दोस्ती और प्यार का संगम हैं शादी, शबाना आज़मी और जावेद अख्तर का रिश्ता सिखाता हैं ये 5 बातें

शादी का रिश्ता कोई गुड्डे-गुडिया का खेल तो है नहीं जिसमें आज रिश्ता बनाया और कल तोड़ दिया। जब भी कभी बॉलीवुड इंडस्ट्री की बात आती हैं तो यही कहा जाता हैं कि उनके लिए यह खेल ही हैं। लेकिन इसके उलट बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसी जोड़ियां हैं जो रिलेशनशिप का खूबसूरत चेहरा पेश करते हैं। ऐसी ही एक जोड़ी हैं शबाना आज़मी और जावेद अख्तर का रिश्ता जो शादी को दोस्ती और प्यार का संगम बताता हैं। इनका यह रिश्ता रिलेशनशिप को समझने और सीख लेने का बेहतरीन उदाहरण हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इस रिश्ते से सीखने वाली जरूरी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर अपने रिश्ते को मजबूत बनाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं सीखने वाली इन बातों के बारे में...

दोस्ती से बढ़कर कुछ नहीं

यदि आप अपने रिश्ते में दोस्त पहले बने हैं, तो आपके रिश्ते में कोई भी चीज गलत नहीं हो सकती है। इससे आपका वैवाहिक रिश्ता और ज्यादा मजबूत होता है। इस जोड़े ने पब्लिक के बीच कई बार खुलकर स्वीकार किया है कि वे एक पति पत्नी होने से पहले बहुत अच्छे दोस्त हैं। जावेद अख्तर ने कई बार इस बात को स्वीकार किया है कि वे दोनों इतने अच्छे दोस्त हैं कि उनकी शादी भी उनके बीच की दोस्ती को खत्म नहीं कर सकी।

एक दूसरे को स्पेस देना

शबाना आजमी और जावेद अख्तर अपने अपने काम को लेकर हमेशा व्यस्त रहते हैं। शबाना आजमी ने एक बार शेयर भी किया था वे दोनों काम के सिलसिले में कई बार लंबे समय तक मिल नहीं पाते हैं। लेकिन इससे इनके रिश्ते पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये दोनों एक दूसरे स्पेस देते हैं। यह सब जानते हैं कि ये दोनों व्यक्ति भले ही एक ही इंडस्ट्री के लिए काम करते हैं, लेकिन इनकी वर्क लाइफ अलग अलग है। अपने काम के प्रति प्रतिबद्धताओं के चलते ये दोनों एक दूसरे से भले ही मिल पाने में असमर्थ रहते हों लेकिन ये मानसिक तौर पर हमेशा साथ रहते हैं। इनके इस रिश्ते से यह जानने और सीखने को मिलता है कि आपका एक दूसरे को स्पेस देना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही, चाहे जो भी स्थिति आए एक दूसरे पर भरोसा करना चाहिए।

ईगो की बिल्कुल जगह नहीं

अमूमन अधिकतर रिश्तों में यह देखा जाता है कि यदि एक पार्टनर सफल है तो दूसरा उसे लेकर असुरक्षित महसूस करता है। यही नहीं, उनके बीच का ईगो उनके रिश्ते को खत्म कर देता है। लेकिन शबाना आजमी और जावेद अख्तर के मामले में ये दोनों एक दूसरे के प्रोफेशन की बहुत इज्जत करते हैं। इनके रिश्ते में आज तक किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आई है बल्कि, इन दोनों ने ग्रो करने में एक दूसरे की मदद ही की है। शबाना आजमी ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि हम अपने साथ काम करने वालों और अपने दोस्तों के साथ अपने रिश्ते को सुधारने के लिए कोशिश करते हैं लेकिन हम यह कोशिश अपने पार्टनर के साथ क्यों नहीं करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हम एक दूसरे को हल्के में लेते हैं, ईगो में आ जाता है और एक दूसरे के स्पेस का सम्मान नहीं करते हैं।

एक दूसरे के लिए सम्मान

जावेद अख्तर और शबाना आजमी के बीच में प्यार तो है ही लेकिन, उससे कहीं ज्यादा बढ़कर एक दूसरे के प्रति सम्मान है। एक इंटरव्यू के दौरान शबाना आजमी ने शेयर किया था कि हमारे रिश्ते के बीच में ऐसा कुछ भी रोमांटिक नहीं है। लेकिन एक दूसरे के प्रति सम्मान और दोस्ती पर हमारा रिश्ता जरूर आधारित है। यही वजह है कि इन दोनों ने ना सिर्फ एक दूसरे के प्रति बल्कि एक दूसरे के परिवार को अपनाने में भी पहल दिखाई है। शबाना मेडिकल कन्डीशन की वजह से कभी मां नहीं बन पाईं। ऐसी स्थिति में भी जावेद ने शबाना को पूरी तरह से सपोर्ट किया। बल्कि जावेद और हनी के दोनों बच्चे फरहान अख्तर और जोया अख्तर के साथ शबाना का जुड़ाव खास रहा है।

बढ़िया सपोर्ट सिस्टम

वैवाहिक रिश्ते में आपको एक दूसरे का सपोर्ट करना बहुत जरूरी है। साथ ही एक दूसरे के निर्णय का सम्मान करना भी। कई बार ऐसा देखा गया है कि शबाना आजमी या जावेद अख्तर का यूजर्स के साथ सोशल मीडिया पर अच्छा अनुभव नहीं रहता है। ऐसी स्थिति में हमेशा इन दोनों ने एक दूसरे की मदद ही की है। इनके रिश्ते से यह सीखने को मिलता है कि भले ही दूसरा गलत हो लेकिन कभी भी उस पर पब्लिक के बीच में ऐसा गुस्सा नहीं निकालना चाहिए। यदि आप उसकी बात से सहमत है तो उसे सपोर्ट करें। लेकिन यदि आप सहमत हैं तो भी उसकी राय का सम्मान करना चाहिए। किसी भी बात को लेकर पब्लिक के बीच में बहस करने की बजाय घर पर हेल्दी बहस करने पर जोर देना चाहिए।