रहना पड़ रहा हैं घर से दूर, इन तरीकों से दूर करें होम सिकनेस

हर किसी को अपना घर प्यारा होता हैं। व्यक्ति दिनभर कहीं भी घूम आए लेकिन उसे सुकून अपने घर पर पहुंचने पर ही मिलता हैं। कई लोगों को पढ़ाई या काम के लिए अपना घर छोड़कर किसी दूसरे शहर में जाना पड़ता हैं और ऐसे में अपने घर की याद सताती रहती हैं। अपने करियर और भविष्य को संवारने के लिए घर से दूर जाने का फैसला लेना पड़ता हैं जो कि आसान नहीं होता हैं। कई बार ऐसे हालात उठ जाते हैं कि होम सिकनेस अर्थात घर की याद सताने लगती हैं और व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करने लगता हैं। इस स्थिति से निकलने के लिए आज हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप होम सिकनेस को दूर कर सकते हैं और हंसते-खेलते जिंदगी जी सकेंगे।

अपना ध्यान लगाएं कहीं ओर

कॉलेज में अपने क्लास में बैठे रहना बहुत आसान होता है। लेकिन ये आपको नए लोगों से मिलने से, नई चीजें ट्राई करने से और कॉलेज लाइफ का अनुभव करने से रोकता है। अपने क्लास रूम से बाहर जाएं। कॉलेज के कैंटीन में बैंठे, लाइब्रेरी जाएं, एक्टीविटीज में हिस्सा लें। अपने दिमाग को दूसरी जगह लगाएं। इससे आप दूसरे कामों में बिजी रहेंगे और आपको घर की याद नहीं आएगी।

दोस्तों के साथ बिताएं वक्त

घर से दूर किसी नई जगह पर अकेले रहकर होम सिकनेस का शिकार होने से बेहतर है कि आप नए दोस्त बनाने पर फोकस करें। इस दौरान आस-पास के लोगों से जान पहचान बढ़ाने के साथ-साथ कॉलेज या ऑफिस में लोगों से दोस्ती करने की कोशिश करें और घर की याद आने पर ज्यादा से ज्यादा समय दोस्तों के साथ स्पेंड करें।

नए दोस्त बनाए


इस समय में परिवार से दूर आने के बाद जरुरी है लोगों के करीब रहा जाए। परिवार के करीब ना होने का ये मतलब नहीं है कि अकेला रहा जाए। घर के बाहर अपने पड़ोस, ऑफिस में, कॉलेज में कुछ दोस्त बनाएं। चाहे वो आपके खास दोस्त बने हो या फिर नहीं। जिनसे जान-पहचान भी है उनके साथ समय बिताएं। जैसे-जैसे समय बिताएंगे दोस्त अपने आप बनते जाएंगे। याद रखिए लंबे समय तक चलने वाली दोस्ती धीरे-धीरे ही बनती है।

अपनी हॉबी फॉलो करें

अकेले रहने पर घर की याद ज्यादा आती है। ऐसे में जब कभी आप अकेले रहें, तो बैठ कर घर के बारे में सोचने के बजाए अपनी फेवरेट हॉबी को निखारने पर जोर दें। मसलन अपना फेवरेट गेम खेलना, फेवरेट बुक पढ़ना, सिंगिंग, डांसिंग, पेंटिंग, पहेलियां सुलझाना और मूवी देखने जैसी आदतों को अपने रूटीन में शामिल करने की कोशिश करें।

पुराने दोस्तों को फोन करें

हो सकता है कि स्कूल खत्म होते ही सारे दोस्त अलग-अलग कॉलेजों में चले गए हो। जो दोस्त आपके होमटाउन में हैं उन्हें हमेशा फोन करते रहें। उनसे बात करने से आप रिफ्रेश महसूस करेंगे। जो दोस्त आपके ही शहर में हैं, उनसे भी बीच-बीच में मिलने का प्लान बनाते रहें

दूसरों की मदद करें

खुश रहने का सबसे बेस्ट तरीका है, जरूरतमंदों की मदद करना। इससे आप काफी सुकून भरा अनुभव कर सकेंगे और व्यस्त होने के चलते आपको घर की याद भी कम आएगी। सबसे बेहतर काम होता है दूसरों की मदद करें। अपने आसपास किसी एनजीओ के साथ वॉलेनटियर करें। दूसरों की मदद करने से दिल और दिमाग को वो सुकून मिलेगा जिसे आप घर से बाहर रहकर सबसे ज्यादा मिस कर रहे हैं।

खुद से करें बातें

खुद से बातें करें। अकेले समय में खुद से बात करें और बताएं कि आप अभी अकेले है लेकिन हमेशा नहीं रहेंगे। खुद से बात करते हुए अपने आप में कमियां और अच्छाईं भी तलाशे। अपनी कमियों और अच्छाईंयों पर दोस्तों से बात करें, अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करें। याद रखिए, अकेले ही आप खुद में झांक सकते हैं और खुद अपनी जिंदगी को संवार सकते हैं। तो फिर आज से अकेलेपन से घबराइए नहीं इसका फायदा उठाइए और गुनगुनाइए 'अकेले हैं तो क्या गम है'।