एक सिंगल मदर के लिए अकेले अपने दम पर बच्चे का पालनपोषण कर उसे काबिल बनाना आसान नहीं है, मगर वह हिम्मत से काम ले तो न केवल अपने मकसद में सफल होती है वरन दूसरों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनती है। आज के समय में सिगंल पेरेन्टस की तादात काफी है। सिंगल पेरेंट्स होना एक बेहद ही मुश्किल भरी स्थिति होती है। इस स्थिति में सारी जिम्मेदारियों का बोझ एक ही के कंधो पर आ जाता है। सोचिए अगर सिंगल पेरेंट्स एक मां हो तो क्या होगा। ऐसे में एक सिगंल मदर को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए , जिससे वह अपने बच्चे के और करीब आ पाएंगी। आइए जानते हैं वह बातें जो कर देंगी एक सिंगल मदर की मुश्किलें आसान।
हमेशा पॉजिटिव रहेंसिंगल मदर के लिए सारी जिम्मेदारियां संभालते हुए हमेशा पॉजिटिव बने रहना बहुत मुश्किल होता है लेकिन परिस्थिति कोई भी हो, आपको हर वक्त पॉजिटिव बने रहना है और नेगेटिविटी को दूर रखना है। इस बात का ध्यान रखना है कि हर सिचुएशन को आपको अकेले ही संभालना है। इसलिए आप जितनी समझदारी दिखाएंगी, उतना आपके लिए ही आसान होगा।
प्राथमिकता निर्धारित करें हर मां के लिए प्राथिमकता सूची में सबसे ऊपर उसका बच्चा ही होता है। तो पहले यह तय कर लें कि आप ऑफिस के साथ बच्चे की देखभाल में किन-किन चीजों पर ध्यान देंगी। ऑफिस के साथ बच्चे की देखभाल के लिए एक सूची तैयार कर लें। जिससे आपको बच्चे व दफ्तर को बैलेंस करने में आसानी हो
कम्यूनिटीज की सपोर्ट ढूंढेंसिंगल मदर्स अकसर खुद को अकेला, परेशान महसूस करती हैं। उन्हें लगता है कि वे अकेली हैं पर यह सोच उचित नहीं। आप सिंगल मदर्स से जुड़ी कम्यूनिटीज जैसे पेरैंट्स विदाउट पार्टनर्स, सिंगल मौम्स कनैक्ट और्गेनाइजेशन जैसी संस्थाओं की सदस्या बन सकती हैं। दोस्त, पड़ोसी और आप के जैसी सिंगल मदर्स भी आप का सपोर्ट सिस्टम बन सकती हैं। आप औनलाइन भी किसी कम्यूनिटी की मैंबर बन कर सपोर्ट पा सकती हैं।
बच्चे को समय देंसिगंल मदर इस बात की गांठ बांध लें कि उन्हें अपने बच्चों को उनका पूरा वक्त देना ही देना है। भले ही आपके पास हजारों काम हो , या फिर आपका ऑफिस में दिन अच्छा न गुज़रा हो , स्थिति चाहे कुछ भी हो अपने बच्चे के लिए समय निकालना आपका हक बनता है। ऐसा करने से आपके और बच्चे के बीच में रिश्ता और गहरा होगा। ध्यान रहे कि यह समय सिर्फ आप और आपके बच्चे का ही हो , इस समय में कोई तीसरा व्यक्ति नहीं होना चाहिए। कई बार वक्त की कमी के चलते बच्चे अपनी मां से दूर होने लगते हैं और उन्हें लगता है कि उनकी मां उनसे प्यार नहीं करती है। इसलिए ऐसा न हो , इसके लिए आप अपने बच्चे को उनका पूरा समय दें।
बच्चे की हर एक्टिविटी में साथ दें
बच्चा चाहे ड्रॉइंग कर रहा हो या फिर होम वर्क कर रहा हो, आपको हर टास्क में उसका साथ देना है और कभी- कभी सिर्फ साथ देना नहीं, बल्कि उसमें शामिल भी होना पड़ता है। उसकी चार्ट बनाने में मदद करें, घर- घर खेलें या साथ में प्रोजेक्ट बनाएं।