आइये जानें इमोशनल एब्यूज के बारे में, बचें इस तरह

ज्यादातर लोग जानते हैं कि वर्बल एब्यूज़क्या होता है, लेकिन जब इमोशनल एब्यूजकी बात आती है, तो लोग सोचते हैं कि यह बहुत ज्यादा आगे की बात है। वर्बल एब्यूज़ में इंसान का इंटेशन साफ जाहिर होता है। लेकिन इमोशनल एब्यूज इंसान को अंदर ही अंदर बहुत तकलीफ पहुंचाता है।वे जानते हैं कि गलत नाम पुकारना या उन्हें छोटा महसूस कराना इमोशनल एब्यूज का हिस्सा हो सकता है लेकिन इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं रखते हैं।तो आइये जानते हैं इमोशनलएब्यूज के कुछ आयामों के बारे में -

भावनात्मक रूप से आहत किया जाना

भावनात्मक रूप से जब कोई आहत होता है तो उसे समझ पाना काफी कठिन होता है। ऐसी यातनाओं के लिए कानून की भी मदद नहीं ली जा सकती। यह शिकायत दर्ज कराना काफी मुश्किल होता है कि आपकी पत्नी आप के पैसे पर पूरा अधिकार रखती है और वह आपको जेबखर्च तक के लिए पैसे नहीं देती। उसने आपको आपके परिवार, मित्रों आदि से दूर कर दिया है। या वह आप पर अपनी बातें थोपने की कोशिश करती है।


प्यार ना जताना

यह माना जाता है कि प्यार ना जताना या साथी की हर बात से असहमत होना भी एक तरह का इमोशनल एब्यूज़ है। यह शारीरिक यातना से ज्यादा पीड़ादायक है। इसे केवल सहने वाला ही समझ सकता है। 32 प्रतिशत पुरूष इस समस्या के शिकार है,। बच्चों को भी पति को इमोश्नल एब्यूज करने का माध्यम बनाया जाता है। बच्चों को लेकर चले जाने की धमकियां पत्नियां अक्सर देती हैं।

मजाक उडाना

किसी को बेकार कहना या उसके वजूद को नकारना कहीं ना कहीं एक तरह से हीन भावना की अभिव्यक्ति होती है। ऐसे में आप अपने पाटर्नर का या आपका पार्टनर आपका अपमान कर अपना ईगो संतुष्ट करते हैं।

नियंत्रण करने की भावना

विशेषज्ञ मानते हैं कि किसी को मानसिक रूप से आहत करने के पीछे एक ही वजह होती है दूसरे पर कंट्रोल करने की इच्छा। अक्सर एब्यूज करने वाला व्यक्ति अपने साथी पर इसलिए नियंत्रण करता है। ताकि केवल वही उस के जीवन को केंद्र बना रहे। उसके दोस्तों व परिवारजनों के साथ बुरा व्यवहार करने के पीछे भी यही है कि वह उन से मिल ना सके और सब से दूर हो जाए।