फिल्मों से बहुत अलग होता हैं रियल लाइफ सेक्स, जानें कारण

किसी भी रिलेशनशिप में सेक्स का अपना विशेष महत्व होता हैं क्योंकि यह आपके बीच नजदीकियां लाने और प्यार को बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे में इसको मजेदार बनाने के लिए लोग बॉलीवुड स्टाइल से रोमांस करने की चाहत रखते हैं। लेकिन आपको यह समझने की जरूरत है की रील लाइफ और रियल लाइफ दोनों में बहुत अंतर होता हैं। आज हम आपको उन्हीं कारणों के बारे में बताने जा रहे है जो रील लाइफ और रियल लाइफ सेक्स में अंतर बताते हैं।

रियल लाइफ सेक्स इतना सहज नहीं होता

मूवीज और फिल्म्स में सेक्सी सीन्स को जितना सरल और सहज दिखाया जाता है, रियल लाइफ में यह उतना आसान नहीं होता। आपके कपड़े उस तरह से और उतनी आसानी से नहीं निकलते जिस तरह फिल्मों में। ब्रा का हुक हो या जींस का बटन- रियल लाइफ में सेक्स से पहले कपड़े उतारना उतना सेक्सी नहीं होता जितना स्क्रीन पर दिखता है।

​​हमारी बॉडी, ऐक्टर्स जैसी परफेक्ट नहीं होती

फिल्मों में दिखने वाले ऐक्टर्स की सिक्स पैक ऐब्स और ऐक्ट्रेस की परफेक्ट कर्व्स वाली बॉडी होती है, स्क्रीन पर दिखने वाले ये सेक्सी सीन्स बेस्ट ऐंगल में शूट किए जाते हैं और इस वजह से वे परफेक्ट दिखते हैं। रियल लाइफ में ऐसा नहीं होता। हमारे शरीर में स्ट्रेच मार्क्स होते हैं, मोटापा दिख रहा होता है, शरीर पर बाल दिखते हैं, ब्रेस्ट का शेप परफेक्ट नहीं होता। परफेक्ट बॉडी न होने की ये समस्या ज्यादातर लोगों के साथ होती है इसलिए स्क्रीन पर दिखने वाले सेक्स सीन्स से अपनी तुलना करने पर आपको बॉडी इशू हो सकता है।

सांस की बदबू की दिक्कत

मूवीज में आपने अक्सर कपल्स को सुबह उठते के साथ लवमेकिंग करते हुए दिखाया जाता है। इसे देखकर आप भी सोचते होंगे कि क्या उन्हें सांस की बदबू की समस्या नहीं होती? आप इन कपल्स को सेक्स से पहले ब्रश करते हुए या माउथवॉश यूज करते हुए नहीं देखते होंगे। लेकिन हकीकत में इस तरह की बात संभव नहीं है।

​प्रोटेक्शन यूज करते हुए नहीं दिखाते

आपने फिल्मों में दिखाए जा रहे सेक्स सीन्स में शायद ही कभी ऐक्टर्स को बीच ऐक्ट के दौरान कॉन्डम का पैकेट खोलकर प्रोटेक्शन यूज करते देखा होगा। फिल्मों में दिखने वाले पैशनेट लवमेकिंग सीन के दौरान किसी तरह का ब्रेक नहीं होता। लेकिन रियल लाइफ में अनचाहे गर्भ और किसी भी तरह की सेक्शुअल बीमारी से बचने के लिए बेहद जरूरी है कि आप कॉन्डम का इस्तेमाल करें।