पेरेंट्स अपने बच्चों को अच्छी आदतें सिखाने के लिए कई जतन करते हैं। लेकिन इस बीच अक्सर देखा गया हैं कि वे बच्चों को नेक इंसान बनाने के चक्कर में पेरेंट्स हेल्दी आदतों को नजरअंदाज कर देते हैं जिससे बच्चों में ऐसी आदतें नहीं पनप पाती जो उनकी सेहत को फायदा पहुंचाए। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से बच्चों में अच्छी आदतों के साथ उन्हें सेहत के प्रति भी जागरूक किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन तरीकों के बारे में।
मोटापे पर रखें नज़रफास्ट फूड व आधुनिक गैजेट्स के कारण स्कूली बच्चों में मोटापा एक कॉमन और गंभीर समस्या बन चुकी है। आज के इस डिजिटल युग में एक ही जगह पर घंटों बैठकर खेलना, अनहेल्दी खाना, देर से सोना, देर रात खाना आदि कारणों से बच्चों में मोटापा बढ़ने लगता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा हेल्दी और फिट रहे, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वो हेल्दी खाए, समय पर सोए और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहे।
योग का अभ्यास करवाएंछोटी उम्र से ही बच्चों को योग का अभ्यास करवाना उनकी सेहत के लिए फ़ायदेमंद होता है। ख़ासकर ब्रिदिंग एक्सरसाइज़ से बच्चों के दिमाग़ी विकास में मदद मिलती है और पढ़ाई में उनका ध्यान बढ़ता है। ऐसे योग आसन से बच्चों के फेफड़े मज़बूत होते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, इसलिए ख़ुद भी योग करें और अपने बच्चों को भी योग अभ्यास के लिए प्रेरित करें।
बच्चों के साथ समय बिताएंआपकी दिनचर्या कितनी भी व्यस्त क्यों न हो, अपने बच्चों के लिए थोड़ा समय ज़रूर निकालें। उन्हें बिज़ी रखने के लिए गैजेट्स थमाने के बजाय उनका हाथ थामकर उन्हें बाहर घुमाने ले जाएं। दफ़्तर से लौटने के बाद और छुट्टी के दिन बच्चों के साथ समय बिताएं। उन्हें कहानियां सुनाएं और आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें।
टीवी पर लगाएं लगामजब बच्चा टीवी देख रहा होता है, तब कई पैरेंट्स उसे खाना खिलाते हैं, ताकि वो ज़्यादा खा सके। लेकिन इस तरह खिलाने से आपका बच्चा ओवर ईटिंग का शिकार हो सकता है। बच्चों के कमरे में टीवी न लगाएं। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करें कि सोने से 2 घंटे पहले तक बच्चा टीवी या दूसरे गैजेट्स के साथ समय न बिताए। सोते समय बच्चों को कहानी सुनाना या फिर उनसे बातें करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
साथ बैठकर खाना खाएंबच्चे जो देखते हैं वही सीखते हैं। बच्चे खाने-पीने की अच्छी आदतों को अपनाएं, इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने बच्चों और परिवार के साथ बैठकर समय पर खाना खाएं। खाना खाने के दौरान टीवी और दूसरे गैजेट्स से दूरी बनाकर रखें। खाते समय न तो ख़ुद इन चीज़ों का इस्तेमाल करें और न ही अपने बच्चों को करने दें।
आउटडोर गेम्स के लिए करें प्रेरितआजकल ज़्यादातर पैरेंट्स अपने बच्चों को खेलने के लिए घर से बाहर नहीं जाने देते हैं, जबकि बच्चों को शारीरिक रूप से मज़बूत और एक्टिव बनाने के लिए उन्हें हर रोज़ एक घंटे घर से बाहर खेलने देना चाहिए। हेल्दी विकास के लिए सभी उम्र के बच्चों को आउटडोर गेम्स खेलने चाहिए। इसके अलावा अपने बच्चों को स्विमिंग, एरोबिक्स, डांस जैसी आउटडोर एक्टिविटीज़ के लिए भी प्रेरित करें।
सिखाएं स्वच्छता की अहमियतबच्चे धूल-मिट्टी में खेलने के बाद बगैर हाथ धोए खाने पर टूट पड़ते हैं। इससे बच्चों के हाथों से हानिकारक बैक्टीरिया उनके पेट में जा सकते हैं और उन्हें बीमार कर सकते हैं। अतः अपने बच्चों को स्वच्छता की अहमियत समझाएं और उन्हें खाने-पीने से पहले हाथ धोने और खेल-कूद कर आने के बाद हाथ-पैर धोने की अच्छी आदत सिखाएं।