रिलेशनशिप को खोखली कर सकती हैं ये 5 चीजें, कभी ना आने दे अपने रिश्ते के बीच

रिलेशनशिप को गाडी के दो पहियों की तरह माना जाता हैं जिनका संतुलन रिश्ते की गाड़ी को अच्छे से चलाने में मदद करता हैं। जिस तरह स्पीड ब्रेकर आता हैं और दोनों टायर संतुलन बनाते हैं और गाड़ी को नुकसान होने से बचाते हैं। उसी तरह रिलेशनशिप में भी कुछ चीजें ऐसी आती हैं जो आपके रिश्ते का संतुलन बिगाड़ सकती हैं। इस संतुलन में आई गड़बड़ी रिलेशनशिप की गाड़ी में रूकावट डाल सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो रिलेशनशिप को खोखली कर सकती हैं। तो इन चीजों को कभी भी अपने रिश्ते के बीच ना आने दे।

कम्यूनिकेशन गैप

बातचीत ना करना किसी समस्या का हल नहीं बल्कि यह रिश्तों को और उलझा देता है। एक-दूसरे से शिकायत हो या विवाद हो गया हो तो मन शांत होते ही उस पर बात करें। बात करना ही समाधान है। बात ना करने की आदत धीरे धीरे दूरियाँ बढ़ने लगती हैं और रिश्ते कमज़ोर होने लगते हैं।

ईर्ष्या

आपस में प्रतियोगी ना बनें, आप साथी हैं और एक दूसरे का सहारा भी। एक दूसरे की कामयाबी का जश्न मनाएँ ना कि ईर्ष्या पालें। अक्सर ऐसा देखा गया है कि घर के सदस्य आपस में ही प्रतियोगिता करने लग जाते हैं यह जताने के लिए कि वो श्रेष्ठ हैं या उनकी सोच हमेशा सबसे सही होती है। ऐसे में दूसरे की ज़रा सी गलती पर भी वो उसे सुनाने और नीचा दिखाने लगते हैं कि मैंने पहले ही कहा था या देखा तुम्हारी समझ और अक्ल के भरोसे तो कुछ नहीं हो सकता। इस तरह की भावनाएँ नकारात्मकता फैलाती हैं, इनसे बचें।

धोखा


पार्टनर को चीट ना करें और यह धोखा कई तरह का हो सकता है, प्यार का, पैसों का या फिर ज़िम्मेदारी का। रिश्ते से बाहर लोगों को अपना समझना, अपनों के बीच पैसों को लेकर ज़्यादा चालाकी करना, ज़िम्मेदारी से बचने का बहाना खोजना- ये सब धोखा ही है। रिश्ते निभाने के लिए रिश्तों को जीना और ज़िम्मेदारी लेना सीखना पड़ता है। पैसों से ऊपर उठकर सोचना पड़ता है।

झूठ

यह किसी भी रिश्ते को कमज़ोर कर सकता है। झूठ चाहे कितना भी मीठा हो लेकिन वो सच की जगह कभी नहीं ले सकता। कोशिश करें कि रिश्तों में ईमानदार बने रहें और झूठ को पनपने ही ना दें। अपनी समस्यायएं शेयर करें, छिपाएँ नहीं, शेयर करने से उनका हल निकल सकता है और छुपाने से वो बढ़ती चली जाती हैं और इसके लिए आपको झूठ पर झूठ भी बोलने पड़ते हैं, जिनका खुलासा होने पर आप पर से अपनों का ही भरोसा उठ जाता है। बेहतर होगा कि सच के साथ रहें और अपने रिश्तों को भी सच्चा बनाएँ।

ईगो


किसी भी रिश्ते के लिए ये सबसे बड़ा ज़हरीला तत्व है। ईगो आपको कुछ पलों के लिए तो एक जीत का एहसास ज़रूर दिला सकता है लेकिन इसके बदले आप क्या कुछ हार जाते हैं यह बाद में पता चलता है। ईगो आपके रिश्ते को खोखला कर सकता है क्योंकि धीरे धीरे आपके अपने भी आपसे दूर होने लगते हैं क्योंकि रिश्तों में हमेशा झुककर चलने की, एडजेस्ट करने की और एक-दूसरे को सपोर्ट करने की ज़रूरत होती है लेकिन आपका ईगो आपको यह सब करने से रोकता है। बेहतर होगा ईगो कम और प्यार ज़्यादा रखें।