बच्चे भी सिखा सकते हैं बड़ों को जिंदगी के गुर, सीखें उनसे ये 10 गुण

बच्चे अपने पेरेंट्स के लिए हमेशा ही छोटे रहते है और पेरेंट्स अपने बच्चों को उमरा के हर पड़ाव पर सही सलाह और सीख देते हैं। बच्चों के पहले शिक्षक उनके माता-पिता ही होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चे अपने बचपन में बड़ों को कई बड़ी सीख दे सकते हैं। बचपन का यह समय खुलकर जीने का होता हैं और जैसे-जैसे बड़े होते चले जाते हैं जिम्मेदारियां आने लगती हैं और लोग खुद के लिए वक़्त तक नहीं निकाल पाते हैं। लेकिन बच्चों के जीवन के इस समय से आप बहुत कुछ सीखते हुए अपने जीवन को खुशहाल व बेहतर बना सकते हैं। आज हम आपको उन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बच्चों से सीखनी चाहिए। आइये जानते हैं...

मनचाही चीज करना

व्यस्क लोगों के साथ हमेशा एक समस्या देखने को मिलती है कि वह किसी भी काम को मर्जी से नहीं, बल्कि मजबूरी से करते हैं। वहीं बच्चे हमेशा मस्ती करने और सक्रिय रहने के नए तरीके खोज लेते हैं। वह उन चीजों को ही करते हैं जो उन्हें पसंद है और शायद इसलिए वह उस कार्य को कुछ अलग से करने की क्षमता रखते हैं। जबकि व्यस्क अक्सर अपनी मजबूरियों में ही उलझे रहते हैं और इसलिए तनाव हमेशा उनकी जिंदगी में पसरा रहता है। बड़ों को भी बच्चों से मनचाही चीजें करना सीखना चाहिए।

किसी के बीच अंतर न करना

आपने किसी बच्चें को देखा हैं। वह हर किसी से घुल मिल जाता है। हर बच्चा हर चीज को कई रंग और ढंग से देखता है। उसे इस बात का मतलब नहीं है कि वह किस जाति, रंग-रुप या फिर किस समुदाय का है, क्या करता है, अमीर है या गरीब। बस यही बात आपको भी सीखनी है। एक बार करके देखिए कितना अच्छा लगता है। बच्चों को सभी से दोस्ती करना अच्छा लगता है। आप भी इसी तरह बनिए जो दोस्ती के लायक है उससे दोस्ती करें न कि किसी के स्टेट्स को देखकर रिश्ते बनाए।

बेपरवाह मिजाज

बच्चों को कभी भी इस बात की चिंता नहीं होती कि वह जो कर रहे हैं, उसे देखकर सामने वाला व्यक्ति क्या कहेगा। जबकि व्यस्क कोई भी काम करने से पहले दूसरों की राय व उनके नजरिए से प्रभावित होते हैं और इसलिए कई बार वह अपनी इच्छाओं व खुशियों को पीछे छोड़ देते हैं। आप भी अपनी जिंदगी में थोड़ा सा बेपरवाह मिजाज अपनाकर देखिए जिंदगी कितनी खूबसूरत नजर आएगी। बच्चों को देखा है आपने उन्हें किसी बात की टेंशन नही होती है। बीमार भी होते है तो भी एक दम फ्री होकर खेलते है। इसी तरह आप भी छोटी-छोटी बातों में टेंशन न लें। हमेशा सकारात्मक सोचें। कोई टेशन हो तो उसका बार-बार जिक्र न करें। अच्छा सुनें और हमेशा अच्छा बोलें।

ईमानदारी

यह एक ऐसा गुण है, जो अमूमन सिर्फ बच्चों में ही देखने को मिलता है। उनका दिल बिल्कुल साफ होता है और इसलिए अगर आप उनसे कोई सवाल पूछेंगे तो वह उसका सच्चा और सीधा जवाब देते हैं। वहीं बड़े व्यक्ति हमेशा ही दूसरों को खुश करने के चक्कर में लगे रहते हैं और इसलिए उनकी खुद की खुशी कहीं खो जाती है। बड़े झूठ का सहारा लेने लगते हैं। अगर आप भी अपने जीवन में थोड़ी ईमानदारी रखते हैं तो यकीन मानिए कि जीवन बेहद सरल हो जाएगा और आप कई उलझनों से खुद-ब-खुद ही बाहर निकल जाएंगे।

फीलिंग्स को जाहिर करना

बच्चें अपनी फीलिंग्स को अच्छी तरह से व्यक्त कर देते है। जब उनका रोना का मन होता है वो रो लेते है। जब हसनें का मन होता है तो हंस लेते है। उन्हें इस संसार से कोई मतलब नही होता है। इसी तरह आप भी किसी बात की फिक्र न करें। आप घुट-घुट कर न जिएं। जो मन हो वो काम करें।

खुश रहना

बच्चों के पास चाहे कुछ हो या न हो, वह हमेशा ही खुश रहते हैं। उन्हें खुश रहने के लिए किसी खास कारण की जरूरत नहीं होती। वह छोटी-छोटी चीजों में ही अपनी खुशियां ढूंढ लेते हैं। वहीं दूसरी ओर, व्यस्क के पास सब कुछ होने के बावजूद भी उन्हें और पाने की चाह रहती है और इसलिए वह उन चीजों की अहमियत व खुशी का अहसास नहीं कर पाते, जो वास्तव में उनके पास है। जब कोई बच्चा रोता है तो वह जल्द ही हंस भी देता है। क्योंकि उसका दिल खुश होता है। इसी तरह आप भी हमेशा मुस्कराते रहें। आप भी छोटी-छोटी बातों में ही खुशियां ढूंढिए।

माफ करना सीखें

बच्चें हर चीज हर बात को आसानी से भूल जाते है और हर भूल को माफ कर देते है। लेकिन हम लोग किसी बात को जल्दी भूल नही पाते है। हर बात को याद करते हुए परेशान रहते है। इसलिए हमें एक बच्चें की तरह बनना चाहिए। जिससे कि आप हर सभी को माफ कर सकें। और जिंदगी का मजा ले सके।

आज के लिए जीना

यह एक ऐसा गुण है, जो हर किसी को बच्चों से अपनाना चाहिए। बच्चे आज में जीते हैं और अपने हर पल को खुलकर इन्जॉय करते हैं, जबकि बड़े भविष्य की बचत और खुशियों की चिंता में वर्तमान को यूं ही बर्बाद कर देते हैं। आपको समझना चाहिए कि गुजरा हुआ पल कभी लौटकर नहीं आएगा और जिस भविष्य की आप चिंता कर रहे हैं, वह भी कब आएगा ये कोई नहीं जानता। इस तरह आप सिर्फ अपने जीवन को तनावग्रस्त ही बना रहे हैं।

हमेशा बड़ा सपना देखें

आपने छोटे बच्चों को हमेशा यह बात कहते सुना होगा कि वह बड़े होकर पायलट बने या फिर डॉक्टर बनूगां। इतना कह कर वह बहुत खुश हो जाते है। इसी तरह हमें हमेशा बड़ा सोचना चाहिए। जिससे हमें हिम्मत मिलती है। बड़ा सोचेगे तो 100 में 50 तक तो कुछ होगा ही।

उत्साही

बच्चे जब किसी नई चीज को देखते हैं तो उनके मन में उसे जानने की एक जिज्ञासा व उत्साह पैदा होता है और जब तक उस चीज को अच्छी तरह से समझ नहीं लेते, तब तक उनका उत्साह शांत नहीं होता। अगर हम बच्चों के इस गुण को अपना लें तो जीवन में सफल होने से हमें कोई नहीं रोक सकता क्योंकि हम सभी कोई भी काम शुरू तो बेहद उत्साह से करते हैं, लेकिन कुछ वक्त के बाद वह उत्साह शांत हो जाता है और फिर कार्य भी कभी-कभी पूरा नहीं हो पाता।