रिलेशनशिप में तलाक का कारण बनती हैं ये वजहें, ना आनें दे रिश्तों के बीच

किसी भी रिलेशनशिप को मजबूत बनाए रखने की जिम्मेदारी दोनों पार्टनर की होती हैं। खुशहाल शादीशुदा जिंदगी में नोंक-झोंक तो चलती ही रहती हैं। लेकिन कई बार यह नोंक-झोंक बढ़ते हुए लड़ाई का कारण बन जाती हैं और तलाक की नौबत आ जाती हैं। बीते कुछ सालों में भारत में तलाक के मामले काफी ज्यादा बढ़ने लगे हैं। देखने को मिल रहा हैं कि आजकल जरा सी बात पर ही लोग आपा खो देते हैं और लड़ाई करने लगते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो रिलेशनशिप में तलाक का कारण बनती हैं। इन कारणों पर ध्यान देकर अपनी रिलेशनशिप को बचाया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इन कारणों के बारे में..

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर

अगर जीवनसाथी का विवाह के बाहर भी किसी से रिश्ता होता है। तो तलाक की नौबत आ ही जाती हैं। क्योंकि जब पार्टनर अपने जीवनसाथी को धोखा देता है और किसी अन्य के साथ रिश्ता रखता है। ऐसे में एक बार बदलाव आने के बाद भी ऐसे जीवनसाथी पर भरोसा करना मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में लोग तलाक के बारे में सोचने लगते हैं। ज्यादातर तलाक की वजह से एकस्ट्रा मैरिटल अफेयर ही होता है।

फाइनेंस को लेकर दिक्कत

तलाक के बहुत से मामलों में पैसा भी एक बड़ा कारण होता है। जब दो लोगों में से कोई एक ज्यादा या कम कमाता है तो इससे सामने वाले के मन में हीन भावना आने लगती है जिससे भी कई बार रिश्तों में खटास आ जाती है। कई बार रिलेशनशिप में एक व्यक्ति काफी खर्चीला होता है जबकि दूसरे व्यक्ति को सेविंग्स का ख्याल ज्यादा रहता है। ऐसे में खर्चों पर बैलेंस ना बन पाने के कारण भी रिश्तों में कड़वाहट बढ़ने लगती है।

बात ना करना

कई सारे जोड़े केवल इसलिए अलग हो जाते हैं क्यों कि उनके बीच में कम्यूनिकेशन गैप होता है। इस कम्यूनिकेशन गैप की वजह कई बार घर परिवार भी बन जाता है। वहीं कई बार अपने मन की बात ना कह पाने और एक दूसरे के लिए समय ना निकालने से भी तलाक की नौबत आ जाती है।

प्यार और इन्टिमेसी में कमी

जर्नल फॉर सेक्स एंड मैरिटल थेरेपी में तलाक को लेकर एक स्टडी प्रकाशित हुई थी। स्टडी के लिए तलाक ले चुके 2371 लोगों से बातचीत की गई। कपल से पूछा गया कि तलाक के पीछे सबसे बड़ी वजह क्या रही? स्टडी का रिजल्ट चौंकाने वाला था। लगभग आधे यानी 47 फीसदी लोगों ने प्यार और इन्टिमेसी की कमी को तलाक की वजह बताया। साथ ही यह भी पता चला कि एक या दोनों पार्टनर का अपने साथी के लिए प्रेम खत्म हो गया था।

सेल्फ रिस्पेक्ट

जब दो लोग साथ रहना शुरू करते हैं तो सभी तरह की बातें, हंसी, दुख शेयर करते हैं। इससे दोनों एक-दूसरे के साथ काफी फ्री हो जाते हैं। ऐसे में कई बार एक व्यक्ति कुछ ऐसी बात कह देता है जिससे सामने वाले के दिल को ठेस पहुंचती है। कई बार पति या ससुराल पक्ष की तरफ से बार-बार बेइज्जत होने के कारण अक्सर महिलाएं इस तरह के फैसले लेने पर मजबूर हो जाती हैं।

फैमिली की जिम्मेदारियां

बहुत से कपल्स के बीच तलाक का एक मुख्य कारण परिवार की जिम्मेदारियां है। फैमिली में पति-पत्नी के अलावा बच्चे भी होते हैं और जब दोनों ही पति-पत्नी वर्किंग होते हैं तो उन्हें बहुत सी चीजों को खुद ही मैनेज करना पड़ता है जैसे कि घर की साफ-सफाई, खाना बनाना, बच्चों की जिम्मेदारी आदि। ऐसे में जब साथ में मिलजुलकर जिम्मेदारियों को नहीं बांटा जाता तो इससे रिश्ते में कड़वाहट आने लगती है और कई बार बात तलाक तक पहुंच जाती है।

कम्युनिकेशन प्रॉब्लम

स्टडी में तलाक के लिए दूसरी सबसे बड़ी वजह सामने आई- कम्युनिकेशन की दिक्कत। 44 फीसदी लोगों ने तलाक के लिए आपस में होने वाली बातचीत को लेकर समस्या जताई। इसका मतलब ये हुआ कि कई बार लड़का और लड़की के बात करने के तरीके अलग-अलग होते थे। इसकी वजह से उनके बीच बातचीत कम होने लगी और इसका परिणाम तलाक के रूप में हुआ।

जरूरत से ज्यादा उम्मीदें

रिलेशनशिप में अपने जीवनसाथी से जरूरत से ज्यादा उम्मीदें भी तलाक का कारण बन जाती हैं। क्योंकि अगर उम्मीद पूरी नहीं होती तो मन में कड़वाहट आ जाती है। ऐसे में तलाक होना जरूरी हो जाता