वर्तमान समय की जीवनशैली ने जहां लोगों को तनाव का शिकार बनाया हैं वहीँ बच्चों को भी इससे गुजरना पड़ रहा हैं। जी हां, आज की जिंदगी में बच्चों पर तनाव की कोई कमी नहीं हैं जिसकी वजह से वे अपना बचपन खो सकते हैं। ऐसे में आपको जरूरत होती हैं कि बच्चों की जिंदगी से तनाव को दूर किया जाए। बच्चे के सबसे अच्छे दोस्त उसके पेरेंट्स ही होते हैं जो उसका भला चाहते हैं। ऐसे में पेरेंट्स की ही जिम्मेदारी बनती हैं कि बच्चों को इस तनाव से आजादी दिलाते हुए विकास की ओर लेकर जाया जाए। आज इस कड़ी में हम आप पेरेंट्स के लिए कुछ स्मार्ट टिप्स लेकर आए हैं जो आपके लिए मददगार साबित होंगे।
- अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा स्ट्रेस में है, तो उसके साथ ज़्यादा से ज़्यादा व़क्त बिताएं, उसके पास बैठें, उससे बात करें, सिर पर प्यार से हाथ फेरें, बच्चा रो रहा हो, तो उसे अपनी गोद में बिठा लें ताकि वो अकेला ना महसूस करे।
- बच्चे को स्पेशल फील कराना ज़रूरी है।
- उनकी पसंद-नापसंद को महत्व दें। जैसे, उनसे पूछें कि वो पहले खाना पसंद करेंगे या खेलना? ऐसे सवाल पूछने से बच्चों को लगता है कि घर में उनकी राय की भी अहमियत है।
- अपने बच्चे की क्षमता को समझें। दूसरे बच्चों से उसकी तुलना ना करें।
- बच्चा खेलकूद या पढ़ाई में जैसा भी है उसकी सराहना करें।
- दूसरों से तुलना करने की बजाय बच्चे की कमज़ोरी को समझें और उसका हौसला बढ़ाएं, ताकि ख़ुद के प्रति बच्चे में आत्मविश्वास बढ़े।
- बच्चे अक्सर टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल पर गेम्स खेलते रहते हैं या फिर सोशल साइट्स पर बिज़ी रहते हैं। गैजेट्स से बच्चे को दूर रखें। तनाव का एक कारण ये गैजेट्स भी हैं।
- बच्चों के दिमाग़ और शरीर को आराम की ज़रूरत होती है, इसलिए उनको 8-10 घंटे की नींद ज़रूरी है।
- पैरेंट्स अगर स्ट्रेस में होंगे, तो बच्चों पर भी इसका असर होगा, इसलिए पहले ख़ुद तनावमुक्त रहें। घर की समस्याओं या आपसी झगड़े से बच्चों को दूर रखें।
- बच्चों में तनाव का एक कारण है ग़लती हो जाने का डर। पैरेंट्स को बच्चों को बताना चाहिए कि ग़लती से बिल्कुल नहीं डरें, बल्कि उससे सीख लें।
- ग़लती हो जाने पर तनाव लेने या डरने की बजाय उस ग़लती को सुधार कर आगे बढ़ने की कला सिखाएं।
- जब बच्चा तनाव में होता है, तो बहुत ज़्यादा खाने लगता है, मोटापे की वजह बन सकता है। ऐसे में सबसे पहले बच्चे को जंक फूड से दूर रखना आवश्यक है।
- उसकी सेहत ख़राब ना हो, इसके लिए उसे बैलेंस डायट दें। ज़्यादा शक्कर या कैफीनयुक्त आहार से दूर रखें।
- कई बच्चों को पालतू जानवर पसंद होते हैं। उनके लिए ख़ास पालतू जानवर घर ले आएं, जिनके साथ वो व्यस्त रहें।
- बच्चे को बाग़वानी सिखाएं, नया पौधा लगाना सिखाएं और उसे पौधे में रोज़ाना पानी डालने का काम दें। जिस काम में बच्चे का मन लगे, वो उसे करने दें।