भारत में हर साल कई त्योहार मनाए जाते हैं जिनका अपना अलग-अलग महत्व होता है। वैसे ही हिन्दू धर्म में शादीशुदा महिलाओं के लिए करवाचौथ का बहुत महत्व है। इस साल करवाचौथ 8 अक्टूबर को मनाया जाएगा। करवा चौथ का त्योहार विवाहित महिलाओं के लिए सबसे खास माना जाता है। इस दिन कुछ काम करने का विशेष महत्व होता है। यदि व्रत के साथ-साथ पूरी श्रद्धा और प्रेम से कुछ खास काम किए जाएं तो महिलाओं को उनके व्रत का फल जरूर मिलता है।
इसके कुछ नियमों का यदि पालन न किया गया तो असर विपरीत भी हो सकता है...
करवा चौथ का व्रत - नियम और सावधानियां- केवल सुहागिनें या जिनका रिश्ता तय हो गया है, ऐसी महिलाएं ही ये व्रत रख सकती हैं।
- यह व्रत सूर्योदय से चंद्रोदय तक रखा जाएगा, निर्जल या केवल जल पर ही व्रत रखें।
- व्रत रखने वाली कोई भी महिला काला या सफेद वस्त्र न पहने।
- लाल वस्त्र सबसे अच्छा है, पीला भी पहना जा सकता है।
- आज के दिन पूर्ण श्रृंगार और पूर्ण भोजन जरूर करना चाहिए।
- अगर कोई महिला अस्वस्थ है तो उसके स्थान पर उसके पति यह व्रत कर सकते हैं।