पत्नी की प्रेगनेंसी में ऐसा रखें अपना व्यवहार, खुशियों के साथ पूरी होगी आपकी जिम्मेदारी

शादी के बाद बच्चा होना किसी भी कपल के जीवन में खुशियों का सागर ला देता हैं। लेकिन बच्चा होने से पहले महिलाओं को प्रेगनेंसी का मुश्किल सफर तय करना होता हैं जिसको आसान बनाने का काम होता हैं पतियों का आप अपनी पत्नी की मेडिकल कंडीशन में तो कोई बदलाव नहीं ला सकते हैं, लेकिन उन्हें एक सकारात्मक माहौल जरूर दे सकते हैं ताकि उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहे। अपनी डिलीवरी, बढ़ते वजन और गर्भस्थ शिशु के स्वस्थ रहने की चिंता महिलाओं को परेशान करती रहती हैं। ऐसे में आपका साथ उनके लिए सबसे बड़ी मेडिसिन का काम करता हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसी चीजें बता रहे हैं जो हर पुरुष को अपनी प्रेगनेंट वाइफ के लिए करनी चाहिए।

घर के कामकाज संभालें

गर्भावस्था के समय महिलाओं का शरीर बहुत कुछ सहन करता है। शिशु के बढ़ने की वजह से उनके लिए घर के कामकाज करना बहुत मुश्किल होता है। साफ-सफाई वाले प्रोडक्टस से प्रेगनेंसी में मतली हो सकती है इसलिए टॉयलेट, बाथरूम या किचन आदि साफ करने का काम पति को संभाल लेना चाहिए। प्रेगनेंसी में झाडू और पोछा भी लगाना मुश्किल होता है इसलिए ये सब काम भी प्रेगनेंट वाइफ को न करने दें।

मूड स्विंग के दौरान प्यार से करे हैंडल


गर्भावस्था में पेट के अंदर एक नई जान पल रही होती है। जिसके कारण प्रेगनेंसी के दौरान महिला में काफी हॉर्मोनल बदलाव आते हैं। इस वजह से गर्भवती महिला को काफी ज्यादा मूड स्विंग होते हैं। जिसके लक्षणों में चिड़चिड़ापन, जिद, उदासी आदि शामिल हो सकते हैं। ये एक नैचुरल प्रोसेस है, ऐसे समय में पति की जिम्मेदारी होती है कि वो पत्नी को बड़े ही प्यार से हैंडल करे ना कि उस पर गुस्सा करे।

स्पेशल फील कराएं

प्रेगनेंसी के समय आपकी पत्नी कई तरह की समस्याओं से गुजर रही होती है। ऐसे में आप अगर उसे स्पेशल फील कराएंगे तो वो भी इस समय को एन्जॉय करने की कोशिश करेगी। आप अपनी पत्नी के लिए कभी चाय या डिनर में उसके लिए कुछ खास बना सकते हैं। आपकी ये चीजें उसे महसूस कराएंगी कि आप उसे कितना प्यार करते हैं।

खान-पान और दवाई का रखें पूरा ध्यान

प्रेगनेंसी के दौरान औरतों को पौष्टिक आहार की जरूरत होती है और साथ ही डॉक्टर की बताई दवाओं को भी समय पर लेने की जरूरत होती है। ऐसे में पति की ड्यूटी बन जाती है कि वो पत्नी के खाने-पीने और दवाई लेने का एक टाइमटेबल बनाएं और हो सके तो पत्नी के मोबाइल में अलार्म सेट करके रखे। इससे पति की अनुपस्थिति के दौरान पत्नि अलार्म के जरिए सचेत हो जाएगी और समय पर अपनी दवाई ले लेगी।

आराम और वाक का रखें ख्याल

बीबी के आराम का पूरा ख्याल रखें और सुबह-शाम बीबी के साथ वॉक करने का प्रोगाम बनाएं। इससे बीबी को ना सिर्फ शारीरिक रूप से फायदा मिलेगा बल्कि मानसिक स्तर पर भी अच्छा लगेगा। वॉक करते हुए आप बीवी के साथ क्वालिटी टाइम बिता पाएंगे और बीबी को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली तकलीफों का अहसास भी कम होगा।

पत्नी के साथ खास बातचीत


प्रेगनेंसी में महिलाएं चिड़चिड़ाहट और घबराहट महसूस करती हैं। ऐसे में वह पति का साथ चाहती हैं। वहीं अगर पति इस दौर पर पत्नी की बात ना सुने तो उनकी चिड़चिड़ाहट बढ़ जाती है। ऐसे में पति की जिम्मेदारी है कि वह अपनी पत्नी की पूरी बात सुने और साथ ही अपने दिल की बात भी बताएं। इससे अलग पति अपने ऑफिस या अपने वर्कप्लेस के माहौल के बारे में भी बता सकता है। ऐसा करने से पति पत्नी का रिश्ता मजबूत होगा।