जीवन का टर्निंग प्वाइंट होती है शादी, इसके बाद जीवन में आते हैं ये बदलाव

शादी किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण फैसला होता हैं जिसे उसकी लाइफ का बड़ा टर्निंग प्वाइंट माना जाता हैं। शादी जीवन में एक बड़ा बदलाव लेकर आता है। आप जहां पहले खुद पर निर्भर रहते हुए फैसले लेते थे, वहीँ अब आप पर दूसरों की जिम्मेदारी भी आ जाती हैं। शादी के बाद इंसान के स्वभाव में कई सारे परिवर्तन देखने को मिलते हैं। इस दौरान आपकी लाइफस्टाइल के साथ ही आदतों में भी बदलाव देखने को मिलते हैं। तो आइये जानते हैं उन बदलावों के बारे में जो शादी के बाद देखने को मिलते हैं...

अधिक ओपन होना

शादी से पहले कपल्स के मन में एक-दूसरे को खोने का डर हमेशा बना रहता है और इसलिए वह कई बातें एक-दूसरे को नहीं बताते। लेकिन शादी अपने साथ रिश्ते में एक सुरक्षा की भावना लेकर आती है। शादी के बाद पति-पत्नी एक-दूसरे से अधिक ओपन हो जाते हैं और अपने जीवन की अच्छी -बुरी सभी बातें आसानी से शेयर कर लेते हैं क्योंकि वह अपने पार्टनर को अपने सपोर्ट सिस्टम के रूप में देखते हैं। इतना ही नहीं, शादी के बाद आपको अलग से दिखावा करने की जरूरत नहीं होती क्योंकि आपका लाइफ पार्टनर आपकी हर अच्छी-बुरी चीज को खुले दिल से स्वीकारता है।

होता है जिम्मेदारी का एहसास

रिश्ते निभाना एक जिम्मेदारी भरा एहसास है। शादी के बाद लड़के ज्यादा जिम्मेदार हो जाते हैं। उनका बचपना कम हो जाता है और वे बेहद परिपक्व नजर आने लगते हैं। वे अपनी जिम्मेदारियों से वाकिफ होने लगते हैं और उन्हें रिश्तों की पहले से ज्यादा फिक्र होने लगती है।

दिखता हैं पार्टनर का दूसरा पहलू

शादी के बाद हर व्यक्ति को अपने पार्टनर का एक दूसरा पहलू भी देखने को मिलता है और यह स्वरूप केवल शादी के बाद ही सामने आता है। शादी से पहले आप दोनों एक-दूसरे से कुछ वक्त के लिए मिलते होंगे और उस समय यकीनन आपको सामने वाले व्यक्ति की सिर्फ अच्छाईयां ही दिखती होंगी। लेकिन उसका वास्तविक स्वभाव शादी के बाद ही नजर आता है। उसका नया रूप आपको तभी पता चलेगा, जब आप शादी के बाद एकसाथ रहना शुरू करेंगे।

मिलकर निर्णय लेना

चूंकि शादी के बाद आपके फैसले सिर्फ आपको ही प्रभावित नहीं करते, बल्कि आपके जीवनसाथी पर भी इसका प्रभाव पड़ता है और इसलिए अमूमन कपल्स शादी के बाद बहुत से निर्णय मिलकर लेते हैं। खासतौर से, फाइनेंशियल प्लानिंग व खर्चों के बारे में तो दोनों मिलकर डिस्कस करते हैं ताकि वह एक बेहतर व खुशहाल भविष्य प्लान कर सकें। इस तरह शादी के बाद आपके निर्णय सिर्फ आपके ही नहीं रह जाते, बल्कि कोई भी निर्णय लेते समय आप अपने अलावा अपने पार्टनर व फैमिली के बारे में भी सोचने लग जाते हैं।

पर्सनल स्पेस में आती है कमी

अकेला होना कभी-कभी एक सुखद एहसास देता है। इस दौरान आप जीवन के सुखद पलों के अकेले मालिक होते हैं और उसमें किसी के हस्तक्षेप की दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं होती। शादी के बाद आपका पर्सनल स्पेस पहले की तरह नहीं रह जाता। अब आपको हर छोटी-बड़ी चीज अपनी पत्नी और परिवार के साथ बांटनी पड़ती है। यहां तक कि आपको बाथरूम भी शेयर करना पड़ता है। शादी के बाद पहले अपनी पत्नी के साथ और फिर बच्चों के साथ आपको अपना वक्त बांटना पड़ता है।

रिश्ते में ठहराव

जब शादी से पहले कपल के बीच झगड़ा होता है तो वह जरा सी बात पर भी ब्रेकअप करने के लिए तैयार हो जाते हैं, लेकिन विवाह उनके रिश्ते में ठहराव लेकर आता है। शादी होने के बाद झगड़ा होने पर वह अलग होने की बजाय उन प्रॉब्लम्स को सुलझाने के बारे में सोचते हैं। इस तरह उनका आपसी तालमेल बेहतर होता है और समय के साथ उनका रिश्ता अटूट बनता चला जाता है।

सोशली होना पड़ता है ऐक्टिव

शादी केवल दो लोगों का मिलन ही नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है। शादी के बाद कई रिश्ते-नाते हमसे जुड़ जाते हैं जिनके प्रति हमें जवाबदेह होना पड़ता है। रिश्ते काफी नाजुक होते हैं इसलिए शादी के बाद इनका खास ख्याल रखना पड़ता है। हालांकि कुछ लोगों को एकांत पसंद होता है और वे ज्यादा सोशली ऐक्टिव नहीं रहते हैं। ऐसे लोगों के लिए शादी के बाद यह बड़ी चुनौती होती है।

प्राथमिकताओं का बदलना

शादी के बाद हर व्यक्ति की प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। मसलन, समय होने पर आप बाहर जाने या पार्टी करने की जगह अपने पार्टनर के साथ समय बिताना अधिक पसंद करते हैं। शादी के बाद दोस्तों से ज्यादा व्यक्ति अपनी फैमिली को टाइम देना चाहता है। इतना ही नहीं, शादी के बाद आप एक-दूसरे के साथ अधिक समय बिता पाते हैं और इससे भी रिश्ते में मजबूती आती है।