मुश्किल से कट रहा हैं लॉकडाउन का वक्त, इस तरह बनाएं इसे यादगार

लॉकडाउन को कोरोना वायरस से बचने का एक कारगर तरीका माना जा रहा है। घरों में कैद कपल्स के लिए लॉकडाउन रिश्तों को भी परखने का काम कर रहा है, खासतौर पर जब दोनों वर्किंग हों। इस समय पार्टनर एक-दूसरे से ऑफिस के साथ-साथ घर के काम में भी बराबर की हिस्सेदारी की उम्मीद रखते हैं।लॉक डाउन के कारण एक दूसरे से दूर रह रहे कपल्स को भी काफी दिकत्तें हो रही हैं उनके सभी प्लान्स फेल हो गये हैं और वो एक दूसरे मिल नही पा रहे। समस्याएँ सिर्फ दूर रहने वाले कपल्स के लिए ही नहीं हैं बल्कि उनके लिए भी हैं जो साथ रहते हैं क्योंकि इतने दिन एक साथ रहना एक ही कमरे में बोरिंग हो सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिनसे इस क्वारंटाइन के समय में आप अपने रिश्तों को और बेहतर बना पाएंगे।

खुद का ख्याल रखें

पार्टनर के साथ रिश्ते को मजबूत बनाना है तो सबसे पहले आपको खुद का ख्याल रखना होगा। खुद को तनावमुक्त रखें। कुछ समय अकेले में बिताएं। किताबें पढ़ें या कुछ लिखें। मानसिक तौर पर खुद को मजबूत बनाने के लिए मेडिटेशन करें।

नजरिया बदलकर दूर कर सकते हैं तनाव


लॉक डाउन में लोगों की आमदनी व आजादी कम हो गयी है और उनके पास फ़ालतू वक्त और असुरक्षा की भावना बढ़ गयी है लिहाजा तनाव बढ़ना लाजमी है । हम इस तनाव को नजरिया बदलकर दूर कर सकते हैं । लॉक डाउन कोरोना का फैलाव रोकने के लिए जरूरी है । दूसरा, आप घर में रहकर देश समाज के लिए योगदान दे रहे हैं । तीसरा, यह अनंत काल की समस्या नहीं है । यह जल्द ही ख़त्म हो जाएगा । लॉक डाउन के वक्त को छुट्टी की तरह इस्तेमाल करें । पति-पत्नी एक दूसरे को वक्त दें । बच्चों के साथ खेलें । समय बचे तो भविष्य की प्लानिंग करें ।

भावनाओं को समझें

काम के बोझ के चक्कर में एक-दूसरे को नजरअंदाज ना करें। पार्टनर से पूछते रहें कि वो कैसा महसूस कर रहा है, उसे किसी चीज की जरूरत तो नहीं या आप और किस तरीके से उनकी मदद कर सकते हैं।

योग और पुस्त कों को अध्यकयन करते हैं बुजुर्ग दंपती

एक बुजुर्ग दम्पति ने बातचीत में बताया कि वह लोग इस लॉक डाउन के वक्त प्रतिदिन कुछ समय के लिए वीडियो काल कर बाहर रह रहे अपने नाती-पोतों के संपर्क में रहते हैं । इससे जहाँ उनका समय भी अच्छे से व्यतीत हो जाता है । इसके अलावा कुछ वक्त योगा करके तो कुछ समय पुस्तकों का अध्ययन करके बिताते हैं , जो कि एक अलग तरह का अनुभव भरा है ।

पुरानी यादों को ताजा कर संबंधों को दे सकतें ताजगी


दौड़ती-भागती जिन्दगी में एकाएक आये ठहराव का असर किसी के भी आचार-व्यवहार में साफ़ देखा जा सकता है । ऐसे ही समय में लोगों के धैर्य की असली परीक्षा होती है । इस समय अपनी बदली दिनचर्या में कुछ समय अपने शुभचिंतकों से फोन के जरिये जुड़कर भी पुरानी यादों को ताजा करने के साथ ही सम्बन्धों को फिर से एक ताजगी दे सकते हैं ।