घर के बड़े-बुजुर्गों को घर की संजीवनी बूटी माना जाता हैं क्योंकि हर मुश्किल समय में उनका अनुभव परिवार को मुश्किलों से बाहर निकालता हैं। घर के बच्चों को अपने दादा-दादी से जीवन जीने का सलीका सीखने को मिलता हैं। इसी के साथ ही ऐसी कई चीजें हैं जो उनके अनुभव से सीखी जाए तो हमारे रिश्ते बने रहते हैं। आज हम आपको उनकी कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो हमें जरूर सीखनी चाहिए। ये बातें हमारे रिश्तों को बनाए रखने में बहुत मदद करती हैं। तो आइये जानते हैं उन बातों के बारे में।
* क्षमा करनाआपको भी ग्रैंडपैरेंट्स से सीखना चाहिए कि अपनो की गलती को किस तरह माफ कर सकते हैं। गलतियां सभी से होती हैं लेकिन उसे माफ करना सबसे बड़ा बड़प्पन है।
* सब्र या धैर्य रखनागुस्सा तो बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक सभी को आता है। मगर बुजुर्गो का धैर्य कई बार उस गुस्से को रोक लेता है। इंसान में धैर्य या सब्र का होना बेहद जरूरी होता है। यह परिवार को जोड़े रखता है।
* कम्युनिकेशनरिश्ते में कम्यूनिकेशन बेहद जरूरी होता है क्योंकि बातचीत न करना रिश्ते टूटने की वजह बन सकता है। हमेशा एक-दूसरे के टच में रहना ग्रैंडपैरेंट्स से सीखें।
* कमिटमेंट होनाबड़े-बुजुर्ग जो भी वादे और कमिटमेंट अपने करीबियों से करते हैं उन्हें हर हाल में पूरा करते हैं। आप भी उनसे यह बात बहुत अच्छे से सीख सकते हैं।
* दोस्त बनने की कलाबड़े-बुजुर्गो को दोस्त बनने की कला अच्छे से आती है। दरअसल, उन्हें सामने वाले शख्स को समझने का अच्छा-खासा तजूरबा होता है। वह हर किसी की खुशी के बारे में जानते हैं और पलभर में दोस्त बनकर उसे सोल्व भी कर देते हैं।