होमसिकनेस बढ़ा सकता हैं आपका तनाव, जानें इसे दूर करने के तरीके

नौकरी या पढ़ाई जैसी जरुरतों को पूरा करने के लिए घर और परिवार से दूर रहना पड़ता है। घर से दूर जाने का फैसला लेना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है। ऐसे समय में कई लोग होमसिकनेस महसूस करने लगते हैं। होमेसिकनेस घर से दूर होने पर महसूस होने वाली एंजाइटी और स्ट्रेस की भावना को कहते हैं। यह केवल स्टूडेंट्स के साथ ही नहीं, बल्कि किसी के साथ और किसी भी उम्र में हो सकता है। होमसिकनेस बढ़ने पर तनाव और मानसिक परेशानी का कारण बनता हैं। इसलिए जरूरत है कि आप इसके बढ़ने से पहले इसे कंट्रोल करना सीख जाएं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह आप होमसिकनेस को कम कर सकते हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में...

नए लोगों से मिलें

जब आप अपने घर से बाहर जाएं और आपको होमसिकनेस महसूस हो तो ऐसी स्थिति में आपको नए लोगों से मिलना चाहिए। साथ ही आसपास के लोगों से बातचीत करें और उनसे घुलने मिलने का प्रयास करें। क्योंकि हम सभी कभी न कभी घर से बाहर जरूर निकलते हैं, तो जहां हम रह रहे हैं या जो हमारे आसपास के लोग हैं वहीं हमारे अपने होते हैं। जब आप लोगों के साथ उठना बैठना शुरू करेंगी तो आपको नई चीजें सीखने को मिलेगी और आप व्यस्त रहेंगी। इस स्थिति में आपको अच्छा महसूस होगा और बार-बार घर की याद नहीं आएगी।

खुद से बातें करें

अकेले समय में खुद से बात करें और बताएं कि आप अभी अकेले है लेकिन हमेशा नहीं रहेंगे। खुद से बात करते हुए अपने आप में कमियां और अच्छाईं भी तलाशे। अपनी कमियों और अच्छाईंयों पर दोस्तों से बात करें, अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करें। याद रखिए, अकेले ही आप खुद में झांक सकते हैं और खुद अपनी जिंदगी को संवार सकते हैं।

अपनी हॉबी फॉलो करें

अकेले रहने पर घर की याद ज्यादा आती है। ऐसे में जब कभी आप अकेले रहें, तो बैठ कर घर के बारे में सोचने के बजाए अपनी फेवरेट हॉबी को निखारने पर जोर दें। मसलन अपना फेवरेट गेम खेलना, फेवरेट बुक पढ़ना, सिंगिंग, डांसिंग, पेंटिंग, पहेलियां सुलझाना और मूवी देखने जैसी आदतों को अपने रूटीन में शामिल करने की कोशिश करें।

पुराने दोस्तों को फोन करें

हो सकता है कि स्कूल खत्म होते ही सारे दोस्त अलग-अलग कॉलेजों में चले गए हो। जो दोस्त आपके होमटाउन में हैं उन्हें हमेशा फोन करते रहें। उनसे बात करने से आप रिफ्रेश महसूस करेंगे। जो दोस्त आपके ही शहर में हैं, उनसे भी बीच-बीच में मिलने का प्लान बनाते रहें।

घर का ट्रिप बनाए

घर जाने से भी आप खुद को रिचार्ज कर सकते हैं। कुछ दिन घर रहकर पुरानी दिनचर्या को दोहराएं। मम्मी के हाथ का खाना खाएं। अपने रूम में सोएं। इससे अपको अच्छा महसूस होगा। लेकिन ज्यादा घर जाना आप पर उल्टा पड़ सकता है। यह होम सिकनेस को बढ़ा देता है। जरूरत महसूस होने पर ही घर जाएं। इसे हर हफ्ते का रूटीन ना बना लें।

दूसरों की मदद करें

सबसे बेहतर काम होता है दूसरों की मदद करें। अपने आसपास किसी एनजीओ के साथ वॉलेनटियर करें। इससे कुछ नए लोगों से मिलेगे साथ ही समय भी अच्छा बितेगा। दूसरों की मदद करने से दिल और दिमाग को वो सुकून मिलेगा जिसे आप घर से बाहर रहकर सबसे ज्यादा मिस कर रहे हैं।