इन बातों के लिए पुरुष कभी न हो शर्मिंदा

कहते हैं माफी मांगने से कोई छोटा नहीं हो जाता है, ये बात सच भी है। मांफी मांगने से आपका बड़प्पन ही दिखाई देता है। अगर कोई गलती हो जाए तो माफी मांगने में कोई हर्ज नहीं। लेकिन कई बार लोग बिना गलती के भी कई बातों पर खुद को शर्मिंदा महसूस करते हैं। जो गलत है, बिना गलती के शर्मिंदगी महसूस करने से आत्मविशवास में कमी आती है। यक़ीनन ऐसी कई चीजें हैं जिनके लिए आपको कभी भी माफी नहीं मांगनी चाहिए। अपने वजूद के लिए या किसी ऐसी चीज के लिए माफी नहीं मांगनी चाहिए, जिससे दूसरों को कोई नुकसान न पहुंचा हो और यदि आपने कभी भी बिना गलती के किसी से माफी मांगी है तो इसके लिए अपने आप से माफी मांगे और खुद से यह वादा करें कि आप कभी भी दूसरों से इन चीजों के लिए माफी नहीं मांगेंगे। तो चलिये आज कुछ ऐसी चीजों के बारे में जानते हैं जिन पर पुरुषों को कभी माफी नहीं मांगनी चाहिये और न ही शर्मिंदा होना चाहिये।

* लड़कियों जितना भावनात्मक न होने पर : पुरुष बहुत जल्दी भावनात्मक होकर रोना शुरू नहीं कर देते और न ही वे भावनाओं के आक्रोश में बहुत ज्यादा निढाल ही हो जाते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वे भावनात्मक नहीं हैं, या वे चीज़ों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। तो ऐसे में सर्मिंदगी महसूस न करें।

* सहवास के समय फैंटसी करना : देखिये ऐसे बहुत से शादीशुदा जोड़े हैं जो सहवास के समय पुराने साथी या किसी ओर की प्यारी यादों में खो जाते हैं। कई बार कल्पना हकीकत से ज्यादा रंगीन और खूबसूरत होती है। मास्टरबेट करते समय भी ज्यादातर लोग अपनी कल्पना का ही सहारा लेते हैं। और कई बार यह कल्पना ही उत्तेजना को और बढ़ाती भी है। तो इसके लिये शर्मिंदा होने की या घबराने की जरूरत नहीं है।

* सच बोलने पर : सच बोलना साहस का काम होता है। कायर सच नहीं बोल पाते है। तो यदि आप अपने से जुड़ा कोई सच बोलना चाहते हैं तो इसके लिये मांफी न मांगे और न ही शर्मिंदा ही महसूस करें।

* छोटे कद के लिये
: छोटे इंसानों के जीन अधिक रक्षात्मक होते हैं, जिससे उनके शरीर का आकार तो छोटा होता है, लेकिन जिदंगी लंबी हो जाती है। तो इस बारे में शर्मिंदगी महसूस न करें।