इन 5 बातों के कारण भाइयों से नाराज रहती हैं बहनें, रिश्ते में बन जाती हैं दूरियां

भाई-बहन का रिश्ता अपनेआप में बेहद अनोखा होता हैं जिसमें कभी नोकझोंक देखने को मिलती हैं तो कभी प्यार। इस रिश्ते में रूठना-मनाना तो चलता ही रहता हैं। लेकिन कई बार यह रूठना इस कदर बढ़ जाता हैं कि रिश्ते में दूरियां आने लगती हैं, खासतौर से बहन की तरफ से। हांलाकि यह वह रिश्ता है जो वक्त के साथ गहरा व मजबूत होता चला जाता है। लेकिन भाइयों की कुछ आदतें ऐसी होती हैं जिससे बहनें नाराज होती हैं और रिश्ते में खटास लाने का काम करती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहनों को बिल्कुल पसंद नहीं आती हैं...

रोक-टोक

कई भाई अपनी बहनों पर काफी ज्यादा रोक-टोक करते हैं। कपड़ों से लेकर बहन कहां जा रही हैं या कौन उसके दोस्त हैं? इन सब चीजों को लेकर लड़के उन पर हावी होने की कोशिश करते हैं। बहन के लिए भाई का पजेसिव होना या केयर करना लाजमी सी बात है, लेकिन उन्हें यह पता होना चाहिए कि उनकी रोक-टोक की सीमा कहां तक है। अगर वे ये सोचने लगें कि वे जो बोलें, उनकी बहन वही करें, तो ऐसा होना संभव नहीं है। ये चीजें दोनों के बीच में दूरी भी ला सकती है।

बहन की परेशानी न समझना

अक्सर भाई अपनी बहन की परेशानी को नहीं समझते। उसके सपनों या बातों को मजाक में लेते हैं। कभी कभी दोस्तों में अधिक बिजी होने के कारण भाई बहन को समय नहीं दे पाते। भाई का ये केयर फ्री एटिट्यूड बहन को पसंद नहीं होता।

घर के हाथ में काम न बटाना

आजकल के पैरंट्स अपने बेटे और बेटी को एक जैसी परवरिश देते हैं। हालांकि, कई घरों में अभी भी घर से जुड़ी जिम्मेदारी का ज्यादातर दबाव लड़की के सिर ही होता है। ऐसे में जब भाई भी अपनी बहन के ही भरोसे सारा काम छोड़ देते हैं और उनका हाथ नहीं बटाते हैं, तो यह बहनों को इरिटेट कर देता है। लड़कों को समझना चाहिए कि घर के काम सिर्फ बहन ही नहीं बल्कि उनकी जिम्मेदारी भी हैं। वैसे इस बात में पैरंट्स को सबसे ज्यादा ख्याल रखना चाहिए। अगर वे बचपन से घर के कामों में बेटी के साथ ही बेटे को भी इन्वॉल्व नहीं करेंगे, तो लड़के के मन में यह भाव आएगा ही कि किचन आदि की जिम्मेदारी लड़कियों की ही होती है। बेहतर है कि दोनों को बराबरी से इन सब चीजों में जिम्मेदारी दें।

जरूरत से ज्यादा टीज करना

अपनी बहनों को छोटी-छोटी बात पर परेशान या टीज करना भाइयों की आदत होती है। हालांकि, उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि हर बार ऐसा करना बहन को वाकई में काफी ज्यादा परेशान या हर्ट कर सकता है। इसीलिए मजाक या परेशान तो करें, लेकिन यह भी ख्याल रखें कि कहीं ये चीज उन्हें हर्ट न करे।

जब नहीं सुनते बात

सच मानें तो बहनें अपने पैरंट्स से ज्यादा भाइयों से बातें शेयर करने में ज्यादा कंफर्टेबल होती हैं, क्योंकि उनका मानना होता है कि वे उन्हें समझेंगे। हालांकि, जब भाई अपने दोस्तों में ज्यादा बिजी हो जाए या फिर बहन की प्रॉब्लम्स को न सुने, तो यह उन्हें हर्ट करता है। इससे वे दूसरों पर निर्भर होना शुरू कर देती हैं, जो धीरे-धीरे इमोशनल बॉन्ड पर असर डालता है।