बच्चों में बचपन से ही डालें ये आदतें, जीवन भर रहेंगे अनुशासित

बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं उनके व्यवहार में कई बदलाव देखने को मिलते हैं और अनुशासन खोने लगते हैं। ऐसे में बच्चों को अनुशासित रख पाना पेरेंट्स के सामने बड़ी चुनौती बन जाती हैं। बड़े होकर बच्चे गलत बर्ताव करने लगते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता हैं कि बच्चों को बचपन से ही कुछ आदतें डाली जाए ताकि वे आगे चलकर भी अनुशासित बने रहे। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं आदतों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो बचपन से ही डाली जानी चाहिए।

- बच्चों की अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि उन्हें एक खास समय पर सोने की आदत डालें। बेडटाइम ट्रेनिंग का यह सबसे अहम पहलू है। इससे बच्चे यह भी समझ जाएंगे कि उनके डेली रूटीन में समय पर सोना भी शामिल है। और वह धीरे-धीरे समय पर सोने और समय पर उठने लग जाएंगें।

- रात को बच्‍चों को सोने से पहले ब्रश करने, मुंह, हाथ और पैर धोकर सोने जैसे हेल्‍दी आदतें विकसित करें। रात को ब्रश करके सोने से दांतों में कैविटी नहीं होती और दांतों की सड़न से बचा जा सकता है। एक शोध से यह बात भी समाने आई है कि रात को हाथों और पैरों को अच्‍छे से धोकर सेाने से बच्‍चों को अच्‍छी नींद आती है।

- सामान्यत: बच्‍चों की आदत होती है कि वो हर रात अपने माता-पिता से लिपट कर सोते हैं। जैसे ही आप उनके पास से हटते है कि उनकी नींद खुल जाती है। उनकी यह आदत आपके लिए और उनके लिए बहुत परेशानी भरी हो सकती है। अच्छा होगा कि आप अपने बच्चे को इस तरह की आदत ना डालें।

- रात को बच्‍चों को सुलाने से पहले उनसे बात जरूर करें। अपने बच्‍चों से पूछें कि उन्‍होंने दिनभर क्‍या खास किया, उनका दिन कैसा गया या अगले दिन उनकी क्‍या प्‍लानिंग है। ऐसा करने से बच्‍चे आपसे अपने दिल की सारी बातें शेयर करेगें और किसी बात पर कभी भी परेशानी होने पर आपसे आसानी शेयर कर पायेगें और बिना किसी मानसिक परेशानी के आराम से सो पाएंगें। दोनों की बातचीत आपको एक-दूसरे के करीब लाएगी और हेल्दी और फ्रेंडली रिश्ता बनेगा।

- अगर आपका बच्चा आपसे कहानी सुन कर सोना चाहता है तो इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि उसकी सोने की इच्छा नहीं है, बल्कि वो आपके साथ कुछ और वक्त बिताना चाहता है। रोज रात में बच्चों को कहानी सुनाने से आपको एक फायदा यह भी होगा कि आप उनमें कहानी के जरिए अच्छे संस्कार डाल सकते हैं। साथ ही दिमाग का विकास भी होता है इसीलिए तो बरसों से चलता आ रहा लोरी का एक अपना ही महत्व है।

- बच्‍चों के लिए बेड टाइम रूटीन बनाते समय अपने दिमाग में यह बात जरूर रखें कि इसका पालन बच्‍चों से करवाने के साथ-साथ आपको खुद भी करना है। तभी आप अपने बच्चों का बेड टाइम सेट कर पायेंगे। आपकी जरा सी लापरवाही से बच्‍चे फिर से उसी रूटीन में चले जाएंगे।

- छोटे बच्चों के लिए नींद बहुत जरूरी है, क्योंकि उनका दिमाग ठीक से विकसित नहीं हुआ होता है और नींद उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत जरुरी है। यही नहीं यह उनके हार्मोनल विकास के लिए भी बहुत जरूरी है। और आप इस तरह के उपायों को अपनाकर अपने बच्‍चे में बेड टाइम रूटीन सेट कर सकते हैं।