इन 5 चरणों से होकर गुजरती है हर इंसान की लव लाइफ, जानें

हम सभी अपनी जींदगी में स्टडी, करियर, रिलेशनशिप आदि जैसे कई अलग-अलग स्टेज से गुजरते हैं। हर उम्र में इन सभी चीजों की अलग-अलग अहमियत होती है। पढ़ाई हो या करियर या फिर कोई रिलेशनशिप, सभी में बीतते वक्त के साथ उतार-चढ़ाव आता ही है। रिलेशनशिप की ही बात करें, तो इसमें में कई सारे स्टेज आते हैं। दो लोग जो कभी मिलते हैं, दोस्ती होती है, फिर प्यार होता है और एक दिन जीवनसाथी बन जाते हैं। इस बीच इनका रिश्ता काफी सारे पड़ाव से होकर गुजरता है। आइए हम आपको बताते हैं एक रिलेशनशिप में कोनसे अलग-अलग फेज आते है ।

आकर्षण यानी अट्रेक्शन का फेज

कुछ लोगों को पहली ही नजर में प्यार हो जाता है।इस फेज में दो लोगों के बीच एक दूसरे के प्रति आकर्षण रहता है। दो लोग अक्सर एक दूसरे के साथ ही रहना चाहते हैं। यह प्यार का शुरुआती फेज होता है। यह वह चरण है जब हार्मोन अधिक मात्रा में उत्पादित होते हैं। पर इस फेज के बाद किसी के भी रिश्ते में बहुत बदलाव आ जाता है।

हनीमून फेज


यह वह चरण है जब आप अपने रिश्ते को बस प्यार के ही चश्मे से देखते हैं। यह वह फेज है जब आप बस अपनी इच्छाओं को रिश्तों में उतारते हैं। कह सकते हैं कि इस फेज में आकर आप प्यार में अंधे हो जाते हैं। यहां आकर आपका रिश्ता वासना की भावनाओं से युक्त हो जाता है। इस दौरान लोगों में ऑक्सीटोसिन होर्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है।

भावनात्मक फेज

यह वह अवस्था है जब आपको लगता है कि भावनात्मक तीव्रता के साथ एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। आप एक-दूसरे के साथ गहराई से जुड़ाव महसूस करते हैं। यह वह समय है जब आप अपने भविष्य के लिए योजना बनाना शुरू करते हैं। दूसरे शब्दों में, यह वह चरण है जब आप अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने की सोचते हैं। अक्सर यहां आकर लोग शादी कर लेते हैं या रिश्ते को खत्म करके किसी स्थाई रिश्ते की ओर बढ़ना चाहते हैं।

आत्मनिरीक्षण का फेज

आप इसे अपने रिश्ते में मेक-या-ब्रेक स्टेज कह सकते हैं। यह तब होता है जब आप एक-दूसरे के प्रति समर्पण या प्रतिबद्धता की जांच करना शुरू करते हैं। आप अपने रिश्ते में आई दरारें खोजते हैं और उन्हें ठीक करने का प्रयास करते हैं। मतभेद अधिक दिखाई देने लगते हैं। इस चरण के बाद कोई भी जोड़ा काफी मेच्यौर हो जाता है।

पूर्ण रूप से भरोसे का फेज


अंत में, जीवन भर एक-दूसरे से सीखने, एक-दूसरे को सहन करने और कभी-कभी एक-दूसरे से लड़ने के बाद, आप शांत हो जाते हैं। यह एक-दूसरे पर पूरा विश्वास करने वाला फेज होता है। भविष्य में आने वाले सुनहरे वर्षों में एक साथ रहने के लिए पूरी तरह तैयार रहते हैं बहुत खुश हैं और बस हर क्षणों का आनंद लेना सीख जाते हैं। आपके रिश्ते में अटूट विश्वास पैदा हो जाता है। आप इस बात से खुश होते हैं कि आप कौन हैं और आपका साथी कौन है, आपके बच्चे खुश हैं और परिवार में सब ठीक है।