क्यों बढ़ रहेें हैं प्री-मैरिटल सेक्स? बनाने सेे पहले सोचे अपने भविष्य के बारे में

एक जमाना था जब की किशोर और किशोरी की शादी बहुत कम उमर मे हो जाती थी क्योंकि बुज़ुर्ग बहुत अच्छी तरह से समझते थे की काम वासना कितना बहका देने वाला मामला है, वो जमाना बीत गया और आज 20 साल से कम उमर में तो शादी होना यह करीब असंभव जैसा हो गया है आधुनिक परिवारो में और माहौल बिल्कुल बदल गया है, शादी से पहले सेक्स होना कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है, हर शरीर की जरूरत कहें या क्षणिक आवेग, मगर सेक्स संबंध कई बार जिंदगी मेें उलझनों का पिटारा खोल देते हैं। प्री-मैरिटल या कम उम्र में बनाए गए सेक्स संबंध न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक-भावनात्मक और सामाजिक तौर पर भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए सेक्स संबंध बनाने से पहले इसके हर पहलू पर विचार जरूर करें और अपने भविष्य के बारे मेे सोचें। जानिए क्यों प्रीमैरिटल सेक्स अधिक प्रसारित हो गया है

करियर बनाने के लिए लंबी उमर तक पढऩा

लडक़ा और लडक़ी, दोनो पढ़ाई उच्च स्तर तक करते है ताकि अच्छी नौकरी मिले और फिर इसके बाद जब नौकरी का दौर शुरू होता है तो उनके रास्ते में कोई अड़चन या अन्य जिम्मेदारी नहीं चाहिए जिससे शादी की बात टालते है और शारीरिक जरूरत के लिए किसी ना किसी के साथ संबंध बना लेते है।

आज़ादी मिलना


लडक़ा और लडक़ी दोनो को आज कल आज़ादी चाहिए और मिलती है, वो अपने मन के मालिक होते हैं और माता पिता का हुक्म चलता नहीं है, फिल्मों में, सीरियल में और पश्चिम से आई रीति रिवाज़ जो इतने प्रचलित हो गये है, तो साथ में प्री-मैरिटल सेक्स एक आम बात हो गयी है जिसे छुपाने की भी ज़रूरत नहीं मानी जाती है।

गर्भ निरोध के तरीके आसान होना

पहले तो यह संकोच रहता था की कहीं लडक़ी को गर्भ ठहर गया तो बड़ी समस्या हो जाती है, आजकल पुरुष और स्त्री, दोनो के लिए गर्भ निरोधक यंत्र और दवाई आसानी से उपलब्ध है तो फिर किस बात का है डर, सेक्स एक प्राथमिक चीज़ है जैसे प्यास और भूख तो इसकी ज़रूरत भी पूरी की जाए गर्भ निरोधक साधन और गोलियो से।

शादी से पहले सेक्स से बहुत कुछ पता चलता है

शादी शुदा जीवन में सेक्स का महत्वपुर्ण भाग है, शादी से पहले सेक्स करना आज की युवा पीढ़ी जरूरी समझती है, उनका मानना है कि क्योंकी जब तक सेक्स ना करे तब तक कैसे पता चलेगा की अपना होने वाला जीवन साथी सेक्स में योग्य है और संतुष्टि देता है या देती है या नहीं, सेक्स बिफोर मैरिज से बहुत सारी तकलीफो से बच जाते है, पहले ऐसा था की सेक्स बिफोर मैरिज बिल्कुल वर्जित था मगर आज उल्टा है की प्रीमैरिटल सेक्स बिल्कुल ज़रूरी है अपने भविष्य के जीवन साथी को पहचानने।

महिला आगे बढ़ गई है

शादी से पहले सेक्स के कारण में एक बात है की पुराने ज़माने में महिला पुरे तरीके से पुरुष पर आधारित थी और आज तो वो पढ़ी लिखी होने के साथ नौकरी करके अपने पैरो पे खड़ी है तो उसे किसी के स्वाधीन होना पसंद नहीं है, शादी मे कई परेशानिया है तो शादी ही क्यों करे ऐसा मंतव्य है और वो अपने करियर पर ज़्यादा ध्यान दे के, शादी ना हो तब शादी से पहले संभोग करने में कोई झिझक नहीं रखती है, ऐसा भी आज कल तलाक़ के किस्से बढ़ते जाते है तो बिना किसी ज़िम्मेदारी के, जब तक चाहे तब तक किसी से संबंध रख सकते है।

प्री-मैरिटल सेक्स का मतलब शादी !

प्री-मैरिटल सेक्स संबंध में भी उतनी ही जिम्दारी हो सकती है, जितनी शादी में, चेन्नई हाईकोर्ट के एक फैसले में कहा गया कि अगर कोई बालिग जोड़ा किसी भी तरह की सेक्सुअल गतिविधि में लिप्त है तो उसे ‘विवाहित’ माना जाएगा। उस पर भी वे सभी कानूनी प्रावधान लागू होंगे जो सामाजिक व परंपरागत शादी के बंधन में बंधे जोड़ो पर लागू होते हैं। कोर्ट ने कहा कि अगर लंबे समय तक चले ऐसे सेक्सुअल रिलेशनशिप के बाद अलगाव हो तो पति-पत्नी से डिवोर्स डिक्री लिए दूसरी शादी नहीं कर सकता। यह फैसला कोर्ट में भरण-पोषण को लेकर आए एक मामले में सुनाया गया। इस फैसले के पक्ष-विपक्ष में कई बातें की जा सकती हैं, लेकिन यह सच है कि पति-पत्नी की तरह साथ रहने और लंबे गृहस्थ जीवन के बाद कोई सिर्फ यह कहकर अपनी जिम्मेदारी से पलायन नहीं कर सकता कि उसने विधिवत या सामाजिक रीति-रिवाजो के तहत शादी नहीं की थी।