पति-पत्नी के बीच का रिश्ता बेहद खास होता है जिसकी मजबूती के लिए प्यार के साथ-साथ विश्वास होना भी जरूरी है। हांलाकि नोकझोंक भी रिश्ते का ही हिस्सा हैं। दुनिया में शायद ही ऐसा कोई कपल हुआ होगा जिनके बीच कभी लड़ाई नहीं हुई हो। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पति-पत्नी के बीच हुई छोटी-मोटी तकरार रिश्ते को फायदा पहुंचा सकती हैं। पति-पत्नी के बीच होने वाले झगड़े को लोग काफी गलत तरीके से ले लेते हैं। जबकि उनके बीच होने वाला झगड़ा उनके बीच के रिश्ते को और ज्यादा मजबूत बनाता है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से रिश्ते की यह नोंकझोंक पति-पत्नी के रिश्ते को फायदा पहुंचाती हैं। हांलाकि आपको इस बात का ध्यान रखना है कि ये झगड़ा ज्यादा बढ़े नहीं क्योंकि ज्यादा झगड़ा बढ़ने से चीजें बिगड़ सकती हैं। आइये जानते हैं उन फायदों के बारे में...
बात क्लियर होनाबिना कुछ बोले मन में शिकायत रखने या फिर नाराज रहने से अच्छा है कि लड़ाई या बहस करके अपने मन की बातें बाहर निकाल देना। इससे पार्टनर को भी बात क्लियर हो जाती है कि क्या बात बुरी लगी है।
रिश्ता होता है मजबूतहम एक निश्चित मुद्दे पर दृष्टिकोण व्यक्त करने के लिए अपने पार्टनर के साथ बहस करते हैं। ऐसा करके हम अपने विचारों को अपने तक ही सीमित नहीं रख रहे हैं और इस प्रकार मतभेदों को दूर कर रहे हैं। जैसा कि हम अपने दिल की बात कहते हैं, यह लंबे समय तक चलने में मदद करता है। किसी भी स्थिति में फंसने पर कोई भी साथी एक-दूसरे के प्रति द्वेष नहीं रखता है और एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझता भी है।
इंटीमेसी बढ़ती हैलड़ाई होने के बाद आपके मन में छुपी नेगेटिविटी बाहर निकल जाती है। ऐसे में कई बार आप पार्टनर को बहुत कुछ गलत भी कह जाते हैं। कुछ टाइम बाद गलती का अहसास होने पर आप पार्टनर के करीब आने लगते हैं और सॉफ्ट होकर बात सुलझाने की कोशिश करते हैं।
चरित्र में सुधार करता हैझगड़े ही आपको मजबूत बनाते हैं और आपके साथी के लिए आपके धैर्य, देखभाल और प्यार के स्तर को बढ़ाते हैं। कई बार आप खुद को दूसरे व्यक्ति की गलतियों के अनुकूल भी ढाल लेते हैं। हालांकि, सुनिश्चित करें कि बहसबाजी बहुत बार नहीं हो क्योंकि यह आपके सुखी जीवन में परेशानी पैदा कर सकती है।
भरोसा बढ़ता हैआपको यह बात अजीब लग सकती है लेकिन लड़ाई होने से बातें साफ होती है, जिससे भरोसा बढ़ता है। आप दोनों के बीच कुछ भी नहीं छुपा रहता है। इससे आपको विश्वास होता है कि लड़ाई होने पर भी पार्टनर आपसे दूर नहीं जाएगा।
अच्छा महसूस करते हैंकहते हैं कि किसी के साथ रहने पर कभी न कभी नोंक-झोंक हो ही जाती है, लेकिन लड़ाई या बहस की सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपना भड़ास निकालने के बाद फील गुड करते हैं। इससे बड़ी लड़ाई की गुजाइंश कम हो जाती है। वहीं, आपकी मेंटल हेल्थ भी ठीक रहती है। नाराजगी को दबाए रहने से रिश्ते और हेल्थ दोनों कमजोर होने लगते हैं।
बढ़ती हैं आत्मीयताएक सम्मानजनक तरीके से होने वाली स्वस्थ बहस के माध्यम से रिश्ते में अंतरंगता बढ़ती है। हमें पता चलता है कि रेखा कहां खींचनी है और किस तरह का व्यवहार हमारे पार्टनर द्वारा सराहा जाएगा और कौन सा नहीं। अपने पार्टनर के इन पहलुओं के बारे में जानने से गहरी आत्मीयता और दूसरे की सराहना पैदा होती है। साथ ही कई बार ऐसा भी होता है कि किसी भी तरह की लड़ाई में शामिल होने वाले दंपत्ति एक-दूसरे से व्यवहार के लिए माफी मांगते हैं और परिणामस्वरूप अंतरंग हो जाते हैं। यह केवल उन्हें एक दूसरे के करीब लाता है।