भारत में शादी का रिश्ता दो लोग नहीं बल्कि दो परिवारों में होता हैं। ऐसे में शाद्दी के बाद के कुछ दिन बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं जो आपके आगे की जिंदगी को तय करने में मदद करते है। शादी मे पूरी उम्र एक दूसरे का साथ निभाने का वादा करते हैं और इसकी शुरुआत होती हैं शादी के बाद के शुरूआती दिनों से ही। शुरूआती दिनों में की गई कुछ गलतियां आपके रिश्ते को कमजोर कर सकती हैं। आज हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जानना और समझना बहुत जरूरी हैं।
- शादी के बाद जब दो लोग एक दूसरे से जुड़ते हैं तो दोनों को थोड़ा बदलना पड़ता है, लेकिन जब दोनों में से कोई एक पार्टनर दूसरे को अपने हिसाब से ढालने कि कोशिश करता है। तो ये आदत आपके रिश्ते पर बुरा असर डाल सकती है। कपल्स को हमेशा एक-दूसरे की पसंद-नापसंद, प्राइवेसी और उसकी च्वाइस का ध्यान रखना चाहिए।
- आज के समय में पुरुष और महिला दोनों ही कामकाजी हैं। इसलिए शादी के बाद पैसों को लेकर अक्सर बात न करने से आपके रिश्ते में परेशानियां आ सकती हैं। इसलिए शादी के बाद या फिर पहले ही फाइनेंशियल बातो को लेकर आपस में बात कर लेनी चाहिए। ताकि आपको आगे जाकर कोई परेशानी न हो, और आप दोनों आराम से अपनी लाइफस्टाइल को मेंटेन करके रख सकें।
- हमारे यहां घर का ज्यादातर काम महिलाओं के हिस्से में ही होता है। लेकिन अगर परिवार बड़ा है या फिर आपकी पत्नी भी जॉब करती है तो घर के कामों को भी आपस में बांट लेना चाहिए, नहीं तो काम को लेकर परिवार और आपके रिश्ते के बीच परेशानी हो सकती है। इसके लिए घर और परिवार में आपस में बैठकर आराम से बात कर लेनी चाहिए।
- जब शादी के शुरुआती दिन होते हैं, तो अक्सर देखने में आता है कि कोई भी बात पार्टनर आपस में या परिवार के सामने खुलकर नहीं कह पाते हैं। ये समस्या लड़कियों के साथ ज्यादा होती है क्योंकि वे एक नए परिवार में जाती हैं। किसी भी परेशानी या बात को मन में ही रखना सही नहीं रहता है। किसी भी बारे में परिवार या पार्टनर के साथ खुलकर बात करनी चाहिए, क्योंकि यहीं छोटी बातें आगे चलकर बड़ी बन सकती हैं।
- जब नई शादी होती है तो एक दूसरे को समझने में थोड़ा वक्त तो लगता ही है, कभी-कभी इसी वजह से आपस में कहा सुनी भी हो जाती है लेकिन इस बारे में किसी तीसरे यानि दोस्तों या रिश्तेदारों से डिस्कस करना सही नहीं रहता है। इससे आपका रिश्ता कमजोर हो सकता है। कोई भी बात या परेशानी आपस में या परिवर के साथ मिलकर सुलझाएं।