सभी पेरेंट्स की चाहत होती है कि उनका बच्चा पढ़ाई में सफल रहें और भविष्य में खूब नाम कमाए। हांलाकि केवल पढाई में अव्वल आना ही भविष्य तय नहीं करता हैं, लेकिन अच्छे से शिक्षित होना जरूर भविष्य तय करता हैं। इसके लिए बच्चे का पढ़ाई के प्रति प्रेम और उसकी सही दिनचर्या बहुत मायने रखती हैं। कुछ आदतें ऐसी होती हैं जिनमें सुधार किया जाए तो आपके बच्चों को पढ़ाई में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता हैं। आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें अपने बच्चों के जीवन में सही से उतारा जाए तो वह पढ़ाई में सफलता हासिल करेगा।
* पढ़ते समय हमेशा सीधे बैठने की आदत डालें।
* आत्मविश्वास, संकल्प शक्ति एवं एकाग्रतापूर्वक अध्ययन करना चाहिए।
* प्रश्नों के उतरों को रट कर याद करने की कोशिश न करें, समझ कर पढ़ने का प्रयत्न करें।
* दिमाग को प्रसन्न एवं ताजगी भरा रखें।
* भोजन चबा-चबा कर करें। शुद्ध, सात्विक, संतुलित एवं संयमित भजन करें।
* फ्रिज की बहुत ही ठंडी वस्तुएं, चॉकलेट, टॉफी, चिप्स आदि स्वास्थ्य के अनुकूल नहीं हैं। इनका सेवन करें।
* हमेशा जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत डालें।
* हमेशा स्कूल के प्रारंभ होते ही पढ़ने का काम शुरू कर देना चाहिए जिससे परीक्षा के वक्त परेशानी न हो।
* पढ़ने का समय सुबह का समय सबसे बढ़िया होता है। इसलिए सुबह जल्दी उठकर पढ़ना चाहिए।
* पढ़ी हुई चीज को दोबारा याद करना न भूलें।
* परीक्षा के कम से कम 2 घंटे पहले पढ़ना बंद कर देना चाहिए, नहीं तो दिमाग भ्रमित होने लगता है।
* परीक्षा के पूर्व 2 मिनट लंबी सांस लेकर पेपर पर लिखना शुरू कीजिए।
* पेपर को अच्छे ढंग से पढ़ कर धैर्य से उतर लिखना शुरू करें।
* परीक्षा देने जाते वक्त घर के मुख्य द्वार पर खड़े होकर देखिए कि आपका श्वास किस नथुने से चल रहा है। जिससे चल रहा हो, पहले उसी ओर का पैर रखकर चलिए।
* एक साथ लंबे समय तक न पढ़ें। बीच-बीच में थोड़ा विश्राम लीजिए।
* पढ़ाई की तरह खेलकूद भी आवश्यक है। अधिक टी।वी। देखना समय और दिमाग दोनों की बर्बादी है।
* स्कूल में अपने प्राचार्य एवं शिक्षकों से अच्छे संबंध रखिए।
* आलस्य विद्यार्थी जीवन का शत्रु है, इसलिए उससे दूर रहें।
* अधिक जिद्दी स्वभाव तुम्हारे व्यक्तित्व को नष्ट कर देगा, इसलिए इससे बचे।
* हर काम नियमित एवं समय पर करने की आदत डालें और अपना कमरा साफ रखें।