भारतीय कल्चर में पिता को हमेशा काफी सख्त दिखाया जाता है जिस कारण मान लिया जाता है कि हर पिता सख्त होते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। हर पिता अपने बच्चों को बहुत प्यार करते हैं। हां, ये हो सकता है वो उतना खुलकर बच्चे पर अपना प्यार नहीं लुटा पाते हैं लेकिन पिता बच्चे की सफलता पर खुश और दुख में दुखी होता है। अक्सर भारतीय परिवारों में देखा गया है कि जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है वह अपने पिता से खुलकर बात नहीं कर पाता है जिसकी वजह से दोनों के बीच दूरियां बढ़ना शुरू हो जाती हैं। दरअसल, कई बार कुछ ऐसी चीजें दोनों के बीच में हो जाती है जो पिता-पुत्र के रिलेशन में कड़वाहट पैदा कर देती है। ऐसे में उन बातों पर ध्यान देना बेहद जरुरी हैं। अगर आपको लगता है कि इन बातों की वजह से रिश्ते में दूरी आ रही है तो इस फादर्स डे पर इन्हें दूर करें...
सुबह जल्दी ना उठनापिता सुबह जल्दी उठने को कहते हैं। ऐसे में कई बार पिता के गुस्से का सामना भी करना पड़ जाता है। ऐसे में बच्चों को समझना चाहिए कि उनकी नींद से पिता को कोई परेशानी नहीं है बल्कि वे चाहते है कि आप सुबह जल्दी उठें, एक्सरसाइज करें, पढ़ाई करें। यह तो हम सभी जानते है कि सुबह उठ कर एक्सरसाइज करना और पढ़ाई करना दोनों फायदेमंद हैं इसलिए कभी भी पिता की इस बात का बुरा ना मानें कि वो सुबह देर तक सोने ही नहीं देते।
पिता का अधूरा सपनाहर पिता का यह सपना होता है कि वे अपनी लाइफ में जो नहीं कर पाए उनका बेटा जरुर करें। उदाहरण के लिए अगर कोई पिता डॉक्टर बनना चाहता था लेकिन किसी कारण जैसे पैसों की तंगी के चलते वे अपना सपना पूरा नहीं कर पाए तो उनका सोचना होता है कि बच्चा पढ़ लिख कर उनका सपना पूरा करेगा लेकिन ऐसे में अगर बच्चा शुरू से ही यही सोच रखे कि उसे डॉक्टर नहीं बनना है और अपनी मर्जी के मुताबिक करियर को चुनता है तो इसकी वजह से रिश्तों में खटास आ सकती है। दरअसल, अक्सर देखा गया है कि बच्चे अपने दोस्तों की पसंद से करियर का चुनाव कर लेते है। कई बार आपका लिया हुआ वे फैसला गलत भी हो जाता है। पिता कभी भी आपके लिए गलत नहीं सोचते इसलिए अगर पिता आपके करियर के लिए कुछ सोचते हैं तो आपको एक बार कोशिश करके जरूर देखनी चाहिए, फिर अगर आपको लगता है कि आपको मजा नहीं आ रहा है तो आप अपने मुताबिक करियर चुन सकते हैं।
मोबाइल को लेकर आज के समय में लोगों को देर तक मोबाइल चलाने की आदत पड़ चुकी हैं। देर तक मोबाइल चलाते रहने से आंखों, दिमाग और शरीर को काफी नुकसान होता है। अगर आप भी ऐसा करेंगे तो जाहिर की बात है कि पिता आप पर गुस्सा भी होंगे। पिता आपकी भलाई के लिए आप पर गुस्सा करेंगे ऐसे में अगर आप उनकी बात का बुरा मानकर उनसे बात करना बंद करे देंगे तो यह गलत बात है। पिता आपकी भलाई के लिए ही आपको डांट रहे हैं इसलिए कभी भी पिता की डांट को गलत तरीके से ना लें।
तुलना करनाभारतीय परिवारों में अक्सर देखा गया है कि पिता दूसरों के बच्चों का उदाहरण देकर अपने बेटे या बेटी को सुनाते है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पिता आपको कमजोर दिखाना चाहते है। ऐसा बोलने के पीछे उनका मकसद होता है कि आप भी उस बच्चे की तरह मेहनत करके सफल बन सकते हैं। उनका उद्देश्य आपको आगे बढ़ाना होता है ना कि नीचा दिखाना। इसलिए कभी भी अगर आपके पिता किसी का उदाहरण देते हैं तो उनकी बातों पर विचार करें। उनकी बातों को नेगेटिव तरीके से ना लें।
कठोर रवैयापिता का कठोर रवैया रखकर आपको गलत सही की पहचान कराना हैं। इसलिए कभी भी उनकी बातों का बिल्कुल भी बुरा ना मानें। अगर कुछ चीज आपको सही नहीं लग रही है तो उसको लेकर पिता से बात करें।