए वो किस बात से परेशान हैं और कैसे उनका मन शांत होगा। मतलब परेशानी है तो हल भी होगा। उस पर ध्यान दीजिए।

नार्मल रखें अपना व्यवहार

भले ही आपके पार्टनर को मेंटल प्रॉब्लम हैं लेकिन आपको इसका असर अपने रिश्ते पर नहीं आने देना है। उन्हें मत दिखाइए कि आपको उनकी स्थिति का अंदाजा है। इसके लिए आपको अपना व्यवहार नार्मल रखना होगा। उन पर प्यार बरसाइए और अपना दोस्ती का रिश्ता भी नार्मल रखें।

परेशानी सिर्फ उसकी नहीं

पार्टनर अगर मेंटल प्रॉब्लम झेल रहा है तो उसे ये बताना भी होगा कि ये उसके अकेले की परेशानी बिलकुल नहीं है। इसका असर उस पर नहीं पूरे परिवार पर भी होगा। इसलिए उसे अपने दिल का हाल तुरंत आपको बताना चाहिए ताकि फैमिली लाइफ खराब ना हो और मेंटल हेल्थ को शुरू में ही रोका जा सके।

अपने आप नहीं होगा इलाज

पार्टनर को बताइए कि अपने आप सब ठीक होने का इंतजार करने से अच्छा है कि आप डॉक्टर से मिलें और मेंटल हेल्थ सुधार लें। पार्टनर को बताइए कि उनको बोलना ही पड़ेगा। क्योंकि ज्यादातर लोग अभी भी मेंटल प्रॉब्लम को परेशानी मानते ही नहीं हैं। जब मानते नहीं हैं तो उसके इलाज की बात तो बहुत दूर की होती है। मगर इलाज के लिए ये तरीका गलत साबित होगा।

साथ-साथ अपनाए हेल्दी आदतें

आप अपने पार्टनर के साथ कुछ अच्छी आदतें शुरू कर सकती हैं। ये वो आदतें हैं जो वो अकेले शायद ही करें। जैसे सुबह वाक करना, बैलेंस डाइट लेना और सिर्फ पॉजिटिव बातें ही करना। इन सबमें आप भी उनके साथ होंगी तो वो ऐसा निश्चित ही करेंगे और इसका असर उनकी मेंटल हेल्थ पर पड़ेगा। वो बेहतर महसूस करेंगे।