अक्सर सताने लगती है घर की याद, इस तरह निकलें अकेलेपन से बाहर

आज के समय में हर कोई अपना भविष्य संवारने के लिए घर से बाहर निकलकर दूसरी जगह पर जाकर रहता हैं। व्यक्ति पढ़ाई और नौकरी के लिए घर से मीलों दूर दिन गुजारता हैं। ऐसे में अक्सर देखा जाता हैं कि कोई दिन ऐसा आता हैं जब घर की याद सताने लगती हैं और इच्छा होती हैं कि सबकुछ छोड़कर घर को चल दिया जाए। लेकिन ऐसा करना अपने भविष्य और घरवालों की उम्मीदों के साथ खिलवाड़ करना होगा। ऐसे में जरूरी हैं कि कुछ तरीकों की मदद से इस अकेलेपन से बाहर निकला जाए। आज हम आपको कुछ ऐसे ही तरीकों की जानकारी देने जा रहे है जो आपका अकेलापन दूर करने में मदद करेंगे।

खुद को व्यस्त रखें
अगर पढ़ाई या जौब करने के बाद आप के पास कुछ समय बचता है तो आप उस समय का प्रयोग अपना शौक पूरा करने में कर सकते हैं। इस के अलावा अपने पासपड़ोस में दूसरों की मदद करने में भी आप अपना खाली वक्त बिता सकते हैं। किसी की सहायता कर के आप को बेइंतहा खुशी महसूस होगी और इस से आप खुद को बहुत ऊर्जावान भी पाएंगे।

खुद से एक मुलाकात
अकेलेपन के इस सुअवसर का लाभ उठाएं और इस खूबसूरत वक्त में खुद से एक मुलाकात करना न भूलें। वैसे भी बाद में जीवन की बढ़ती व्यस्तता और आपाधापी में यह मौका हमें कम ही मिल पाता है। कहने का सार सिर्फ यह है कि अपनी अच्छाइयों और कमियों से रूबरू हो कर इस समय आप अपने व्यक्तित्त्व के सुधार की ओर अग्रसर हो सकते हैं।

अकेलेपन के शिकार तो नहीं
अकेलापन अवसाद की स्थिति की निशानी है, जबकि व्यक्ति के अकेले रहने का वक्त अपनेआप को कामयाब बनाने का एक स्वर्णिम अवसर है। अत: स्वयं को प्रेरित कर अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं। हर उस पल जब आप अकेला महसूस करें खुद को दिलासा दें कि यह स्थिति सदा के लिए नहीं है और जल्द ही आप अपने निश्चित मुकाम पर पहुंचेंगे।

नए दोस्त बनाएं
अपने कालेज, कोचिंग या कार्यस्थल पर नए दोस्त बनाएं। उन के साथ कुछ समय व्यतीत करें। आसपास की जगहों पर उन के साथ घूमने का प्रोग्राम भी बना सकते हैं। इस से आप का अकेलापन दूर होने के साथ ही उस जगह विशेष के बारे में भी आप को नई जानकारी प्राप्त होगी। वैसे भी दोस्तों के साथ क्वालिटी वक्त बिता कर हम तरोताजा महसूस करते हैं।

अपना मनोबल ऊंचा रखें
यह माना कि आप अपने घर से दूर हैं और घर वालों से बारबार नहीं मिल सकते, लेकिन आज के दौर में उन के संपर्क में आसानी से रहा जा सकता है। मगर इस का यह मतलब भी नहीं कि आप अपनी पढ़ाई या जौब पर ध्यान न दे कर बारबार उन्हें कौल करते रहें। यदि हो सके तो रोज शाम को अपने काम से फ्री हो कर आप घर फोन कर सब की खैरखबर ले सकते हैं, साथ ही अपने काम व प्रोग्रैस के बारे में उन्हें बता सकते हैं।