हर पेरेंट्स की चाहत होती है कि अपने बच्चों को कामयाब और नेक इंसान बनता हुए देखें और वे जीवन में सफलता के मुकाम छुएँ। इसके लिए जरूरी है कि उनके पेरेंट्स सही परवरिश करें। जी हाँ, पेरेंट्स के द्वारा की गई परवरिश उनके बच्चों को कामयाब इंसान बनने में मदद करती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही आदतों की जानकारी देने जा रहे हैं जो पेरेंट्स ही अपने बच्चों को अच्छे सिखा सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन आदतों के बारे में।
स्वार्थी व अभद्र न बनें
बच्चों को एक महत्वपूर्ण बात जरूर सिखाएं कि वह सबकी मदद करे। आप जैसा करते हैं, आपका बच्चा भी वही सब सीखता है। इसलिए अगर आप स्वार्थी बनते है, दूसरों की मदद करने से पीछें हटते हैं, तो आपके बच्चे भी वही सब सीखते हैं। इसके अलावा कई माता-पिता अपने बच्चों की गलत आदतों पर पर्दा डाल देते हैं, जिससे बच्चे और अभद्र व शैतान होते जाते हैं। इसलिए बच्चों की गलती पर उसे अनदेखा न करें।
गलत आदतें पहचानें
अक्सर बच्चा वह सब सीखता है, जैसा कि उसके आस-पास का माहौल हो। इसलिए जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चे को उचित माहौल में रखें। जहां बच्चा अच्छी बातें सीखे। जैसे आप भले ही पड़ोसी के साथ मनमुटाव बनाकर रखें, लेकिन बच्चों को उनके साथ लड़ाई या अनबन ना करने दें। कई बार बच्चे अपने माता-पिता को देखकर पड़ोसी से लड़ता है और माता-पिता इस बात पर बच्चे को ड़ांटने के बजाय उसका सर्पोट करते हैं। लेकिन यह बात सरासर गलत है, इससे बच्चों के मन में नफरत की भावना पैदा होती है, जिसका आने वाले समय में आपको भी सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा चोरी नहीं करना, झूठ न बोलना, ये सभी बातें सिखाएं।
आत्मविश्वासपेरेंट्स की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है कि वह अपने बच्चों में अच्छे संस्कार के साथ-साथ उनमें आत्मविश्वास भी पैदा करें। बच्चों को सिंखाएं कि नामुमकिन कुछ भी नहीं, उसे खुद पर विश्वास रखने की सीख दें। ताकि भविष्य में वह किसी भी परिस्थिति में घबराए नहीं और हर मुश्किल का डटकर सामना करे। जिंदगी के हर मोड़ पर चाहे वह परर्सनल लाइफ हो या प्रोफेशनल लाइफ, आत्मविश्वास होगा तो वह हर मुसीबत से निकल आएंगें और खुद को शाबित कर दिखाएंगे।
सही और गलत में फर्क
आप अपने बच्चों को सही गलत में फर्क करना जरूर सिखाएं। जिससे वह अपनी लाइफ के भी सही गलत फैसलों को आसानी से चुन सकें। बच्चों को एक जरूरी बात जरूर सिखाएं, कि जो व्यक्ति आपको इज्जत व सम्मान देता हो आप भी उसे इज्जत व सम्मान दें। जिंदगीं में वो काम करें, जिसमें आपको खुशी मिले क्योंकि खुशी से बढ़कर कुछ नहीं है।
मेहनत
हर माता-पिता अपने बच्चे की इच्छाओं को पूरा करने की कोशिश करते हैं। बच्चे की हा जरूरत को पूरा करते हैं, लेकिन बच्चे को हर चीज असानी से मिल जाने पर उसकी अहमियत मालूम नहीं पड़ती। इसलिए पेरेंट्स बच्चे की हर जायज-नाजायज इच्छा को पूरा न करें, बल्कि उसे मेहनत करना सिखाएं। जिससे वह मेहनत कर खुद के दम पर चीजों को हासिल करने की कोशिश करे।