आज के समय में बच्चों और पेरेंट्स में आपसी बोन्डिंग का होना बहुत जरूरी हैं। ताकि आप उनके मन की बातें जान सकें और वे भी आपसे खुलकर सभी बातें कह सकें। खासकर स्कूली बच्चों के साथ बोन्डिंग का होना बहुत जरूरी हैं। जिससे वे अपने स्कूल में हुए हर एक बात आपसे शेयर करे। इसलिए आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्चों से तालमेल बिठा पाए और उनके मन की बात जान पाए। तो आइये जानते हैं कि किस तरह एक माँ को अपने बच्चों का हौसला बढ़ाना चाहिए।
* बच्चे को सबसे ज्यादा यकीन अपनी मां पर होता है। कोई भी बात चाहे वो अच्छी हो या फिर बुरी सबसे पहले अपनी मां को बताता है। घर लौटने पर उससे यह बात जरूर पूछें कि आज स्कूल में क्या-क्या किया। अगर किसी काम के लिए उसे टीचर से तारीफ मिले तो आप भी उसका हौसला बढ़ाए। उसकी पसंदीदा डिश बनाकर खुश कर दें।
* मां के मन में यह जानने की बहुत इच्छा होती है कि आज उससे कौन-सी दिलचस्प चीज देखी होगी। इस बात के लिए बच्चे से सवाल करें। बच्चा दिलचस्प तरीके से आपको कुछ बताने की कोशिश करे तो उसे पूरी दिलचस्पी के साथ सुने। इस तरह उसके दोस्तों की लिस्ट में खुद को शामिल करें।
* बच्चे स्कूल में खाना-खाने में आनाकानी करते हैं। इसके लिए आप उसी से आइडिया ले सकते हैं कि कौन -से दोस्त का खाना आपको ज्याजा टेस्टी लगता है। वही डिश उसे बनाकर दें।
* यह बात सही है कि बच्चे की टीचर के साथ अच्छी दोस्ती होना चाहिए। उनसे डर की बजाए बच्चे का खुल कर टीचर से बात करना बहुत जरूरी है। उससे पूछें की आज आपकी बात टीचर के साथ हुई या नहीं। अगर किसी कारण हफ्ते भर में टीचर से बच्चे की बात नहीं होती तो आप खुद इस बारे में टीचर से बात करें।
* बच्चे को उसकी फेवरेट टीचर के बारे में जरूर पूछें। कभी-कभी खेल-खेल में आप बच्चा बन जाए ताकि आपको पढ़ाने के लिए वह टीचर का रोल अदा करें।