बच्चो की परवरिश पर ध्यान दे इन तरीको से

दुनिया हर माता पिता यही चाहते है की उनके बच्चे की परवरिश में किसी तरह की कोई कमी न आने पाए। बच्चे की हेल्दी और अच्छी परवरिश के लिए हर वो मुमकिन कोशिश कर लेते है। हालाँकि की बच्चो की अच्छी परवरिश और उनका स्वस्थ विकास किसी चुनोती से कम नही है। माता- पिता जब दोनों ही नौकरी पेशा हो तो चुनोती और भी बढ़ जाती है। क्यूंकि माता पिता अपना ज्यादातर समय ऑफिस में बिताते है। बच्चो को समय नही दे पाते है। आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बतायेंगे जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को समय भी दें पाएंगे और हेल्दी भी बना सकते है। तो आइये जानते है इस बारे में......

* आपकी दिनचर्या कितनी भी व्यस्त क्यों न हो, अपने बच्चों के लिए थोड़ा समय ज़रूर निकालें। उन्हें बिज़ी रखने के लिए गैजेट्स थमाने के बजाय उनका हाथ थामकर उन्हें बाहर घुमाने ले जाएं। दफ़्तर से लौटने के बाद और छुट्टी के दिन बच्चों के साथ समय बिताएं। उन्हें कहानियां सुनाएं और आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें।

* बच्चे जो देखते हैं वही सीखते हैं। बच्चे खाने-पीने की अच्छी आदतों को अपनाएं, इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने बच्चों और परिवार के साथ बैठकर समय पर खाना खाएं। खाना खाने के दौरान टीवी और दूसरे गैजेट्स से दूरी बनाकर रखें। खाते समय न तो ख़ुद इन चीज़ों का इस्तेमाल करें और न ही अपने बच्चों को करने दें।


* छोटी उम्र से ही बच्चों को योग का अभ्यास करवाना उनकी सेहत के लिए फ़ायदेमंद होता है। ख़ासकर ब्रिदिंग एक्सरसाइज़ से बच्चों के दिमाग़ी विकास में मदद मिलती है और पढ़ाई में उनका ध्यान बढ़ता है। ऐसे योग आसन से बच्चों के फेफड़े मज़बूत होते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, इसलिए ख़ुद भी योग करें और अपने बच्चों को भी योग अभ्यास के लिए प्रेरित करें।

* बच्चे धूल-मिट्टी में खेलने के बाद बगैर हाथ धोए खाने पर टूट पड़ते हैं। इससे बच्चों के हाथों से हानिकारक बैक्टीरिया उनके पेट में जा सकते हैं और उन्हें बीमार कर सकते हैं। अतः अपने बच्चों को स्वच्छता की अहमियत समझाएं और उन्हें खाने-पीने से पहले हाथ धोने और खेल-कूद कर आने के बाद हाथ-पैर धोने की अच्छी आदत सिखाएं।