हर बच्चे का अपना अलग स्वभाव होता हैं और उसी अनुरूप ही बच्चे अपनी भावनाएं व्यक्ति करते हैं। बच्चो का विनम्र स्वभाव उनके अच्छे व्यवहार को दर्शाता हैं, वहीँ कई बच्चे जब अपनी भावनाएं गुस्से में व्यक्त करने लगते हैं, तो उनकी परवरिश पर सवाल खड़े होने लगते हैं। आजकल देखने को मिल रहा हैं कि ज्यादातर बच्चों का स्वभाव काफी चिड़चिड़ा और गुस्सैल हो गया हैं जो कि सीधे मुंह किसी से बात तक नहीं करते हैं। बच्चों का यह गुस्सैल रवैया भविष्य में उन्हीं के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्चों को शांत कर पाएंगे और उनके व्यवहार में विनम्रता आएगी। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
बच्चों पर हंसे नहींछोटे बच्चे गुस्सा करते समय भी काफी क्यूट लगते हैं। जिसके चलते पैरेंट्स अक्सर बच्चों को गुस्से में देखकर हंसना शुरू कर देते हैं। मगर उनकी हंसी बच्चों के गुस्से को ट्रिगर करने का काम करती है। इसलिए बच्चों को गुस्से में देखकर हंसने की भूल बिल्कुल न करें।
सहानुभूति कई माता-पिता की आदत होती है कि वह हर चीज में बच्चे को कोसने लगते हैं और उसकी गलतियां निकालते हैं। ऐसा करने से बच्चों में गुस्सा बढ़ता है और वह जिद्दी हो जाते हैं। ऐसा करने से अच्छा है कि आप अपने बच्चे की बात सुनें और समझाएं। इससे आपके बच्चे के दिल में सहानुभूति की भावना बढ़ती है।
गुस्से की वजह जानेंकई बार बच्चों के गुस्सा करने पर पेरेंट्स उनकी बात को अनसुना कर देते हैं। जिससे बच्चे और गुस्सा करने लगते हैं। गुस्सा किसी को भी आ सकता है और आपको इस बात को समझने की जरूरत है। इसलिए बच्चों को गुस्सा आने पर उनकी बात को शांति से बैठकर सुनें। अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे के गुस्से को शांत किया जाए तो आप बच्चों को समझाने से पहले उसकी बात को सुनें। बच्चे को सुनना बहुत जरूरी है। ऐसा करने से बच्चे को अपनी जरूरत का एहसास होता है।
बच्चों को फेवरेट चीज देंबच्चों का गुस्सा शांत करने के लिए आप उन्हें उनकी कुछ पसंदीदा चीजें भी दे सकते हैं। मसलन बच्चों को फेवरेट खिलौना देने से लेकर उनकी मनपसंद डिश तैयार करके आप बच्चों के गुस्से को चुटकियों में छूमंतर कर सकते हैं।
बच्चों को अकेले रहने देंबच्चे गुस्सा आने पर अक्सर किसी बड़े को आसपास देखकर ज्यादा एग्रेसिव हो जाते हैं। ऐसे में आप बच्चों को कुछ समय के लिए अकेला छोड़ सकते हैं। इससे बच्चे खेलने में बिजी हो जाएंगे और कुछ देर में गुस्सा भूल जाएंगे। बच्चा चाहें छोटा हो या बड़ा गुस्सा होने पर वह अपने पसंदीदा स्पॉट पर बैठता ही है। ऐसे में बच्चों को उसके चिलिंग स्पॉट में बैठने दें और फिर थोड़ी देर बाद आप उस जगह पर जा सकते हैं और अपने बच्चे को समझाने की कोशिश करें।
कुछ एक्टिविटी कराएंहर किसी को कुछ ना कुछ करना काफी अच्छा लगता है। ऐसे में आपके बच्चे को किस एक्टिविटी को करने में ज्यादा मजा आता है वो उससे करवाएं। बहुत से बच्चों को कलरिंग बुक में कलर करना अच्छा लगता है तो कुछ को डांस करना। अगर आप उनकी मनपसंद एक्टिविटी उनके साथ बैठ कर करेंगे तो उन्हें और भी अच्छा लगेगा। इससे बच्चा आपको दोस्त समझेगा और आपसे सारी बातें शेयर करेगा।
बच्चों को बिजी रखेंबच्चों का गुस्सा शांत करने के लिए आप उन्हें किसी अन्य एक्टिविटीज में इन्वॉल्व कर सकते हैं। ऐसे में बच्चों को बाहर घुमाने से लेकर नई-नई चीजें ट्राई कराने और खेल-कूद में बिजी रखने से बच्चे गुस्सा नहीं करेंगे। वहीं बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर भी आप उनके गुस्सा करने की आदत को कम कर सकते हैं।