ऐसा अक्सर ही देखा जाता है की माँ का लगाव बेटे से ज्यादा होता है और पिता का लगाव बेटी से। जब बेटी स्कुल या कॉलेज जाती है तब उसे बहुत सी बातो को समझाया जाता है। लेकिन बेटो पर कभी भी किसी तरह की कोई हिदायत नही लगायी जाती है। जिस तरह बेटियों को हिदायत दी जाती है, उसी तरह बेटो को कुछ बाते बताना बहुत जरूरी होता है। जब आपका बेटा 5 वर्ष की उम्र में हो तभी से ही उसे कुछ बातो को सिखाना जरूरी हो जाता है। जिससे वह जिम्मेदार और अच्छा इन्सान बन सके। ऐसी ही कुछ बाते आज हम आपको बतायेंगे, तो आइये जानते है इस बारे में...
* अक्सर मां अपने बेटे को किचन का कोई काम करने नहीं देती। उनका मानना है कि किचन का काम सिर्फ लड़कियों का है। मगर अपने बेटे को बताएं कि आज के दौर में लड़को को भी किचन का काम आना चाहिए क्योंकि जॉब के दौरान उन्हें अकेला रहना पड़ सकता है। वहीं अगर शादी के बाद पत्नी नौकरीपेशा होगी तो यह हमेशा उनके काम आएगा।
* 12 वर्ष की आयु के बाद बच्चा परिपक्व होने लगता है। उसे आप इस अवस्था में बेसिक कुकिंग जैसे चाय व सैंडविच बनाना आदि सिखा सकती हैं।
* बेटे को शारीरिक हिंसा से हमेशा दूर रहने के लिए कहें। इससे जहां वह बाहर लड़ाई-झगड़े से दूर रहेगा वहीं घर के सदस्यों से भी हाथापाई नहीं करेगा।
* हर महिला को अपने बेटे को महिलाओं का सम्मान करने की शिक्षा देनी चाहिए। बचपन से मिली इस शिक्षा के कारण वह हर रिश्ते एवं बाहर की महिलाओं का भी सम्मान करेगा और उनसे आदर से बात करेगा।
* कई महिलाएं अपने बेटे को रोते समय कहती है तुम लड़की हो क्या? लेकिन ऐसा न कहें। भावनात्मक होना कोई शर्मनाक बात नहीं है। ऐसा करके आप बच्चे को कठोर बना देती हैं और फिर वह किसी ओर की भावनाओं को भी नहीं समझता।
* बेटे को बताएं कि उसे मन में सभी के प्रति दया भाव रखना चाहिए। क्रूर बनना बेहद शर्मनाक बात है। उसे हर जीव से प्यार करना और उसका सम्मान करना सिखाएं।