हर पेरेंट्स अपने बच्चों की परवरिश अच्छे से करना पसंद करते हैं और उनमें अच्छे गुण डालते हैं। लेकिन कई बार बच्चों में ऐसी गलत आदतें विकसित हो जाती हैं जो उनके भविष्य के लिए भी घातक साबित होती है। ऐसी ही एक आदत हैं बच्चों का जिद्दीपन जिसमें अपनी जिद पूरी करवाने के लिए बच्चे अपने पेरेंट्स को धमकी देने लगते हैं। बच्चों में यह आदत टीनएज में शुरू होती है। ऐसे में समय रहते इसमें सुधार लाने की जरूरत हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप बात-बात पर बच्चों के डिमांड करने और धमकी देने की आदत में सुधार ला सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।
- किशोरावस्था में बच्चों को जिद्दी बनने, धमकी देने और हर बात पर डिमांडिंग करने की आदत को सुधारने के लिए घर में कुछ नियम और कानून बनाने चाहिए। आपको घर में कुछ अच्छे नियम बनाने चाहिए जिसका पालन आप खुद भी करें। ऐसा करने से बच्चों में अनुशासन बढ़ेगा और उनकी आदतें भी सुधरेंगी।
- बच्चों में बार-बार डिमांड करने और धमकी देने की आदत को सुधारने के लिए सबसे पहले आपको उनकी स्थिति को समझना बहुत जरूरी होता है। कई बार ऐसा हो सकता है कि आपको लगे कि आपका बच्चा अनावश्यक डिमांड कर रहा है लेकिन हो सकता है कि यह उसके लिए जरूरी हो। ऐसे में आपको बच्चों की भावनाओं को समझने का प्रयास करना चाहिए। बच्चों की डिमांड पर अनावश्यक टिप्पणी करने के बजाय अगर आप प्यार से उनके साथ बैठकर बातचीत करके उनकी स्थिति को समझने की कोशिश करेंगे तो हो सकता है कि आप इस स्थिति को आसानी से हैंडल कर पाएं।
- बच्चों की जिद, उसकी धमकी देने की आदत और हर चीज के लिए डिमांड करने की आदत को सुधारने के लिए आपको बच्चों का दोस्त बनना पड़ेगा। बच्चों की डिमांड करने की आदत को सुधारने के लिए आपको अपनी दिनचर्या में से कुछ समय बच्चों के लिए जरूर देना चाहिए। ऐसे में आप उनके उनकी पढ़ाई के बारे में बात करें। उनकी पसंदीदा जगहों पर घूमने या पिकनिक में जाने का प्लान करें। बच्चों को कभी भी ये न लगने दें कि आप अच्छी तरह से उनकी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें इस बात का विश्वास दिलाएं।
- बच्चों में बार-बार डिमांड करने और धमकी देने की आदत को सुधारने के लिए आपको उनकी हर बात को पॉइंट आउट नहीं करना चाहिए। टीनएज में बच्चे असल में दुनिया से परिचित हो रहे होते है ऐसे में उनकी कुछ मांग आपको सही नहीं लग सकती हैं लेकिन हो सकता है कि यह उनके लिए सही हों। जैसे टीनएज में बच्चे जगह-जगह घूमना और दोस्तों के साथ बाहर जाने की जिद कर सकते हैं और उनकी मांग न मानने पर वे आपको धमकी भी दे सकते हैं। ऐसे में आपको उनकी हर बातों को पॉइंट आउट करना नहीं चाहिए। इस स्थिति में आप बच्चों को अपने अनुभव के आधार पर गाइड कर सकते हैं।
- बच्चों में धमकी देने और हार बात पर डिमांड करने की आदत को दूर करने के लिए आपको उनके साथ बाहर घूमने जाना चाहिए। बच्चों को ईमानदार बनने और सच बोलने की आदत के बारे में बताना चाहिए और उन्हें स्वतंत्र यानी इंडिपेंडेंट बनाने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से वे आपके साथ सही से घुल मिल पाएंगे और अपनी बात को आसानी से आपसे कह भी सकेंगे।