रिश्तों की उम्र घटाती हैं गलतफहमी, कहीं ना आने दे इन्हें अपने बीच

जब दो लोग एक रिश्ते में बंधते हैं तो उस रिश्ते को वे प्यार और विश्वास से सहेजते हैं। लेकिन कभी-कभी रिश्तों में दरार आने लगती है और उस दरार का मुख्य कारण होता है उनके बीच की गलतफहमियां।। जब रिश्ता नया-नया बनना शुरू होता है तब ज्यादातर लोगों को इसे लेकर बहुत उत्साह होता है। इस उत्साह में वो अपने नए पार्टनर से कुछ ऐसी बातों की उम्मीद करने लगते हैं, जिन्हें पूरा कर पाना शायद उनके पार्टनर के लिए मुमकिन नहीं होता है। ऐसी बहुत सी गलतफहमियां हैं जो नए रिश्तों के दौरान ज्यादातर लोगों को होती हैं और इन गलतफहमियों के कारण वे अपने पार्टनर से कोई ऐसी बात कह देते हैं या ऐसा कुछ करने लगते हैं जो उनके पार्टनर को किसी हद तक बुरी लग सकती हैं। हो सकता है कि आप दोनों एक-दूसरे से बेइंतहा प्यार करते हों लेकिन आपके बीच की गलतफहमियां कहीं आपके रिश्ते को खराब न कर दें।

अपने पार्टनर पर भरोसा करें

जब लड़के की खास दोस्त कोई लड़की हो या लड़की का खास दोस्त कोई लड़का हो। कई बार जब आपके पार्टनर अपने दोस्तों के साथ खुलकर हंसते और बात करते हैं, अकेले घूमने चले जाते हैं या उनके घर पर रुक जाते हैं, तो आपको ये बातें बुरी लगती हैं। आपका दिमाग ऐसे समय में दोस्ती की लिमिट्स के बारे में सोचने लगता है, जबकि हकीकत ये है कि दोस्ती ही ऐसा रिश्ता है जिसमें कोई लिमिट नहीं होती है। इन मौकों पर कुछ लोग गलतफहमी में कई ऐसी बातें कह देते हैं, जो उनके पार्टनर्स को बुरी लग सकती हैं और उनका रिश्ता खराब हो सकता है। इसलिए अपने पार्टनर पर भरोसा करें और बिना किसी ठोस सुबूत के ऐसी गलतफहमियां न पालें।

साथी की जगह खुद को रखें

किसी विशेष परिस्थिति में आपके साथी का क्या दृष्टिकोण होगा, यह जानने के लिए आपको पहले खुद को उसकी जगह पर रखकर अपनी कल्पना शक्ति का इस्तेमाल करके ठीक उसी की तरह से सोचना होगा। इस बात से भी वाकिफ रहें कि हो सकता है, यहां पर कुछ ऐसी बातें भी हों, जिनके बारे में आपको कुछ भी जानकारी न हो। जब वह बोल रहा हो, तो एक बार उसके नजरिए से भी सोचने की कोशिश करें। इससे आपको यह समझने में आसानी होगी कि आपका व्यवहार या परिस्थिति उसे कितना परेशान कर रही है और क्यों?

अपने पार्टनर से खुल कर बात करें

रिश्ता जब नया-नया होता है तो ऐसी बातें भी देखने को मिलती हैं कि कुछ लोगों को अपने पार्टनर का फोन ज्यादा बिजी होने पर भी उस पर शक होता है। आपको समझना चाहिए कि आपसे पहले भी आपके पार्टनर की जिंदगी में कुछ दोस्त, रिश्तेदार और लोग रहे होंगे, जिनसे उनकी बात-चीत होगी। ऐसे में आपके उनकी जिंदगी में आने के बाद वो उन रिश्तों को छोड़ तो नहीं सकते। अगर आपको सच में कुछ गलत महसूस होता है तो अपने पार्टनर से बात करें और अपनी गलतफहमियों को दूर करें।

उनके मूड और मजबूरी को समझें

नए-नए रिश्तों में ऐसी बातें भी आती हैं कि आपको लगता है कि आपके पार्टनर आपको हमेशा अपने दोस्तों और फैमिली से कम इंपॉर्टेंस देते हैं। जबकि ये बात कई बार सच नहीं होती है क्योंकि हर फैमिली का माहौल अलग-अलग होता है और बच्चे अपने मां-बाप के मिजाज और मूड को अच्छी तरह समझते हैं। ऐसे में कई लोग शुरुआत से ही अपनी फैमिली को ज्यादा महत्व देते हैं। अगर आपके पार्टनर भी अपनी फैमिली और दोस्तों के बीच बिजी रहने पर आपको कुछ समय के लिए भूल जाते हैं तो आपको इस बात का बुरा नहीं मानना चाहिए और उनके मूड और मजबूरी को समझना चाहिए।

समाज का दखल

कई बार देखा गया है लोग अपने पार्टनर के बारे में अपनी सहेलियों, दोस्तों या रिश्तेदारों को बताने लगते हैं। जब आप उनकी बुराइयां लोगों को बताएंगे तो उनके बारे में बुरा ही सुनने को मिलेगा। जिससे बहुत बार आपके सोचने का तरीका नकारात्मक हो जाता है और इन सबकी वजह से गलतफहमियां बढ़नी शुरू हो जाती हैं।