सास-बहु दोनों की हैं रिश्ते में मधुरता लाने की जिम्मेदारी, रखें इन बातों का ध्यान

भारत में जब भी कभी आप शादी के बंधन में बंधते हैं तो आप किसी एक व्यक्ति से शादी नहीं कर रहे हैं बल्कि आप पूरे परिवार से जुड़ने जा रहे हैं जिसमें दूसरे रिश्तों की जिम्मेदारी भी आप पर आती हैं। खासतौर से लड़की शादी के बाद नए घर में जाती हैं और उसे अपने सास-ससुर को भी संभालना होता हैं। उसके लिए ससुराल एकदम नया माहौल होता है। सास-बहु का रिश्ता मजबूत बनाने को कई लोग बहू की जिम्मेदारी मानते हैं जबकि इस रिश्ते में मधुरता लाने की जिम्मेदारी सास-बहु दोनों की होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इस रिश्ते को संभालने और नोकझोंक से बचने के लिए क्या करना चाहिए उसके बारे में बताने जा रहे हैं।

एक-दूसरे की अहमियत को समझें

आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी में हम कम ही एक-दूसरे के लिए समय निकाल पाते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल न हो कि आप एक-दूसरे पर ध्यान देना बंद कर दें। जी हां, अगर आप कामकाजी होने की वजह से अपनी सास या बहू को ज्यादा समय नहीं दे पाती तो कोशिश करें कि आप दोनों ही छुट्टी वाले दिन ज्यादा से ज्यादा एक-दूसरे के साथ वक्त बिताएं। साथ में शॉपिंग करें, बाहर खाना खाएं या फिर उन्हें स्पेशल फील कराने के लिए साथ में कोई नई फिल्म देखने का प्लान बनाएं।

समय बिताएं

बहू जब ससुराल आती है तो सास उसके स्वभाव से बेखबर होती है। यही हाल बहू का होता है, वह नहीं जानती कि उनकी सास किस तरह के स्वभाव की हैं। दोनों को एक दूसरे के साथ समय बिताना चाहिए और एक दूसरे को समझना चाहिए। सास- बहू एक दूसरे के बर्ताव को जानकर उनके साथ आराम से रह सकती हैं। सास और बहू दोनों को एक दूसरे की पसंद ना पसंद को समझना चाहिए और उनकी पसंद का ख्याल रखना चाहिए। अपनी पसंद उनपर थोपने के बजाए या उनकी पसंद पर उंगली उठाने के बजाए उसकी इज्जत करनी चाहिए।

एक-दूसरे से शेयर करें बातें

अगर आप दोनों वाकई में ही एक-दूसरे के साथ अपने रिश्ते को मजबूत बनाना चाहती हैं तो एक-दूसरे से खुलकर बातें शेयर करें। जी हां, सास-बहू दोनों को ही एक-दूसरे से अच्छी-बुरी हर तरीके की बातें शेयर करनी चाहिए। वहीं सास को भी इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि उनकी बहू नए जमाने की है तो उसे बदलने की जगह उसे समझाने का काम करें। वहीं बहू को भी इस बात को समझना चाहिए कि आपकी सास ने पूरी जिंदगी उस परिवार को संभाला है तो ऐसे में उनकी सलाह-मशवरा आपके काम आ सकता है।

बदलने का दबाव न डालें

जब दो लोग एक दूसरे के साथ रहते हैं तो वह अक्सर सामने वाले से अपेक्षा करते हैं कि वह उनके मुताबिक बदल जाएं। सास बहू भी एक दूसरे की आदतों, रहन सहन में बदलाव की उम्मीद रखती हैं। वह जैसी हैं, वैसे ही अपनाएं, बदलने के लिए दबाव न डालें।

गलतफहमी न पनपने दें

रिश्ता चाहे प्रेमी के साथ हो या दोस्त के साथ या फिर अपनी सास के साथ, जब भी नए रिश्ते बनते हैं तो अक्सर कुछ गलतफहमियां जन्म ले ही लेती हैं। लेकिन ऐसे में आप दोनों को ही यही कोशिश करनी चाहिए कि आराम से बैठकर उस मुद्दे को हल करें न की मन में बेवजह किसी गलतफहमी को पनपने न दें। ऐसा करने से आपके बीच के रिश्ते कभी सुधर नहीं पाएंगे।

मां-बेटी जैसा रिश्ता

सास को अपनी बहू को उतनी ही लाड़ प्यार देना चाहिए, जितना बेटी को देती हैं। बेटी के लिए जो एक मां करती है, बहू के लिए भी वैसे ही रहें। इसी तरह शादी के बाद एक लड़की को अपनी सास को भी मां मान लेना चाहिए। वह अपनी मां के साथ जिस प्यार व लगाव के साथ रहती थी, उसी तरह सास के साथ रहें। उनकी तारीफ करना, काम में मदद करना, शॉपिंग पर जाना।