बेटे की परवरिश करने के चक्कर में कहीं आप उन्हें बिगाड़ तो नहीं रहे, रखें इन बातों का ध्यान

बच्चे जब छोटे से बड़े होते हैं तो घर वालों से उन्हें बहुत प्यार मिलता हैं और इसी चक्कर में कई बार बच्चे गलत राह पकड़ लेते हैं और उनकी ख्वाहिश जिद में बदल जाती हैं। पेरेंट्स भी अपने बच्चों के प्यार में उनकी सही या गलत मांग को पूरा करने में लग जाते हैं। खासतौर से बेटों के साथ यह ज्यादा देखा जाता हैं। ऐसे में पेरेंट्स अनजाने में अपने बेटे की परवरिश करने के चक्कर में उन्हें बिगाड़ देते हैं। इसका असर उनके भविष्य पर भी पड़ता हैं। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए की अपने बच्चों की परवरिश के दौरान उन्हें सही और गलत के बारे में समझाया जाए। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह बेटे की परवरिश की जाए कि वो बिगड़े नहीं...

खाने में देना एक्स्ट्रा ध्यान

बहुत से बच्चे खाने को लेकर बहुत नखरे करते हैं। उन्हें सब्जी में केवल आलू या जंक फूड खाना ही पसंद आता है। जिसको लेकर माएं बहुत परेशान हो जाती हैं और रोज नई-नई तरकीब निकालती हैं उसको खिलाने की। कुछ माएं थक-हारकर आखिर में उनकी डिमांड पूरी कर देती हैं। बस यहीं पर उनसे चूक हो जाती है। बच्चों के खाने-पीने को लेकर जरूरत से ज्यादा चिंता करना और उनके अनहेल्दी फूड की मांग को पूरा कर देना उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ है।

इसके अलावा अगर आप ऐसे ही उसके खाने की डिमांड को पूरा कर देंगी तो वो इसका आदि हो जाएगा। ऐसे में जब भी बड़ा होगा और उसे घर से दूर रहना पड़ा तो उसके लिए आपके लिए परेशानी हो सकती है। क्योंकि वहां कोई उसकी जररूतों को पूरी नहीं करेगा। इसलिए अपने बच्चे को हर परिस्थिति के लिए तैयार करें।

जब बात हो सफाई की

अगर आप भी उन माओं में से हैं जो, अपने बेटों को कुछ नहीं करने देती, तो यह गलत है। आप उसे अपने कमरे की साफ-सफाई, कपड़े धोना, समान को सही ढंग से रखना आदि जैसी आदतें डालें। न की खुद करने लग जाएं। इससे बच्चे में इंडिपेंडेंट बनने की क्षमता का विकास होगा। साथ ही बच्चे में डिसप्लीन भी आएगी। ये अच्छे परवरिश की निशानी है।

हर बात में साइड लेना

अपने बेटे को डांट से बचाने की कहानी तो हर घर की है। आप भी उन में से एक हैं, और हर बात में यही बोलती हैं, कि ‘बच्चा है, जाने दो’ तो आप गलती कर रही हैं। आप इस तरह अपने बेटे की गलतियों को बढ़ावा दे रहीं हैं। आपके ऐसा करने से उसके खराब व्यवहार को प्रोत्साहन मिलता है। आपको बेटे की परवरिश में सही समय पर सही सबक सिखाना जरूरी है। ताकि वो आगे चलकर एक अच्छा इंसान बन सके।

पैसे ऑफर करना

बात-बात में अपने बेटे को जरूरत से ज्यादा पैसे देना, उसे कभी भी पैसों की कमी महसूस ना होने देना आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है। आप ऐसा करेंगी तो उसे पैसों की अहमियत के बारे में कभी भी एहसास नहीं होगा। आप उसे ज्यादा खर्चा करने से रोकिए, ताकि उसके मुश्किल समय में उसे परिस्थियों से लड़ना आए।

अगर उठाती हैं, हर नखरा

माना की आपका बेटा आपकी आँखों का तारा है लेकिन, उसकी स्वतंत्रता के साथ आप उसे अनुशासन और जिम्मेदारी लेना भी सिखाएं। मां के लिए अपने बेटे की ये सारी आदतें छोड़ना मुश्किल हो सकता है। लेकिन आपने उसकी आदतों में सुधार दिया तो, आप उसे खुद के बाद उसकी पत्नी पर निर्भर होने से बचा सकती हैं।