इन 8 संकेतों से पहचानें कि सामने वाला शख्स बोल रहा हैं झूठ, देखते ही आ जाएगा समझ

इंसान की फितरत ऐसी होती हैं कि उसमें चाहे कितनी भी अच्छाईयों हो उनके साथ बुराइयां भी होती ही हैं। ऐसी ही एक बुराई हैं झूठ बोलने की जिसका इस्तेमाल कई बार अच्छे के लिए भी किया जाता हैं। हर शख्स कभी ना कभी झूठ बोलता ही हैं। कोई झूठ बोलने में पारंगत होता है तो कोई नादान। लेकिन आप चाहे तो सामने वाले शख्स को देखते ही उसके झूठ का पता लगा सकते हैं। किसी को भी झूठ पकड़ने के लिए किसी खास ज्ञान की जरूरत नहीं होती है। बस आपको सामने वाले शख्स के हावभाव को देखकर समझने की जरूरत होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं संकेतो के बारे में बताने जा रहे हैं जो बताते हैं कि शख्स झूठ बोल रहा है। आइये जानते हैं इनके बारे में...

शारीरिक संकेतों पर गौर करें

अक्सर जो लोग झूठ बोलते हैं वह आपसे नजरें मिलाने की कोशिश करते हैं। मुस्कुराहट भी कई बार ऐसे लोगों की मनोस्थिति बयान कर देती हैं कि वह सच कह रहें हैं या झूठ। बात करते समय उनके शरीर का ऊपरी भाग सुन सा पड़ जाता हैं और वह बनावटी हंसी हंसते हैं। जो इंसान सच बोलता हैं उनकी खुशी उनकी आंखों में भी झलकती हैं जबकि झूठे लोग केवल दिखावा करते हैं इसलिए उनकी मुस्कान सिर्फ होठों पर ही होती हैं।

बालों में बार बार हाथ फेरना

बहुत बार यह देखा गया हैं कि जो लोग झूठ बोलते हैं या किसी बात को छिपाते होते हैं वह सामने वाले इंसान की आखों में नही देखते क्योंकि उन्हें डर रहता हैं कि वह पकड़े न जाए।

आत्मविश्वास में कमी का होना

ईमानदार शख्स की बॉडी लैंग्वेज आत्मविश्वाल से भरपूर होती है। जबकि झूठ बोलने वाला बार-बार अपनी बांह चढ़ाकर बात करता है। उसके पैर या तो अंदर की ओर मुड़े होते है या फिर वह उनका मूवमेंट कम से कम रखता है। उसके हाथ भी अक्सर पीछे बंधे रहते हैं क्योंकि वह अपनी बेचैनी को किसी को दिखाना नहीं चाहता।

चेहरे पर गौर करें

जब आपकों लगता है कि सामने वाला आपसे झूठ बोल रहा है तो उसके फेस को गौर से देखें। झूठ बोलते समय चेहरे के भाव बिल्कुल बदल जाते हैं। झूठ बोलते समय गालों का रंग बदल जाता है, क्योंकि भीतर झूठ के पीछे छिपी चिंता से लोग मन ही मन शर्मिंदा रहते हैं। इसके अलावा नाक के नथुने फूल जाना, गहरी सांस लेना, बार-बार पलकें झपकाना और होंठ चबाना इस बात की निशानी हैं कि दिमाग ज्यादा चल रहा है।

आंखों पर दें ध्यान


झूठ बोलते हुए आंखों को एक जगह न टिकाना और बार-बार कहीं और देखना आम है। झूठ का अंदेशा होने पर व्यक्ति को आंखों में देखने को बोलें। यदि व्यक्ति आंखों में नहीं दिख पा रहा है और दूसरी तरफ देखता है तो झूठ पकड़ना आसान हो जाता है।

आवाज के बदलाव को पहचानें

कई बार झूठ बोलने वाला शख्स इतनी सफाई से बोलते हैं कि उसे पकड़ नही पाते हो, लेकिन आप अगर उसके बोलने की गति और सांस लेने की तरीके पर ध्यान दो तो आप पाएंगे कि झूठे व्यक्ति की आवाज में निरंतर उतार चढ़ाव आता रहता हैं।

मुंह ढंकना


कई बार लोग झूठ के पकड़े जाने के डर से सामने-सामने बात करने से बचते हैं। ऐसे में वे बातचीत के दौरान किसी ना किसी बहाने से मुंह ढंक कर बात करते हैं। अगर आपके आसपास भी कोई झूठ बोलते समय ऐसा करता है तो आप उसे आसानी से पकड़ सकते हैं।

तेजी से पूछें सवाल


किसी का झूठ पकड़ने के लिए व्यक्ति से तेजी से सवाल पूछने चाहिए। एक सवाल के बाद तुरंत दूसरा सवाल पूछें। इससे व्यक्ति को सोचने का समय कम मिलेगा और वो झूठ बना नहीं पाएगा। शुरुआत में झूठ बोलना आसान होता है लेकिन उसे देर तक चलाए रखने में मेहनत करनी पड़ती है।