बच्चों के चिडचिडा होने का कारण बनती है पेरेंट्स की ये गलतियाँ, जानें और इनमें सुधार करें

वर्तमान समय में देखा जा रहा है कि बच्चे समय के साथ चिडचिडे होते जा रहे हैं और दूसरों के साथ असामान्य व्यवहार करने लगते हैं। यह बच्चों के पेरेंट्स के लिए परेशानी का कारण बनता हैं। लेकिन पेरेंट्स शायद ही यह जानते होंगे कि कभीकभार उनका व्यवहार ही बच्चों के चिडचिडेपन का कारण बनता हैं। जी हाँ, पेरेंट्स की कुछ गलतियाँ बच्चों के चिडचिडा होने का कारण बनती हैं। आज हम आपको पेरेंट्स की उन गलतियों के बारे में ही बताने जा रहे हैं जो बच्चों के चिडचिडेपन का कारण बन रही हैं। तो आइये जानते हैं पेरेंट्स की उन गलतियों के बारे में।

हर बात का जवाब पीटना नहीं

आपके बच्‍चे ने कुछ तोड़ दिया, नंबर कम आए या दोस्‍तों से झगड़ पड़ा तो इसका इलाज अगर आपने पीटने को मान लिया है, तो यह बहुत बड़ी भूल है। हर बच्‍चे को गुस्‍सा आता है पर जब उस गुस्‍से के जवाब में आप उन्‍हें पीटना शुरू कर देते हैं तो यह गुस्‍सा हिंसक हो सकता है। इसलिए बच्चे को कभी भी मारना नहीं चाहिए। अगर बच्चा परेशान कर रहा है, तो उसकी बात सुनें और परेशानी दूर करने की कोशिश करें।

दूसरों के सामने बेइज्जत करना

अगर आप उसे बच्‍चा समझकर यह मान रहे हैं कि उसे सम्‍मान-अपमान का भाव महसूस नहीं होता तो आप अपने बच्‍चे का व्‍यवहार खुद ही बिगाड़ रहे हैं। हर बच्‍चे में सेल्‍फ एस्‍टीम की भावना बहुत कम उम्र से ही आ जाती है। आपके व्‍यवहार से वह इसमें इजाफा करता है जबकि अपमानित किए जाने पर वह भी आपके प्रति ऐसा ही व्‍यवहार उचित समझता है।

पोषण न मिलना

क्‍या आप सिर्फ यह गिन रहे हैं कि बच्‍चे ने कितनी रोटियां खा लीं या वह टिफि‍न खत्‍म करके आया या नहीं, तो इसका अर्थ है कि आपको अपने बच्‍चे के बारे में कुछ नहीं पता। हर बच्‍चे की पोषण की जरूरतें अलग-अलग होती हैं। जब बच्‍चे को उसकी जरूरत के हिसाब से पोषण नहीं मिल पाता तो वह चिड़चिड़ा हो जाता है। कई बार पेरेंट्स इस बारे में जागरुक ही नहीं होते कि जो वे बच्‍चे को खाने के लिए दे रहे हैं वह वाकई उसकी पोषण की जरूरतें पूरी कर भी रहा है या नहीं। जरूरी है कि बच्‍चों के खाने में हरी सब्जियां, दालें, अनाज, सलाद, फल और डेयरी उत्‍पाद जरूर हों। जिससे उसे पूरा पोषण मिल सके।