बच्चों के लिए स्कूल एक महफूज जगह मानी जाती है जहां वे ज्ञान ग्रहण करते हैं। लेकिन वर्तमान समय में कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां स्कूल में ही बच्चों के साथ गलत व्यवहार हो रहा हैं। स्कूल ऐसी जगह हैं जहां बच्चों के आसपास उनके पेरेंट्स भी नहीं रहते हैं। ऐसे में बच्चों को खुद को महफूज रखने के लिए पेरेंट्स को उन्हें कुछ बातें बताने की जरूरत होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से माता-पिता को अपने बच्चों को समझाना चाहिए कि स्कूल में अपनी सुरक्षा स्वयं कैसे करनी है। आइये जानते हैं बच्चे कैसे खुद को महफूज रख पाएंगे।
स्कूल में देर तक ना बैठनाकुछ बच्चों की आदत होती है कि वे स्कूल खत्म होने के बाद भी अपने दोस्तों के साथ खाली क्लास रूम में बैठकर बातें करते हैं या उनके साथ खेलते हैं। उन्हें समझाएं कि ऐसा करना गलत है। समय पर स्कूल जाएं और समय पर स्कूल से आना बेहद जरूरी है। साथ ही बच्चों को कहें कि सुबह के समय भी स्कूल में सबसे पहले जाकर ना बैठें। अपने टाइम पर ही स्कूल पहुंचे।
इधर उधर ना घूमेंस्कूल में कई ऐसी जगह होती है जैसे खेलकूद का हॉल, साइंस लैब, लाइब्रेरी, आर्ट रूम, जहां बच्चे को जाना पसंद है। लेकिन जब ऐसे रूम खाली हो तो उस दौरान बच्चों को वहां नहीं जाना चाहिए। इस बारे में माता-पिता अपने बच्चों को समझाएं। साथ ही ये बताएं कि जब उससे संबंधित पीरियड हो तभी ऐसी जगह पर जाएं। खाली समय में इन जगहों पर जाकर अकेले ना बैठें।
चिल्लाना भी है जरूरीकुछ बच्चे बेहद शर्मीले या नाजुक स्वभाव के होते हैं। ऐसे में माता-पिता इन बच्चों से कहें कि यदि अपने आसपास कुछ नकारात्मक लगे या खतरा लगे तो ऐसे समय में चिल्लाने से ना शर्माएं क्योंकि हो सकता है कि आपके चिल्लाने पर आपके आसपास का खतरा खुद ही दूर हो जाए और आपकी मदद के लिए कोई आपके पास आ जाए।
बच्चों को बनाएं निडरबच्चों को निडर बनाना जरूरी है। ऐसे में माता-पिता उन्हें ऐसी कहानियां सुनाएं, जिससे उनके अंदर पर डर खत्म हो जाए और बच्चों का आत्मविश्वास मजबूत हो। इससे अलग आप अपने अनुभव को भी बच्चों के साथ शेयर कर सकते हैं। उन्हें समझाएं कि यदि कोई व्यक्ति आपके साथ गलत व्यवहार कर रहा है तो खुद के लिए खड़ा होना बेहद जरूरी है।
जब स्कूल से जुड़ा कोई सदस्य करे परेशानकभी-कभी बच्चे स्कूल में काम करने वाले सदस्यों से ही परेशान हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें समझाएं कि इस प्रकार की परिस्थिति आने पर बच्चे तुरंत माता-पिता को बताएं। वहीं अगर किसी की बातों से आपको ठेस पहुंची है तब भी माता-पिता को उसके बारे में बताएं। साथ में हल के बारे में भी बताएं। माता-पिता ध्यान दें जब बच्चा इस प्रकार की कोई शिकायत आपके पास लेकर आए तो उसकी बातों को अच्छे से सुनें और उस पर तुरंत एक्शन लें।
स्कूल से बाहर ना निकलेंसबसे पहले बच्चों को यह समझाएं कि स्कूल से किसी भी काम के लिए बाहर ना निकलें और अगर वे बाहर जा भी रहे हैं तो अपने साथ स्कूल के किसी कर्मचारी या अध्यापक को बता कर जाएं। बच्चों को ये भी समझाएं कि बिना बताए स्कूल से बाहर जाने पर आप को न केवल स्कूल से निकाला जा सकता है बल्कि ऐसा करने से आप किसी दुर्घटना के शिकार भी हो सकते हैं।
अनजान व्यक्ति से ना करें बातबच्चों को बताएं कि स्कूल में अध्यापक, दोस्तों और कर्मचारियों के अलावा कुछ ऐसे लोग भी मिल सकते हैं जो आपके लिए अनजान हैं। ऐसे में उन लोगों से दूरी बनाए रखें और अगर वह बात करने की कोशिश करें तो उनका ज्यादा मनोरंजन ना करें। बच्चों को यह भी समझाएं कि अनजान व्यक्ति आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है।
घर की बातों को ना करें शेयरअकसर बच्चे दोस्तों से बात करने के लिए नए-नए टॉपिक को चुनते हैं लेकिन अपने बच्चों को समझाएं कि स्कूल में किसी भी व्यक्ति या दोस्त के साथ अपने घर की बात साझा ना करें। खासकर पैसों से जुड़ी बातें किसी को भी ना बताए। नहीं तो पैसों से जुड़ी जानकारी सुनकर कोई भी व्यक्ति आपको लालच में आकर हानि पहुंचा सकता है।
सीनियर्स पर भी पाएं काबूअपने बच्चे को समझाएं कि यदि कोई मनमानी करें या आप पर अपने विचारों को थोपे तो उसकी हर बात मानने की जरूरत नहीं है और आपके बात ना मानने पर यदि वह बच्चा आपको हानि पहुंचाए तो ऐसे में तुरंत टीचर से जाकर कहें। यदि टीचर आपके बात नहीं सुन रहा है तो घर पर आकर हमें बताएं।