मस्ती-मजाक से भरा होता हैं दोस्ती का रिश्ता, लेकिन इन 4 मौकों पर ना खीचें उनकी टांग

दोस्ती अर्थात फ्रेंडशिप का रिश्ता अपनेआप में बेहद अनूठा हैं जिसे आप खुद चुनते हैं। दोस्त एक ऐसा साथी होता हैं जो हर कदम पार आपका साथ देता हैं चाहे सुख हो या दुख। वह आपके दिल की बात आपसे पहले समझ जाता हैं। यह रिश्ता मस्ती-मजाक से भरा होता हैं जिसमें एक-दूसरे की टांग खिंचाई चलती रहती हैं जो इस रिश्ते को और मजबूत बनाती हैं। लेकिन हर जगह दोस्त की टांग खिंचाई आपके रिश्ते पर आंच ला सकती हैं। जी हां, कई ऐसे मौके होते हैं जिनमें दोस्त की टांग खिंचाई नहीं की जानी चाहिए क्योंकि इससे अच्छी से अच्छी दोस्ती टूटती चली जाती है। तो आइए जानते हैं इन मौकों के बारे में...

उसकी काबिलियत पर न करें शक

कई बार ऐसी परिस्थिति में लोग पड़ जाते हैं जब अपनी काबीलियत पर शक होने लगता है और हम खुद को बेकार महसूस करने लगते हैं। ऐसी बातें हम घर वालों के सामने भी शेयर नहीं कर पाते। हिम्मत करके यदि किसी से बात कर भी ली और उसने हमारी बातों को सीरियसली नहीं लिया तो मन खराब हो जाता है। अगर आपका दोस्त इस तरह की मनोदशा से गुज़र रहा हो और आपके सामने अपनी कमियां बता रहा हो तो आप उसकी कमियों की लिस्ट में दो-चार चीजे जोड़ने की बजाए उसकी अच्छाइयों, ख़ास क्वॉलिटीज के बारे में उसे याद दिलाएं। ऐसा करते वक्त बिलकुल भी मजाक के मूड में ना आएं। जेनुइन तरीके से उसे पॉज़िटिविटी से भरें।

हौसले की हो जरूरत तो न उड़ाएं मजाक

जिंदगी में कई ऐसा समय होता है जब हम अपने कंफ़र्ट ज़ोन से बाहर आकर कुछ बड़ी चीज करते हैं जिसमें हो सकता है कि आगे चलकर काफी मेहनत करने की जरूरत हो और कई नई चुनौतियां आएं। ऐसे समय में दोस्त को हौसलों की जरूरत होती है। ऐसे हाल में अगर आप उसका मजाक ना बनाएं बल्की हौसला दें। अगर कुछ चुनौतियां हों और वह आपसे शेयर करें तो उसकी बातों को धैर्य से सुनें और उसे हौसला दें कि वह बहुत अच्छी तरह सब कुछ सम्हाल रहा है। ये ना हो कि दोस्त मिलकर उसकी खिल्ली उड़ाने लगें।

गलती से अगर उसकी दुखती रग पर पड़ जाए हाथ

कॉलेज और स्कूल के दिनों में दोस्तों की दुखती रगों को हाथ रखना हम सभी को याद है। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ जब हम सब बड़े हो गए हैं तब पहले की तुलना में हंसी-मज़ाक वाली बातें अधिक दिल पर लगती है। ऐसे में अगर आपका दोस्त सच में किसी बात पर दुखी है तो उसका मज़ाक बिलकुल भी न उड़ाएं। भले ही उसकी वजह हास्यास्पद लगे। अगर आपने मजाक बना दिया तो उसका दुख कम होने के बजाय बढ़ ही जाएगा।

दिल टूटे तो न करें मजाक

अगर आपका दोस्त दुखी हो तो उसकी बातों को हल्के में ना लें। अगर वह अपनी भावनाओं को आपके साथ शेयर करना चाहे तो उसे सुनें। कई बार दोस्त उनकी इस बात में कुछ चुटकुले सुना देते हैं और मजे लेने लगते हैं। ऐसा बिलकुल भी ना करें। पेरेन्ट्स की तरह उन्हें फ्री का ज्ञान भी ना दें। पूरे धैर्य से सुने जिससे आपका दोस्त दिल का पूरा गुबार निकाल सके। ऐसा करने से आपकी दोस्ती हमेशा बनी रहेगी।