आपने अक्सर ऐसे लोगों को देखा होगा जिनके पेट में किसी तरह की कोई बात नहीं पचती हैं अर्थात वे किसी भी बात को गोपनीय नहीं रख पाते हैं। लेकिन आपको यह समझने की जरूरत हैं कि जीवन में कई परेशानियों से बचने के लिए कुछ बातों का राज रहना बहुत जरूरी हैं। कई विद्वान इससे जुड़ी नीतियां बताकर गए हैं जिसके अनुसार कुछ बातों की गोपनीयता आपको फायदा पहुंचाती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें हमेशा खुद तक रखनी चाहिए और उसे किसी से भी नहीं कहना चाहिए। आइये जानते हैं आपको अपनी किन बातों को किसी से नहीं बतानी चाहिए।
आर्थिक नुकसान की स्थितिआचार्य चाणक्य के अनुसार, लोगों को अपने आर्थिक नुकसान की बात किसी बाहरी व्यक्ति से नहीं बतानी चाहिए। उनके अनुसार, जो लोग पैसों की परेशानी दूसरों के साथ साझा करते हैं, हो सकता है कि उन्हें मदद की बजाय निराशा हाथ लगे। इतना ही नहीं, लोग आपकी परेशानी जानकर आपसे दूरी भी बनाने लगेंगे।
वैवाहिक कलहलोगों को अपने जीवन साथी से जुड़ी निजी बातों को भी गुप्त रखना चाहिए। उनका कहना है कि अगर पति-पत्नी अपने साथी के साथ लड़ाई या उनकी गलतियों को दूसरों के साथ साझा करते हैं, तो लोग उनका मजाक उड़ाएंगे। इतना ही नहीं, इसकी वजह से भविष्य में पति-पत्नी के बीच खटास और बढ़ सकती है।
आपका धन लोग जानना चाहते हैं कि आप कितना कमाते हैं। यदि आप सीधे-सीधे नहीं बताएंगे, तो ये लोग दूसरे तरीके से पूछताछ करके अनुमान लगा लेंगे। हालांकि आप अपने धन को जितना हो सके गोपनीय रखेंगे तो आपके लिए ही अच्छा होगा।
आपकी बीमारीचाणक्य नीति के अनुसार अपनी दवाई या औषधियों के बारे में किसी को भी नहीं बताना चाहिए। किसी को ये नहीं बताना चाहिए कि आपको क्या बीमारी है और आप कौन सी औषधियां ले रहे हैं। अपनी दवाइयों के बारे में दूसरों से बताने से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
अपने अपमान की बातेंअगर किसी ने आपका अपमान किया है तो इस घटना को अपने तक ही सीमित रखना बेहतर है। दूसरों को बताने से उनके मन में आपके लिए सम्मान कम हो सकता है। अपमान को दिमाग में ज्यादा दिन तक नहीं पालें, बल्कि इस पर विचार करें कि दोबारा कोई आपके साथ ऐसा नहीं कर पाए। यह भी याद रखें यदि आप अपने अपमान को प्रचारित करेंगे तो फिर कई लोग आपका अपमान करने लगेंगे, क्योंकि लोगों को आपके साथ कभी सहानुभूति नहीं रहती है। जो लोग किसी की सहानुभूति अर्जित करना चाहते हैं, वही अपने अपमान के बारे में किसी से चर्चा करते हैं।
परिवार की बातें बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो अपने घर-परिवार की सारी बातें अपने मित्र, रिश्तेदार या किसी परिचित से शेयर करते रहते हैं। ऐसे लोग बाद में पछताते हैं। इससे घर के सदस्यों में आपसी मनमुटाव और अविश्वास की भावना बढ़ती है। घर की बातें घर में ही रखने से जीवन सुखमय बनता है। अपने घर-परिवार वालों की बुराई कभी किसी के सामने नहीं करनी चाहिए। अगर किसी सदस्य के भीतर कोई कमी है तो उसे भी किसी से नहीं कहना चाहिए। परिवार की बुराई दूसरों से करने पर पारिवारिक उपहास होता है जिससे सम्मान को ठेस पहुंचाती है।
अपनी समस्याएं अपनी समस्याएं अपने तक ही रखनी चाहिए। वजह ये है कि लोग अक्सर सामने मीठी-मीठी बातें करते हैं, जिससे हम उनके भ्रम में पड़ जाते हैं। यही लोग आपकी समस्या जानने के बाद पीठ पीछे आपका मजाक उड़ाते हैं या बुराई करते हैं। इसलिए लोगों को अपनी समस्याएं दूसरों से साझा करने से बचना चाहिए। चाणक्य कहते हैं कि लोगों को आपकी परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है।