Resume बनातें वक़्त ध्यान में रखे यह बातें...

किसी भी नौकरी को पाने की पहली सीढ़ी Resume सेलेक्शन होता है। इसके सेलेक्ट होने के बाद ही आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। हमेशा अच्छी नौकरी मिलने में हमेशा अच्छे रिज्यूमे का सबसे ज्यादा योगदान होता है क्योंकि किसी भी कंपनी में आपसे पहले आपका रिज्यूमे पहुंचता है। रेज्यूमे हमेशा ऐसा बनाएं जो आपकी इमेज और आपके काम के बारे में सही-सही बताता हो। इसलिए रिज्यूमे बनाते वक्त इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

# कठिन शब्दों के इस्तेमाल से बचें :

अपने Resume में कठिन शब्दों का इस्तेमाल न करें। अगर आपको लगता है कि आप टफ वर्ड्स को यूज कर अच्छा इंप्रेशन बना सकेंगे तो आप गलत है। कोशिश करें ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जो आमतौर पर बोले जाते हैं। अगर आप कठिन शब्दों का प्रयोग करते हैं तो उसका मतलब जरूर जानें।

# आखिरी कंपनी :


अगर आप कहीं अप्लाई कर रहे हैं तो अपनी पिछली कंपनी का नाम जरूर लिखें। ताकि रिक्रूटर्स को आपके करेंट स्टेटस के बारे पता चल सके। एम्प्लॉयर्य ये भी पता लगाने की कोशिश करते हैं कि आप अपनी जॉब क्यों छोड़ रहे हैं। Resume डालने से पहले जानिये कि किस पद की वेकेंसी है, उसके लिए कैसा अनुभव चाहिए और उसके हिसाब से ही Resume में बदलाव कीजिए।

# फॉन्ट का ख्याल रखें :

Resume बनाते वक्त फॉन्ट का खास ख्याल रखें। ज्यादा बड़े या ज्यादा फॉन्ट यूज करने से आपका रिज्यूमे भद्दा दिख सकता है और इंप्रेशन भी खराब पड़ता है। 12 से 14 फॉन्ट साइज और टाइम्स न्यू रोमन फॉन्ट स्टैंडर्ड माना जाता है।

# पर्सनल डिटेल्स :

Resume बनाते समय इसमें पर्सनस डिटेल्स को सबसे अंत में लिखें, क्योंकि जिस जगह आप एप्लाई करते है वहां आपकी पिछली जॉब का अनुभव और आपके अचीवमेंट्स को ही परखा जाता है। पर्सनल चीजों को जानने से कंपनी को आपकी क्षमता का पता चलता है। इसके अलावा आप लिंकडिन की लिंक्स भी शेयर कर सकते हैं।

# छोटा रिज्यूमे :

कई बार हमें ऐसा लगता है कि अगर 3-4 पेज का रिज्यूमे बनाएंगे तो ज्यादा टैलेंटेड कहलाएंगे तो आप गलत हैं। कम शब्दों में अपनी बात कहने की कोशिश करें। ज्यादा लम्बा Resume कभी- कभार बोरिंग हो जाते हैं जिसे रिक्रूटर पूरा नहीं पढ़ता और ऐसे में जरूरी जानकारी भी मिस हो जाती है।

# स्पेशल क्वालिफिकेशन :

आपके पास कोई विशेष योग्यता है तो इसकी जानकारी भी Resume में जरूर मेंशन करनी चाहिए। रिज्यूम में आप अपनी शैक्षणिक योग्यताओं के अलावा वह सर्टिफिकेट भी लगा सकते हैं, जो आपने अपनी पढ़ाई पूरी करते समय हासिल की थी।