बहु से कलह का कारण बनती हैं सास की ये 7 गलत आदतें, सुधार की हैं जरूरत

जब भी कोई लड़की शादी करके अपने ससुराल पहुंचती हैं तो सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता हैं उसे अपने रिश्ते को संभालना, खासतौर से अपनी सास के साथ। अक्सर देखने को मिलता हैं कि शादी के बाद सबसे ज्यादा बहस लडकियों की अपने सास के साथ होती हैं। ऐसे मामलों में कई बार सास गलत होती हैं तो कई बार बहु। आज इस कड़ी में हम बात करने जा रहे हैं सास की गलत आदतों के बारे में जो बहु से कलह का कारण बनती हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि किन-किन तरीकों से सास अपने बेटे बहू की शादीशुदा जिंदगी को नुकसान पहुंचाती है।

वे आपसे ईर्ष्या करती हैं

बहुत सी महिलाओं के मन में अक्सर यह सवाल आ ही जाता है कि एक मां शादी के बाद भी अपने बेटे की जिंदगी में इतना दिलचस्पी क्याें लेती है? ऐसे में आपको बता दें कि मां के लिए इस सच्चाई को स्वीकार करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है कि उसके बेटे के जीवन में अब एक और महिला है, जोकि उसके लिए उसकी मां की तरह ही महत्वपूर्ण है। इस दौरान उन्हें न केवल अपनी बहू से खतरा महसूस होने लगता है बल्कि बेटे के साथ अपने संबंध खराब होने का भी डर उन्हें महसूस होता है। यही एक वजह भी है कि वह जानबूझकर खुद को ठेस पहुंचाने की कोशिश करती है ताकि उनका बेटा उनसे जुड़ा रहे।

घर के काम को लेकर

आज के समय में 80 प्रतिशत लड़कियां वर्किंग हैं और शादी के बाद भी वो अपना काम करना जारी रखती हैं। शादी के बाद शुरू में तो इसका आपकी जिंदगी पर कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन अगर आप ऑफिस जाते वक्त या घर जाकर किचन में सास की मदद नहीं कर रही हैं तो इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ता है। इस स्थिति को समय से सुधार लें तो बेहतर होगा।

सब कुछ अपने नियंत्रण में

सास अक्सर अपने बेटे और बहू को नियंत्रण में करना चाहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह चाहती हैं कि उनका बेटा हमेशा उन्हें उनके साथी से ऊपर तवज्जो दें। यदि वह आपके हर फैसले में हस्तक्षेप करती हैं और चाहती हैं कि सबकुछ उनके हिसाब से हो, तो जान लें कि वह आपके और आपके साथी के बीच दरार पैदा करने वाली हैं। वह आपसे हमेशा अपेक्षा करेगी कि आप उनका सम्मान करें और उन्हें हमेशा खुश रखें। वह चाहेंगी कि बहू होने के नाते आप उनके तरीके अपनाएं।

बहु के मायके जाना और दूसरों से तुलना करना

सास चाहे अपनी बहु से कितना भी प्यार करती हो, लेकिन उसे बहू का बार-बार मायके जाना बिल्कुल पसंद नहीं होता। भले ही सास अपनी बहू से सीधा ये ना बोलें लेकिन आप नोट करेंगे तो उनकी बातों में खटास जरूर रहती है। वर्किंग महिलाएं अक्सर ऑफिस में अपने ससुराल खासतौर से सास की दूसरों से तुलना करती हैं। और उसे लगता है कि उसे घर में सम्मान नहीं मिल रहा है तो वो इसका फ्रस्टेशन घर के सदस्यों पर निकालती हैं।

अपनाती हैं दोतरफा रवैया

जिन सासों की अपनी बहुओं से नहीं बनती हैं, वह हमेशा दोतरफा रवैया अपनाने की कोशिश करती हैं। वह आपके सामने तो अच्छा व्यवहार करती हैं, लेकिन आपके पीछे अपने रिश्तेदाराें से आपकी बुराई करने से नहीं चूकतीं। ऐसे में बेहतर यही है कि जब आप बहू बनकर अपने ससुराल में जाएं, तो पहले दिन से ही अपनी सास के नेचर को समझना शुरू कर दें।

बेटे को लेकर होती है लड़ाई

कई बार सास-बहू के बीच झगड़े का कारण बेटा होता है। मां को लगता है कि शादी के बाद बेटा बदल गया है और वह सिर्फ अपनी पत्नी और उसके घर के बारे में सोच रहा है। इसके चलते सास सिर्फ अपनी मानसिकता के हिसाब से बहू और बेटे को ताने मारना और बात बनाना शुरू कर देती है। ऐसे में बहू को पति को समझाना चाहिए कि वे मां को समझें।

पति से आपकी बुराई

आपके पति से आपकी बुराई करना उनके सबसे आम तरीकों में से एक है। दबंग सास शादी को बबार्द करने के लिए अक्सर इसी तरह तरीके के अपनाती हैं। वह अक्सर अपने बेटे को उसकी पत्नी के खिलाफ भड़काने की कोशिश करती रहती है। वह हमेशा अपने बेटे को यह दिखाने की कोशिश करेंगी कि उसकी पत्नी उसकी बिल्कुल भी इज्जत नहीं करती है। ऐसे में अगर आपका साथी आपका बचाव करने के बजाए उनका पक्ष लेता है, तो वह उनके लिए एक बड़ी जीत होती है।