बच्चों को पढ़ाते समय आजमाए ये टिप्स, बढ़ेगी सीखने की चाह

बच्चों के गर्मियों की छुट्टियाँ समाप्त हो चुकी हैं और स्कूल फिर से शुरू हो चुके हैं। ऐसे में पेरेंट्स पर बच्चों की पढ़ाई का काम फिर से आ जाता हैं। हर पेरेंट्स की चाहत होती है कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर अपना भविष्य सँवारे। लेकिन इस पढ़ाई-लिखाई के साथ ही कुछ नया करने की चाह होना भी जरूरी हैं। ऐसे में पेरेंट्स को बच्चों को पढ़ाते समय कुछ टिप्स आजमाने चाहिए जिनकी मदद से बच्चों का ज्ञान बढ़ने के साथ ही सीखने की चाह भी बढे। आज हम आपके लिए उन्हीं टिप्स की जानकारी लेकर आए हैं जिनकी मदद से यह मुमकिन हो सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।

खेल खेल में समझाएं
मैथ्स साइंस को समझाने के लिए बच्चों को बुक्स के साथ खेल के माध्यम से समझाएं। मैथ्स के फॉर्मूले उन्हें समझाने के लिए अलग अलग ट्रिक्स का इस्तेमाल करेंगे। इससे न केवल वह जल्दी उन्हें समझेंगे बल्कि सारी उम्र उन्हें वह याद रहेंगे। मार्किट में आजकल कई 3 डी खिलौने, मॉडल, डायग्राम उपलब्ध है।

फोटो के साथ समझाएं
अगर बच्चा छोटा है तो उसे चीजों को समझाने के लिए बुक्स के साथ साथ फोट्स व वीडियो का इस्तेमाल करें। इससे एक तो उन्हें जल्दी समझ आएगा दूसरा वह पढ़ते हुए बोर नहीं होंगे। फोटो वाली चीजें उनकी दिमाग में ज्यादा अधिक समय के लिए अपनी छाप छोड़ेगीं।

नई चीजों के बारे में दें जानकारी
बच्चों को कभी भी घर पर मत रहने दें। उन्हें हफ्ते या 15 दिन में एक बार ऐसी जगह ले जाएं जहां पर वह कुछ नया सीख सकें। हो सकें तो उन्हें रोज पार्क में ले जाएं, वहां पर जाकर वह अपनी उम्र के बच्चों से काफी कुछ नया सीखेंगें। उन्हें नई आ रही टेक्नोलाजी के बारे में जानकारी दें। उन्हें बताएं की इसका इस्तेमाल किस तरह से करना चाहिए।

बच्चों के साथ न हो सख्त
अगर बच्चे जल्दी नहीं समझते ह तो कभी भी उनके साथ सख्त न हो, उन्हें प्यार के साथ समझाएं। वहीं कुछ बच्चे ऐसे होते है जो कि हर बात पर सवाल पूछते है, उन्हें उनकी बातों का सही उत्तर देकर शांत करें। अगर आप उन्हें बार बार मारेगें या डांटेगें तो वह आपकी बात मानना छोड़ देंगे। उन्हें मार खाने की आदत हो जएगी। अगर आप उसे हर बात पर डांटेगी या मारेगीं तो वह आपसे डर कर रहेगा, खुल कर आपसे अपनी बातें शेयर नहीं कर पाएगा।

बच्चों को डराएं या धमकाएं नहीं
पढ़ाई न करने पर कभी भी बच्चे को आज खाना न मिलने, स्टोररुम में बंद करनें या स्कूल से नाम कटवाने की धमकी न दें। क्योंकि अगर आप उन पर इमोशनल हथियार का इस्तेमाल करेंगे तो इसका असर उनके दिल पर पड़ेगा। बल्कि उन्हें प्यार से समझाएं।