शादी सांसारिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो हर किसी की जिंदगी में एक समय के बाद आता ही हैं। खासतौर से लड़कियों को शादी के बाद एक परिवार छोड़कर नए परिवार में जाना पड़ता हैं, तो ऐसे में लड़कियों को परिपक्वता लाते हुए रिश्तों को संभालना पड़ता हैं। शादी के बाद नए रिश्तों की बात आती हैं, तो सास और बहू के रिश्ते की बात जरूर होती हैं जो कि बेहद नाजुक होता हैं। इसमें कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। लेकिन अगर आप शादीशुदा जीवन का पूरा आनंद उठाना चाहती हैं तो सास को खुश रखना बेहद जरूरी है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान रख आप अपनी सास से मधुर संबंध बना सकती हैं। आइये जानें इन बातों के बारे में...
कम्यूनिकेशन को स्ट्रॉन्ग बनाने पर काम करेंकम्यूनिकेशन अगर रिश्ता बना सकता है, तो इसकी कमी रिश्तों में खटास भी ला सकती है। आपको ऐसे कई उदाहरण अपने आसपास मिल जाएंगे, जिनमें तलाक लेने की सोच चुके कपल्स ने इशूज पर बात करके अपने रिश्ते को बचा लिया और आज खुशहाल शादीशुदा जीवन जी रहे हैं। ये दिखाता है कि हेल्दी कम्यूनिकेशन में कितनी पावर है। इसी चीज को अपनी सास के साथ यूज करें। आपको जरा सा भी लगे कि वह आपकी बात को गलत तरीके से ले रही हैं, तो उनसे खुलकर बात करें व अपना पक्ष सामने रखें। इस दौरान पोलाइट रहना न भूलें।
उनकी पसंद जानने की कोशिश करें आप ये जानने की कोशिश करें कि ऐसा क्या है जो आपको भी पसंद है और उन्हें भी। दुनिया में लगभग हर महिला को घूमना-फिरना और खरीदारी करना पसंद होता है। महिलाएं टीवी पर अपना पसंदीदा शो भी शौक से देखती हैं। अगर आप कहीं ऐसी जगह बाहर जा रही हैं जहां आप अपनी मदर इन लॉ को ले सकती हैं तो जरूर ले जाइए। इससे आप दोनों के बीच प्यार और भरोसा बढ़ेगा। साथ में बैठकर टीवी देखना भी बुरा आइडिया नहीं है।
असुरक्षा के भाव को दूर करने की कोशिशज्यादातर घरों में सास और बहू के बीच तनाव इसलिए शुरू होता है क्योंकि मदर इन लॉ को लगता है कि इतने साल में उन्होंने जो पाया और बनाया है, वह सब बदल जाएगा। जैसे फैसले लेने का अधिकार, बेटे का लगाव, रसोई से जुड़े निर्णय, घर को मैनेज करने का तरीका आदि। उनके इस असुरक्षा के भाव को आपको ही दूर करना होगा। इसकी शुरुआत इससे की जा सकती है कि आप कुछ भी नया करने से पहले अपनी सास के साथ चर्चा करें और मिलकर ऐसा फैसला लें, जिसमें उन्हें भी कोई दिक्कत न हो। ये दिखाएगा कि आपको उनकी पसंद-नापसंद का ख्याल है और उन्हें यह महसूस करवाएगा कि आपके दिल में उनके लिए सम्मान है।
पति और ससुर को बीच में न लाएंआपके और सास के बीच कुछ इशू है, तो उसमें ससुर और पति को बीच में लाने की कोशिश न करें। अगर सास उन्हें लाती हैं, तो दोनों को समझाएं कि अगर वे इस समय दखल देंगे, तो चीजें बिगड़ सकती हैं, इसलिए मदर इन लॉ और आपको ही चीजें सुलझाने दें। ऐसा करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि किसी तीसरे के इस झगड़े में एंटर होते ही बात और बढ़ जाएगी, जिसके बाद क्या होगा और क्या नहीं? इस पर किसी का बस नहीं रहेगा।
सम्मान दे कर सम्मान पैदा करेंशादी के बाद लड़की के भी कुछ फर्ज हैं, जो उसे निभाने चाहिए। लड़की यह नहीं समझ पाती कि किसी भी सदस्य द्वारा समझाया जाना टोकाटाकी नहीं है। घर का थोड़ाबहुत काम भी उसे बोझ लगने लगता है। उसे लगता है कि पति सिर्फ उस का है। वह किसी और सदस्य को समय देता है, तो वह उसे अपनी अपेक्षा समझती है। दूसरे शब्दों में ससुराल में अधिकार क्या हैं, यह तो उसे मालूम है पर कर्तव्यपालन को बोझ समझने लगती है। इस सच को दिल से स्वीकार करना चाहिए कि थोड़ी सी मेहनत से सास का मन जीत कर वह उन्हें अपना बना सकती है।
न गॉसिप करें और ना बढ़ावा देंअपनी सास के बारे में गॉसिप करने से बचें। आपको उनसे कोई दिक्कत भी है, तो उसे अपने तक रखने की कोशिश करें। अगर आपके लिए ये स्ट्रेस का कारण बन रहा है, तो अपनी मां या फिर ऐसे शख्स के साथ बात को शेयर करें, जो आपको सही रास्ता दिखा सके। अगर कोई दूसरा आपके और सास के रिश्ते पर गॉसिप करता है, तो उसे भी तुरंत टोक दें। ऐसा न करना, बाद में आपको ही भारी पड़ेगा, इसलिए सही समय पर फर्म बर्ताव दिखाने में हिचकिचाएं नहीं।