विचारों का मेल ना खाने की वजह से हो जाती हैं लड़ाई, इन बातों का ध्यान रख संभाले रिलेशनशिप

शादी का बंधन दो व्यक्ति के साथ दो परिवारों का मिलन होता हैं जिसे संभालने की जिम्मेदारी दोनों पार्टनर पर होती हैं। दोनों के बीच का विश्वास और भरोसा उनके रिश्ते को मजबूत बनाने का काम करता हैं। हांलाकि रिलेशनशिप में एक समय के बाद हल्की नोंकझोंक होना तो शुरू हो ही जाता हैं। लेकिन यह भी ध्यान रखने की जरूरत होती हैं कि यह हल्की नोंकझोंक आगे बढ़ते हुए रिश्ते में दरार ना डाल दें। हांलाकि दोनों पार्टनर एक-दूसरे की खुशी में अपनी खुशी ढूंढ ले तो यह नोंबत ही नहीं आती हैं। ऐसे में आज हम आपको रिलेशनशिप को संभालने और मजबूत बनाने के कुछ टिप्स बताने जा रहे है। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...

पार्टनर संग करें बात

पार्टनर संग बात करने से रिश्ते मे आ रही कई दिक्कतें दूर हो सकती हैं। हो सकता है कि अक्सर होने वाली लड़ाई के कारण वह आपके साथ बैठ कर बातचीत न करना चाह रहे हों, ऐसे में उनके लिए छोटी-छोटी चीजों के लिए वक्त निकालें। जैसे बैठ कर बात करने के बजाए आप वाॅक पर जा सकते हैं और रास्ते में बातों-बातों में अपनी भावनाएं रखें या उनके मन को समझे। पार्टनर को ड्राप करते समय भी उनसे बातें कर सकते हैं।

जल्द से जल्द प्रॉब्लम करें सॉल्व


किसी बात पर आप दोनों की लड़ाई हो जाए तो एक दूसरे के मनाने का इंतजार करने के बजाए बैठकर दोनों मिलकर उस बात का हल निकालें। समय पर बातें छोड़ने से रिश्ते में और परेशानी बढ़ सकती है। ये जानने का प्रयास करें कि उन्हें आपकी कौन सी बात अच्छी नहीं लगी और आप को उनकी किस बात पर गुस्सा आया। ताकि दोनों अगली बार ऐसी बातों को रिश्ते के बीच न आने दें।

एक दूसरे की करें मदद

आदर्श पति पत्नी के रिश्ते में आदर, अपनापन और सहयोग की भावना होनी चाहिए। अपने पार्टनर के स्वभाव का सम्मान करें। पति पत्नी अपनी इच्छाओं को एक दूसरे पर न थोपते हुए बराबरी का दर्जा देते हो तो आप एक आदर्श लाइफ पार्टनर हैं। सच्चे लाइफ पार्टनर वही होते हैं जो एक दूसरे के कामों में सहयोग करें। सारे काम को एक दूसरे पर न डालें।

गुस्से में न दें जवाब

कभी-कभी बातों ही बातों में आपको अपने पार्टनर की कोई बात बुरी लग सकती है लेकिन गुस्से में जवाब देने के बजाए चुप रहना सही होगा। हो सकता है आपके पार्टनर ने अंजाने में या आपकी भावना को ठेस न पहुंचाने के उद्देश्य से वह बात कही हो लेकिन अगर आप उस समय गुस्से में रिएक्ट करते हैं तो बात बिगड़ सकती है। ऐसे में बात को बदलकर कुछ और बातें करें।

झगड़े के बाद व्यवहार में न लाएं बदलाव

अक्सर पार्टनर के बीच बहस होने के बाद कुछ समय के लिए वह एक दूसरे के साथ पहले जैसा व्यवहार नहीं करते। जैसे एक साथ बैठ कर खाना पीना, या एक दूसरे को कॉल मैसेज करना। कितनी भी बहस या लड़ाई क्यों न हो, उनके साथ अपनी डेली रुटीन या पहले से तय प्रोग्राम में बदलाव न करें। लड़ाई के बाद भी उन्हें पहले की तरह की गुड नाइट मैसेज भेजें या साथ बैठ कर चाय नाश्ता करें।

गलतियों को नजरअंदाज करें

गलती चाहें कितनी भी बड़ी क्यों न हो? कठिन परिस्थिति में भी आप अपने पार्टनर को दोष न देकर उसके साथ खड़े होते हैं तो आप एक आदेश पार्टनर हैं। उस समय खुद को रख कर देखें यदि वो गलती आपसे होती तो आप क्या करते ? अपने पार्टनर से क्या अपेक्षा रखते? पार्टनर की गलती को माफ करके उसे सुधारने की पहल करें।


एक दूसरे को दें वक्त

ज्यादातर झगड़े एक दूसरे को वक्त न देने या बातचीत न होने के कारण होते हैं। इसलिए अपने पार्टनर के साथ वक्त बिताएं। आजकल अक्सर ऐसा होता है कि कपल साथ तो होते हैं लेकिन उनका समय या तो फोन पर मैसेज और काॅल पर दूसरों के साथ बीतता है या किसी अन्य बातों में। लेकिन जब एक दूसरे के साथ हों तो हर पल को खुल कर एंजाॅय करें।

एक दूसरे का सम्मान करें

सम्मान किसे नहीं पसंद होता है? जब पति पत्नी के रिश्ते की बात हो तो ये सम्मान एक दूसरे के लिए और ज्यादा होना चाहिए। आपका पार्टनर चाहे रुपये, पढ़ाई लिखाई ,गुण या फिर नौकरी में भले आपसे कम हो, उसके बाद भी आप उनकी अच्छी बातों के लिए उनका सम्मान करिए। आप एक दूसरे के लाइफ पार्टनर है यही काफी है। इसलिए एक आदर्श पति पत्नि के रिश्ते में एक दूसरे के लिए सम्मान होना चाहिए।