मजबूरी में बच्चों को छोड़ना पड़ता हैं घर पर अकेला, उन्हें जरूर सीखाएं ये बातें

बच्चों की परवरिश करना कोई आसान काम नहीं हैं, खासतौर से एकल परिवार में जब माता-पिता दोनों कामकाजी हो। जी हां, वर्किंग कपल को अपने जीवन-यापन के लिए काम पर तो जाना ही पड़ता हैं और उनके सामने दुविधा आ जाती हैं घर पर अपने बच्चे को अकेला कैसे छोड़कर जाए। पेरेंट्स को बच्चे की सुरक्षा की चिंता ही सताती रहती हैं। शहरों में रहने वाले ज्यादातर पेरेंट्स अक्सर इस परेशानी से गुजरते हैं। ऐसी स्थिति में आपको अपने बच्चे को सक्षम बनाने की जरूरत हैं कि किस तरह अपने बच्चों को अकेले घर पर रहने की स्थिति के बारे में बताया जाए। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं...

इमरजेंसी नंबर देकर जाएं

अगर आपका बच्चा खुद से फ़ोन इस्तेमाल कर सकता है तो उसे घर में अकेले छोड़ने से पहले उसे कुछ इमरजेंसी नंबर जरूर देना चाहिए। ऐसे नंबर पर वे किसी भी मुश्किल में पड़ने पर या जरूरत पड़ने पर संपर्क कर सकते हैं। इमरजेंसी नंबर इसलिए भी जरूरी है कि आपका फोन न लगने की स्थिति में वह इस नंबर पर कॉल कर आपकी स्थिति के बारे में जान सकते हैं।

बिजली से सावधान

अगर आपके घर में छोटा बच्चा है तो आप अपने घर में जितने भी बिजली को बोर्ड नीचे लगे हैं उन्हे टेप लगाकर बंद कर दें। क्योंकि आपका बच्चा जब घर में चलेगा तो जरुर उनके पास जाएगा आपको उसे बटन ऑन ऑफ करते देखा होगा तो वो भी ऐसा ही करेगा प्लग में उंगली डालेगा जिससे उसे करंट लग सकता है। अगर आप अपने बच्चे के सामनें कपड़े प्रेस करते हैं तो आप कपड़े प्रेस करने के बाद उसे ऐसा ही ना छोड़ दें। अगर आपने बटन ऑफ किया है और प्रैस नहीं हटायी तो आपका बच्चा आपके पीछे से प्रैस का बटन ऑन करके अपना हाथ या पैर पीछे से जला लेगा। इसलिए इस तरह का कोई भी सामान आप खुले में या नीचे ना रखें।

घर में बच्चे के लिए खाने का सामान जरूर रखकर जाएं

घर में बच्चे को अकेला छोड़कर जाते समय आपको इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि घर में बच्चे के लिए खाने का सामान जरूर हो। ऐसे में उसे भूख लगने पर किन चीजों का सेवन करना चाहिए इसके बारे में भी बच्चे को जानकारी देनी चाहिए। ऐसा करने से बच्चे को भूख लगने पर वह खुद से घर में मौजूद खाने-पीने की चीजों का इस्तेमाल कर सकता है।


दरवाजा खुला ना छोड़ें

आपके पीछे से हो सकता है आपके बच्चे को खतरा। क्या आपने सोचा है कि कभी पीछे से आपका बच्चा घर से बाहर निकल जाए और खो जाए तो क्या होगा ऐसा ना हो इसलिए जरुरी है कि आप घर से बाहर जाते समय दरवाज़ा अच्छे से लॉक कर लें और घर का लॉक और कुंडी ऊंचा लगाएं जिससे आपके बच्चे का हाथ उस पर ना जा सके और वो आपके पीछे से उसे खोलकर बाहर ना निकल पाए.

बच्चों की पहुंच से धारदार सामान दूर करें

घर में बच्चों को अकेले छोड़कर जाने से पहले आपको ये जरूर सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चों की पहुंच से धारदार सामान जैसे चाकू, छूरी आदि को दूर रखना चाहिए। इसके अलावा बहुत जरूरी यह है कि बच्चों को इन चीजों के बारे में जरूर बताएं कि इनके गलत इस्तेमाल से उन्हें चोट पहुंच सकती है।

जानवर से सावधान

वैसे तो घर में अगर आपके कोई जानवर है तो वो भी आपके घर के सदस्य की तरह ही है। जितना प्यार आप अपने बच्चे से करते हैं उतना ही आपके घर के पालतू जानवर को भी आपके बच्चे से होता है। लेकिन फिर भी कहते हैं ना कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी। ऐसे में अगर आपके घर में कोई डॉग या कोई भी पेट है तो आप उसके लिए अलग से केज बनाकर घर मे रखें उसे आप बच्चे के साथ बिना चेन बांधे या केज़ के बिना ना रखें।

अनजान शख्स से बात न करें

घर से बाहर जाते वक्त अपने बच्चों को ये सख्त हिदायत दें कि अगर बाहर दरवाजे पर आकर कोई उन्हें बुलाता है या फिर उनके मां-बाप के बारे में पूछता है तो उससे बात बिल्कुल भी न करें। अनजान शख्स से बातचीत या मेल-मिलाप आपके और आपके बच्चे के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।


बाहर की हरकतों पर ध्यान न दें

बहुत से लोग घर में बच्चों को देखकर या फिर आपके घर में मौजूद न होने पर झूठा ढोंग कर उन्हें बाहर बुलाने की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए बच्चों को सिखा दें कि बाहर की किसी भी हरकत पर ध्यान न दें और न ही किसी शोर को सुनकर घर से बाहर निकलें। इस मौके की फिराक में लगे लोग आपके लिए परेशानी खड़े कर सकते हैं।

बच्चों को कमरे में लॉक न करें

बच्चे को घर पर अकेले छोड़कर जाते समय उन्हें घर में लॉक नहीं करना चाहिए और उन्हें जरूर हिदायत दें कि वे खुद को किसी कमरे में लॉक न करें। अगर आप किसी कामकाज की वजह से घर से बाहर जाते हैं तो उन्हें घर में अकेले रहने पर ये जरूर सिखाना चाहिए कि वे अकेले रहने पर छत पर खेलने न जाएं। ऐसा करना उनके लिए खतरनाक हो सकता है।

पुलिस में क़ॉल करना सिखाएं


कभी-कभार वाकई में हालात बिगड़ जाते हैं, जो किसी भी बच्चे के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। इस स्थिति में आप अपने बच्चों को सिखाएं कि पुलिस को कॉल कैसे करना है और उनसे किस तरीके से बात करनी है। किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में ये तरीका उनके सुरक्षा के लिहाज से बहुत ही जरूरी है।