बच्चों का दिमाग तेज करने में होता हैं पेरेंट्स का महत्वपूर्ण योगदान, दें इन बातों पर ध्यान

हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे बुद्धिमान बने और उनका दिमाग तेजी से काम करें। पेरेंट्स कई बार इसके लिए बच्चों को टोकते रहते हैं कि उनका काम में मन नहीं लगता हैं या दिमाग नहीं चलता हैं। ऐसे में पेरेंट्स को भी समझने की जरूरत हैं कि बच्चों का दिमाग तेज करने में आपको भी प्रयास करने पड़ेंगे और इसे उनके बचपन से ही आदत में ढालना जरूरी हैं। खानपान के अलावा भी बच्चों के व्यवहार में कुछ ऐसी चीजों और आदतों को शामिल करने की जरूरत हैं जो उनके दिमाग को एक्टिव बनाते हैं और मल्टीटास्किंग के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह अप अपने बच्चों का दिमाग तेज करने में उनकी मदद कर सकते हैं।

पहले दिखाएं, फिर सवाल पूछें

आप बच्चे से कई तरह के सवाल पूछ सकते हैं। जैसे- आप अगर कहीं घूमने गए हैं तो वहां आपके बच्चे ने क्या-क्या देखा? उस जगह के बारे में पूछ सकते हैं? वहां कोई खास चीज थी, तो उसके बारे में पूछ सकते हैं? आपने वहां क्या खाया? आदि। इन सवालों से आपके बच्चे का दिमाग तेज होने में मदद मिलेगी और वे पिछली चीजों को नहीं भूलेगा। इसलिए आप ये कर सकते हैं।

सवाल पूछने से ना रोकें

किसी भी विषय या जानकारी को समझना उसको याद रखने का पहला चरण होता है। यदि बच्चा किसी विषय पर बार-बार सवाल पूछता है तो आप उसको हर बार प्यार से जवाब दें, क्योंकि पूछने से ही बच्चा उस विषय या जानकारी को समझता है और इसके बाद ही बच्चा उस विषय को याद रख पाता है। इससे बच्चे की सोचने की शक्ति में विकास होता है और वह चीजों को हल करना सीखता है।

घर के काम सिखाएं

बच्चों को आप घर के काम सिखा सकते हैं और उनके बारे में बता भी सकते हैं। ऐसा करने से वे एक्टिव बनने के साथ ही उनका दिमाग भी तेज होगा। आप कुछ काम कर रहे हैं, तो उन्हें उसके बारे में बताएं, आप खाना बना रहे हैं, तो जरूरत की चीजों को पकड़ने के लिए उन्हें बोलें और आखिर में उन्हीं चीजों को वापिस उनकी जगह पर रखने को कहें। ऐसा करने से उन्हें चीजें याद रहेंगी और वे कभी भूलेंगे नहीं, जिससे उनका दिमाग तेज होने में मदद मिलेगी।

सोचने की शक्ति बढ़ाएं

बच्चे का दिमाग तेज करने के लिए आप उसके सोचने की क्षमता को बढ़ाएं। बच्चा जो कुछ भी पढ़ता या सुनता है उसका दिमाग में एक चित्र बनता है। आप उस विषय के बारे में बच्चे से पूछे, इस पर बच्चा अपनी सोच के अनुसार जानकारी को आपके सामने रखता है। ऐसा बार-बार करने से धीरे-धीरे बच्चे की सोच में विकास होना शुरू होता है। इस क्षमता को बढ़ाने लिए आप बच्चे को छोटे-छोटे कार्य देकर उसको करने को भी कह सकते हैं।

खुद करने दें काम

अक्सर देखा जाता है कि जब बच्चे खेल लेते हैं या अपने कमरे से सोकर उठते हैं, तो उनकी मां उनके खिलौनों को संभालती हैं और उनके रूम को साफ भी करती हैं। लेकिन आपको अपने बच्चे को ये काम खुद करने देने चाहिए। उसे सीखाना चाहिए कि खेलने के बाद खिलौने कहां रखने हैं, कैसे रूम को साफ करना है आदि। इससे वे अपनी चीजों का ध्यान रखेंगे और उनका दिमाग भी चीजों को लेकर तेज होने में मदद मिलेगी।

बच्चों को प्रोत्साहित करें

बच्चे के दिमाग को तेज करने के लिए आप उससे अलग-अलग विषयों पर बात करें और उससे पूछें कि वह इस बारे में क्या सोचता है। इस तरह से बच्चे को प्रोत्साहित करने से वह जानकारियों को लंबे समय तक याद रख पाता है। यह तरीका बच्चे के दिमाग को तेज करके, उनकी सोचने की क्षमता में बढ़ोतरी करता है। साथ ही बच्चा चीजों को लंबे समय तक याद रख पाता है।

उनको खेल-खेल में पढ़ाएं और फिर पूछें

आपको बच्चों को पढ़ाना चाहिए, लेकिन आपको थोड़ा सा अलग करते हुए उन्हें खेल के जरिए पढ़ाना चाहिए। आप उन्हें नंबर्स, उनकी किताबें और आदि चीजें पढ़ा सकते हैं। इसके बाद उनसे कुछ समय बाद इन चीजों को पूछते रहें। इससे उनका दिमाग तेज होगा और वे चीजों को जल्दी से नहीं भूलेंगे।