जीवन की सफलता के मूलमंत्र साबित होंगे स्वामी विवेकानंद के ये 5 सूत्र

12 जनवरी को हर साल स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। स्वामी विवेकानंद युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं जिनकी कही गई बातें आज भी जीवन का मार्ग प्रशस्त करती हैं। अक्सर देखा जाता हैं कि व्यक्ति अपने जीवन में हताश हो जाता हैं और उसे मोटिवेशन की जरूरत होती हैं। ऐसे में व्यक्ति को स्वामी विवेकानंद के ये 5 सूत्र समझने की जरूरत हैं जो कि जीवन की सफलता के मूलमंत्र साबित होते हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

तारीफ हो या निंदा

स्वामी विवेकानंद के अनुसार लोग चाहें तुम्हारी तारीफ करें या निन्दा,चाहें तुम पैसे वाले हो या न हो,तुम कभी भी सच्चाई के रास्ते से मत हटना। सत्य ही आपको सफलता की सीढ़ी तक ले जाएगा।

किसी के सामने सिर मत झुकाना

स्वामी विवेकानंद के अनुसार इंसान को कभी भी अपनी आत्मा को छोड़कर किसी और के सामने सिर नहीं झुकाना चाहिए। आप खुद जानते हैं कि आप क्या गलत और सही कर रहे हैं।

सफल जीवन का राज

स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि अगर आप सफल जीवन जीना चाहते हैं तो इसकी पहली सीढ़ी आत्मविश्वास की है। जिस व्यक्ति में आत्म विश्वास नहीं होता वो बलवान होकर भी कमजोर ही बना रहता है। जबकि इसके विपरीत जिस व्यक्ति में आत्म विश्वास भरा हुआ होता हैं वो कमजोर होकर भी बलवान ही रहता है।

सफल होने के लिए लगातार सीखते रहें

स्वामी विवेकानंद के अनुसार व्यक्ति जब तक जीए सीखता रहे। संसार में अनुभव ही आपका सबसे बड़ा शिक्षक होता है।

कोई काम असंभव नहीं

स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि ऐसा कोई कार्य नहीं है जो मनुष्य नहीं कर सकता। संसार का सारा सामर्थ्य और ऊर्जा हमारे अंदर ही मौजूद है। अगर आप कोशिश करेंगे तो आप कुछ भी कर सकते हैं।