पिता के साथ रिश्ता होगा और मजबूत, ले इन टिप्स की मदद

वैसे तो सभी बच्चे अपने माता-पिता से बेहद प्यार करते हैं।मगर ज्यादातर बच्चे पिता की अपेक्षा मां के काफी क्लोज होते हैं। वहीं बच्चे अक्सर हर छोटी-बड़ी बात को मां से शेयर करने में कंफर्टेबल फील करते हैं। हालांकि मम्मा बॉय बनने के साथ-साथ आपके लिए पापा का बेटा बनना भी जरूरी होता है। बेशक मां और बेटे का रिश्ता काफी फ्रेंडली होता है ।वहीं ज्यादातर बच्चे पिता के अधिक करीब नहीं होते हैं। ऐसे में पिता और पुत्र के बीच के रिश्ते में दूरी परिवार की खुशियों को भी अधूरा बना देती है। इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं पिता से रिश्ते बेहतर बनाने के कुछ टिप्स, जिसे फॉलो करके अपने पिता के साथ भी स्ट्रॉन्ग लव बॉन्ड क्रिएट कर सकते हैं।

मनमुटाव दूर करें

कई बार पिता और पुत्र के रिश्तों में मनमुटाव पैदा हो जाता है।जिससे आपके रिश्तों में कड़वाहट देखने को मिलने लगती है।ऐसे में बच्चे पिता से बात करना अवॉयड करने लग जाते हैं।मगर बेहतर होगा कि आप पिता के साथ बैठकर सारी गलफहमियों को दूर कर लें।इससे आपके रिश्तों में सुधार आने लगेगा।

पिता के साथ काम करें


कुछ लोगों को बिजी शेड्यूल के कारण पेरेंट्स के साथ टाइम स्पेंड करने का मौका नहीं मिल पाता है।जिसके चलते पिता और पुत्र के रिश्तों में भी दूरियां आने लगती हैं।ऐसे में आप घर के कुछ कामों में पिता की मदद मांगकर उनके साथ समय बिता सकते हैं।इससे साथ में काम करने से पिता और बेटे के रिश्ते में साम्जस्य बनना शुरू हो जाएगा।

हॉबी फॉलो करें

पिता के साथ रिश्ते सुधारने के लिए उनकी फेवरेट हॉबी फॉलो करना बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।ऐसे में आप पिता के साथ क्रिकेट खेलने से लेकर मॉर्निंग वॉक पर जाने जैसे तरीके आजमाकर न सिर्फ फादर को खुश कर सकते हैं बल्कि उनके साथ अपने रिश्तों को भी इम्प्रूव कर सकते हैं।

जाने मनमुटाव का कारण

बेवजह कुछ भी नहीं होता है। किसी न किसी वजह से पिता के साथ अनबन होती है। इसलिए सबसे पहले कारण को समझें। अगर आप कारण नहीं समझ पाएंगे या छिपाएंगे तो ऐसे में रिश्ता नहीं सुधरेगा। इसलिए गलती चाहे जिसकी भी हो अपनी ओर से रिश्ते को पटरी पर लाने की कोशिश करें।

आर्थिक कारणों को लेकर बहस

शिक्षा प्राप्त करने के बाद रोजगार की बारी आती है। हर पिता चाहता है कि उनका बेटा बड़ा होने के बाद घर की जिम्मेदारी उठाए। मगर नौकरी पाना इतना आसान नहीं। अगर जॉब मिल भी गई तो सैलरी कम पड़ती है। इसलिए अक्सर आर्थिक तंगी के कारण पिता-पुत्र के बीच बहस हो जाती है।
मगर इस मुद्दे को दूर करने के लिए बहस करने की बजाय अपनी समस्या बताएं। साथ ही अपने पिता को समझाएं कि आप किस तरह से आगे बढ़ने की कोशिश में लगे हैं और आने वाले दिनों में इस समस्या को दूर करेंगे।